Authors
A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.
Claim-
लॉकडाउन के दौरान दिल्ली के बाज़ारों में इस तरह भीड़ इकट्ठा हो रही है।
जानिए वायरल दावा- सोशल मीडिया पर एक वीडियो को खूब शेयर किया जा रहा है। वीडियो एक बाज़ार का है जहाँ कुछ लोगों की भीड़ को बिना सामाजिक दूरी और बिना किसी एहतियात के बाज़ार में घूमते हुए देखा जा सकता है। वीडियो शेयर करने वाले यूजर्स का दावा है कि यह वीडियो भारत के बाज़ार का है।
Verification-
कोरोनावायरस के कहर से बचने के लिए भारत सरकार ने देश में 22 मार्च के बाद से संपूर्ण बंदी का ऐलान किया था। इस दौरान देश के सभी दफ्तर, स्कूल, तीर्थ स्थल, सिनेमा घर, मॉल सहित बाजारों और सभी भीड़-भाड़ वाले इलाकों को बंद करने का आदेश दिया गया था। ऐसे में एक बाज़ार में ख़रीदारी कर रही भीड़ का वीडियो Whatsapp पर शेयर कर इसे दिल्ली के एक बाजार का बताया जा रहा है।newschecker के एक यूजर ने इस वीडियो की सत्यता प्रमाणित करने के लिए रिक्वेस्ट किया था।
लॉकडाउन के दौरान दिल्ली में हो रही इस लापरवाही की हमने तफ्तीश करनी चाही। इस दौरान हमने invid टूल की मदद से कुछ स्क्रीनशॉट बनाते हुए गूगल पर खोजना शुरू किया। खोज के दौरान हमें ट्विटर पर वायरल हो रहा यह वीडियो एक अन्य दावे के साथ प्राप्त हुआ जहां एक यूज़र ने इस वीडियो को अपलोड कर इसे पुराने हैदराबाद का बताया है।
वायरल वीडियो की सटीक जानकारी प्राप्त करने के लिए हमने अपनी जांच जारी रखी। जांच के लिए हमने वीडियो को एक बार गौर से देखा जहां हमारी नजर वीडियो में दिख रहे उर्दू भाषा में लिखे एक पोस्टर पर पड़ी।
पोस्टर पर लिखे उर्दू भाषा के शब्दों को समझने के लिए हमने अपनी टीम के सहयोगी मोहम्मद ज़करिया से सहायता ली। जहां उन्होंने बताया कि पोस्टर में Aini shoes छपा है, जो कि एक दुकान का नाम है। यह जानकारी मिलने के बाद हमने Google Map पर Aini shoes नामक दुकान को खोजने का प्रयास किया।
इस दौरान Map से जानकारी प्राप्त हुई कि इस नाम की दुकान तो पाकिस्तान के फैसलाबाद में है। जिसके बाद हमने Aini shoes की जानकारी प्राप्त करने के लिए गूगल पर बारीकी से खोजा। इस दौरान हमें इंटरनेट पर दुकान की वेबसाइट प्राप्त हुई जहाँ दुकान के पते का पूरा विवरण दिया हुआ है। वेबसाइट पर दिए पते के मुताबिक यह दुकान पाकिस्तान के फ़ैसलाबाद स्थित अनारकली बाजार में है। वेबसाइट पर दिए विवरण से यह स्पष्ट हो गया था कि दुकान पाकिस्तान में है।
वायरल वीडियो के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए हमने Google पर कुछ संबंधित कीवर्ड्स के माध्यम से खोजने का प्रयास किया।
इस दौरान हमें ट्विटर पर पाकिस्तान के एक वेरिफाइड यूज़र की प्रोफाइल पर वायरल वीडियो प्राप्त हुआ जहां इसे फ़ैसलाबाद का बताकर शेयर किया गया है।
इसके साथ ही हमें ट्विटर पर कुछ अन्य ट्वीट्स भी प्राप्त हुए जहां वायरल वीडियो को पाकिस्तान का बताया जा रहा है।
पड़ताल के दौरान हमें वायरल वीडियो उर्दू दावे के साथ भी प्राप्त हुआ जहां वीडियो को पाकिस्तान का बताया गया है।
अपनी पड़ताल के दौरान कई टूल्स और कीवर्ड्स का उपयोग करते हुए वायरल दावे का बारीकी से अध्ययन करने पर हमने पाया कि वायरल वीडियो भारत का नहीं बल्कि पाकिस्तान के फ़ैसलाबाद स्थित अनारकली बाज़ार का है।
Tools Used
InVid
Reverse Image Search
Google Search
Result: Misleading
(किसी संदिग्ध ख़बर की पड़ताल, संशोधन या अन्य सुझावों के लिए हमें WhatsApp करें: 9999499044 या ई-मेल करें: checkthis@newschecker.in)
Authors
A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.