Authors
An Electronics & Communication engineer by training, Arjun switched to journalism to follow his passion. After completing a diploma in Broadcast Journalism at the India Today Media Institute, he has been debunking mis/disinformation for over three years. His areas of interest are politics and social media. Before joining Newschecker, he was working with the India Today Fact Check team.
क्या आपके बाथरूम में रखा डव शैंपू कैंसर का कारण बन सकता है? इंस्टाग्राम पर hindustani_helper नाम का एक पेज चला रहे प्रवीण महुलियार शुक्ला ने अपने वीडियो में कुछ ऐसा ही दावा किया है. प्रवीण अपने वीडियो में जनता से डव शैंपू को फेंकने की अपील कर रहे हैं. उनका कहना है कि सरकार ने डव शैंपू को बैन कर दिया है क्योंकि इसमें बेंजीन नामक केमिकल पाया गया है, जिससे कैंसर हो सकता है.
साथ ही, प्रवीण, सरकार का हवाला देकर बता रहे हैं कि डव ब्रांड के कुछ ही शैंपूओं में बेंजीन होने की खबर आई है, जो अब बैन हो गए हैं. लेकिन वह यह भी सुझाव दे रहे हैं कि लोगों को रिस्क नहीं लेना चाहिए और डव ब्रांड के सभी शैंपूओं को इस्तेमाल करना बंद कर देना चाहिए. प्रवीण ने ये दावा इंस्टाग्राम रील बनाकर किया है, जिसको अभी तक 20 लाख लोग देख चुके हैं और 70 हजार से ज्यादा यूजर्स लाइक कर चुके हैं. इस रील को यहां देखा जा सकता है.
Fact Check/Verification
इस दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने गूगल पर कुछ कीवर्ड्स की मदद से सर्च किया. हमें Live Mint की 26 अक्टूबर 2022 की एक रिपोर्ट मिली, जिसमें डव शैंपू में बेंजीन पाए जाने को लेकर जानकारी दी गई है. रिपोर्ट के मुताबिक, डव शैंपू बनाने वाली कंपनी यूनिलीवर ने हाल ही में एक आंतरिक जांच की थी, जिसमें डव सहित उनके कुछ अन्य ब्रांड के ड्राई शैंपूओं के चुनिंदा लॉट्स में अधिक मात्रा में बेंजीन होने की संभावना जताई गई थी. इन चुनिंदा लॉट्स का उत्पादन अक्टूबर 2021 से पहले किया गया था. इसी कारण सावधानी के लिए यूनिलीवर अमेरिका और कनाडा ने इन लॉट्स को मार्केट से वापस मंगा लिया है.
इसको लेकर जब हिंदुस्तान यूनिलीवर से सवाल किया गया तो उनका कहना था कि कंपनी भारत में ड्राई शैंपू का न तो उत्पादन करती है, न ही इन्हें बेचती है. हिंदुस्तान यूनिलीवर के बयान के अनुसार, यूनिलीवर ने अमेरिका और कनाडा से केवल ड्राई शैम्पूओं के कुछ चुनिंदा लॉट्स को वापस मंगाया है, ना कि रेगुलर शैंपू को. ड्राई शैंपू एक ऐसा प्रोडक्ट होता है जिसकी मदद से बिना पानी के बालों को साफ किया जा सकता है. यह शैंपू पाउडर या स्प्रे के रूप में मिलता है.
इसके अलावा, Newschecker को इस मामले को लेकर यूनिलीवर की आधिकारिक प्रेस रिलीज भी मिली. इस प्रेस रिलीज को यूनिलीवर ने अपनी एक वेबसाइट “Unileverrecall.com” पर प्रकाशित किया है. इस प्रेस रिलीज में भी वही बताया गया है जो Live Mint की रिपोर्ट में लिखा है. कंपनी ने यह बात साफ लिखी है कि अमेरिका और कनाडा से सिर्फ ड्राई शैंपू के कुछ लॉट्स को वापस मंगाया गया है, जिनमें अधिक मात्रा में बेंजीन होने की संभावना पाई गई थी.
हालांकि, प्रेस रिलीज के अनुसार, वापस मंगाए गए प्रोडक्ट्स में बेंजीन का जो लेवल पाया गया है उससे स्वास्थ्य संबंधित समस्याएं होने के आसार नहीं है. लेकिन ज्यादा से ज्यादा सावधानी को ध्यान में रखते हुए इन प्रोडक्ट्स को यूनिलीवर अमेरिका और कनाडा वापस मंगा रहा है. इस प्रेस रिलीज को अमेरिका के फूड एंड ड्रग विभाग ने भी अपनी वेबसाइट पर प्रकाशित किया है.अमेरिकी फूड एंड ड्रग विभाग में यह बताया है कि बेंजीन शरीर के लिए हानिकारक होता है और इसके संपर्क में आने से कैंसर भी हो सकता है.
ऐसा कहीं पर भी नहीं लिखा है कि इन प्रोडक्ट्स को सरकार ने बैन कर दिया है. यूनिलीवर कंपनी ने खुद ही सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ड्राई शैम्पूओं के कुछ लॉट्स को वापस मंगा लिया है. साथी ही, जैसा कि हमने ऊपर भी बताया, हिंदुस्तान यूनिलीवर ने यह बात स्पष्ट कर दी है कि भारतीय ग्राहकों को इससे परेशान होने की जरूरत नहीं है क्योंकि कंपनी भारत में ड्राई शैंपू बनाती या बेचती ही नहीं है. हिंदुस्तान युनिलीवर का बयान तमाम खबरों में छापा गया है.
Conclusion
कुल मिलाकर निष्कर्ष यह निकलता है कि वायरल वीडियो में किया जा रहा दावा भ्रामक है. डव शैंपू पर सरकार द्वारा कोई बैन नहीं लगाया गया है. यूनिलीवर ने अक्टूबर 2021 से पहले उत्पाद किए गए डव और अपने कुछ अन्य ड्राई शैंपूओं के चुनिंदा लॉट्स में बेंजीन की अधिक मात्रा होने की संभावना पाई थी. इस वजह से अमेरिका और कनाडा से इन लॉट्स को वापस मंगा लिया गया है. भारत का इससे कोई लेना-देना नहीं है, क्योंकि यूनिलीवर के अनुसार यहां कंपनी ड्राई शैंपू नहीं बेचती है.
Result: Partly False
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An Electronics & Communication engineer by training, Arjun switched to journalism to follow his passion. After completing a diploma in Broadcast Journalism at the India Today Media Institute, he has been debunking mis/disinformation for over three years. His areas of interest are politics and social media. Before joining Newschecker, he was working with the India Today Fact Check team.