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Fact Check
सोशल मीडिया पर न्यूज पेपर की एक कटिंग इन दिनों काफी वायरल हो रही है। जिसमें लिखा हुआ है कि गोवर्धन पर्वत को बेचने की तैयारी की जा रही है। सोशल मीडिया पर यूजर्स इस न्यूज पेपर की कटिंग को शेयर करते हुए दावा कर रहे हैं कि अभी तक सरकार देश की सरकारी कंपनियों को बेच रही थी। लेकिन अब मथुरा के गोवर्धन पर्वत को बेचने की तैयारी में है। छत्तीसगढ़ कांग्रेस के डिप्टी इंचार्ज हीरा लाल विश्वकर्मा ने भी इस दावे को अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर शेयर किया है। पोस्ट से जुड़े आर्काइव लिंक को यहां पर देखा जा सकता है।
Crowd Tangle पर मिले डाटा के मुताबिक अभी तक सैकड़ों लोग इस तस्वीर को ट्विटर और फेसबुक पर शेयर कर चुके हैं। डेटा के मुताबिक अभी तक छत्तीसगढ़ कांग्रेस के डिप्टी इंचार्ज @HLVishwakarma की पोस्ट को सबसे ज्यादा रिट्वीट और लाइक्स मिले हैं। लेख लिखे जाने तक हीरा लाल विश्वकर्मा की ट्विटर पोस्ट पर 414 रीट्वीट और 1.3k लाइक्स थे। जबकि फेसबुक पर Real News पेज की पोस्ट को सबसे ज्यादा लाइक और शेयर मिले हैं। पोस्ट से जुड़े अर्काइव लिंक को यहां और यहां देखा जा सकता है।

वायरल दावे का सच जानने के लिए हमने अपनी पड़ताल शुरू की। सबसे पहले गूगल पर कुछ कीवर्ड्स के जरिए सर्च किया। इस दौरान हमें वायरल दावे से जुड़ी Zee News, Amar Ujala और Hindustan की मीडिया रिपोर्ट्स मिली। जिन्हें 8 फरवरी 2020 को प्रकाशित किया गया था। इस रिपोर्ट के मुताबिक India Mart नाम की एक ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट पर कुछ लोगों ने गोवर्धन पर्वत की शिला को ऑनलाइन बेचने का विज्ञापन दिया था। जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए ई-कॉमर्स कंपनी के सीईओ समेत 3 लोगों को गिरफ्तार किया था।
पड़ताल के दौरान हमें वायरल दावे से जुड़ी अपडेट मीडिया रिपोर्ट Amar Ujala और Patrika पर मिली। इन रिपोर्ट्स के मुताबिक कुछ लोगों ने गोवर्धन पर्वत की शिला को 5175 रुपए में ऑनलाइन बेचने की कोशिश की। जिसका स्क्रीनशॉट फेसबुक पर वायरल हो गया। जिसके बाद मथुरा में साधु-संतों से लेकर आम लोगों तक में इस घटना को लेकर काफी गुस्सा देखने को मिला। इसके बाद मामले की गंभीरता को देखते हुए मथुरा पुलिस ने तुरंत कार्रवाई शुरू कर दी थी। मथुरा पुलिस ने इस मामले में India Mart के सीईओ समेत कई लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की थी। साथ ही शिला को ऑनलाइन बेचने के आरोप में चेन्नई के रहने वाले वी. प्रेम कुमार को गिरफ्तार किया था। मथुरा पुलिस ने साइबर सेल की मदद से आरोपी को पकड़ा था।
छानबीन को आगे बढ़ाते हुए हमने मथुरा ग्रामीण के SP शिरीष चंद्र से इस बारे में बातचीत की। उन्होंने हमें बताया कि इस मामले का आरोपी चेन्नई का रहने वाला है। जिसने इंडिया मार्ट की वेबसाइट पर ये विज्ञापन दिया था। उसका नाम वी. प्रेम कुमार है, उसे चेन्नई से गिरफ्तार कर लिया गया है। इस मामले की जांच अभी भी चल रही है। हम विज्ञापन के संदर्भ में इंडिया मार्ट के कुछ अधिकारियों से लगातार पूछताछ कर रहे हैं। इस पूरे मामले में वी. प्रेम कुमार के अलावा अभी तक किसी की भी गिरफ्तारी नहीं की गई है।
हमारी पड़ताल में मिले तथ्यों के मुताबिक वायरल दावा गलत है। सरकार गोवर्धन पर्वत को बेचने की तैयारी नहीं कर रही है। दरअसल कुछ लोगों ने गोवर्धन पर्वत की शिला को ऑनलाइन बेचने की कोशिश की थी। आरोपी को चेन्नई से गिरफ्तार कर लिया गया है। इस खबर को गलत दावे के साथ सोशल मीडिया पर यूजर्स शेयर कर रहे हैं।
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