Authors
A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.
सोशल मीडिया पर एक बच्ची की तस्वीर तेजी से शेयर की जा रही है। दावा किया जा रहा है कि तस्वीर में दिखने वाली इस 9 साल की बच्ची की बलात्कार के बाद हत्या कर दी गई। घटना कोलकाता की बताई गई है।
वायरल पोस्ट का आर्काइव लिंक यहाँ देखें।
वायरल तस्वीर को ट्विटर और फेसबुक पर तेजी से शेयर किया गया है।
वायरल तस्वीर को लेकर फेसबुक पर शेयर किये गए लिंक को यहाँ देखा जा सकता है।
Fact Check / Verification
कुछ दिन पहले कोलकाता में एक 8 साल की बच्ची की दुष्कर्म के बाद बेहरहमी से हत्या कर दी गई थी। घटना से सम्बंधित खबर मीडिया में प्रकाशित भी हुई थी। इंसानियत को शर्मसार करने वाली इस खबर ने आम लोगों के गुस्से को एक बार फिर से भड़का दिया, जिसके बाद लोगों ने सोशल मीडिया पर आरोपी के खिलाफ गुस्सा और पीड़ित बच्ची के साथ सहानुभूति व्यक्त करना शुरू कर दिया।
उक्त घटना को लेकर इंटरनेट पर सोशल मीडिया यूज़र्स स्कूल ड्रेस पहनी एक बच्ची की तस्वीर शेयर कर उसे न्याय दिलाने की गुहार कर रहे हैं। आमतौर पर लोग ऐसी घटनाओं को लेकर काफ़ी भावुक हो जाते हैं और जाने-अनजाने फेक न्यूज़ को शेयर कर देते हैं। इसी बात को ध्यान में रखते हुए हमने घटना को लेकर इंटरनेट पर वायरल हो रही बच्ची की तस्वीर की पड़ताल शुरू की।
सबसे पहले वायरल तस्वीर को गूगल पर रिवर्स इमेज टूल की सहायता से खोजना शुरू किया। खोज के दौरान वायरल तस्वीर फेसबुक पर 13 दिसंबर साल 2020 को अपलोड हुए एक पोस्ट में मिली। लेकिन इस दौरान हमने पाया कि किशोरी की तस्वीर के नीचे ” एटा यूपी मांगे न्याय” लिखा था।
हमें वायरल तस्वीर का संबंध उत्तर प्रदेश के एटा जिले से होने की आशंका हुई। हमने गौर किया कि बच्ची ने जिस स्कूल की ड्रेस पहनी है उसमें एटा जिले तथा स्कूल के नाम का जिक्र है।
जिसके बाद हमने इमेज मैग्निफिएर टूल से पहले स्कूल का नाम (Assisi Convent School) पता किया। इसके बाद हमने गूगल पर उसी नाम (Assisi Convent School) से खोजना शुरू किया। इस दौरान गूगल पर हमें स्कूल की वेबसाइट प्राप्त हुई। वेबसाइट और अन्य परिणामों से इस बात की पुष्टि हो गई कि यह स्कूल यूपी के एटा जिले में ही है।
वायरल तस्वीर के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए हमने गूगल पर कुछ संबंधित कीवर्ड्स से गूगल पर खोजना शुरू किया। जिसके बाद हमें अमर उजाला की वेबसाइट पर 27 अक्टूबर साल 2017 को प्रकाशित एक लेख मिला। रिपोर्ट में वायरल तस्वीर प्रकाशित हुई है।
लेख के मुताबिक वायरल तस्वीर में दिख रही किशोरी एटा जिले के निवासी राजीव कुमार वशिष्ठ की 15 साल की बेटी ख़ुशी थीं। जिसने कुछ महीने पहले शोहदे से परेशान होकर आत्महत्या कर ली थी। राजीव कुमार ने पुलिस को दी हुई तहरीर में जानकारी दी है कि उनके घर में किराये पर रहने वाले गौरव सिंह सिकरवार उनकी बेटी ख़ुशी को परेशान किया करता था।
उसकी इस हरकतों को देख कर राजीव ने उसे अपने घर से निकाल दिया लेकिन बाद में भी वह उनकी बेटी को परेशान करता रहा, जिससे तंग आकर उनकी बेटी ने जिला अस्पताल की निर्माणाधीन महिला मैटरनिटी विंग की चौथी मंजिल से छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली।
पड़ताल के दौरान हमें india.com की वेबसाइट पर भी इस सम्बन्ध में प्रकाशित हुआ लेख प्राप्त हुआ। इस रिपोर्ट में भी एटा में आत्महत्या करने वाली किशोरी ‘ख़ुशी’ के बारे में बताया गया है। यहाँ भी बताया गया है कि एटा निवासी ख़ुशी ने शोहदे के उत्पीड़न से तंग आकर आत्माहत्या कर ली थी।
इसके अलावा हमें वायरल तस्वीर लोकजन Today नामक वेबसाइट पर भी प्राप्त हुई। इस रिपोर्ट को 28 अक्टूबर 2020 को प्रकाशित किया गया था। यहाँ भी एटा में किशोरी द्वारा की गई आत्महत्या का जिक्र किया गया है।
उपरोक्त मिले लेखों से हमें पता चला कि वायरल तस्वीर में दिख रही किशोरी ख़ुशी का संबंध कोलकाता से नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश के एटा जिले से है।
इसके बाद हमने कोलकाता में 8 साल की बच्ची के साथ हुई हैवानियत के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए भी खोजा। खोज के दौरान हमें Times of india की वेबसाइट पर छपा एक लेख मिला। जहां बताया गया है कि पिछले सप्ताह उत्तर कोलकाता के जोराबगन स्थित एक बिल्डिंग में एक बच्ची के साथ पहले बलात्कार हुआ और बाद में गला रेतकर हत्या कर दी गयी।
Conclusion
इस पूरे प्रकरण के दौरान उपरोक्त मिले तथ्यों से हमें पता चला कि वायरल तस्वीर में दिख रही किशोरी का पिछले सप्ताह कोलकाता में हुई हैवानियत से कोई संबंध नहीं। वायरल तस्वीर यूपी के एटा की है जहां एक किशोरी ने छेड़खानी से तंग आकर आत्महत्या कर ली थी।
Result -Misleading
Our Sources
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A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.