Authors
Claim
सऊदी अरब ने कहा है कि पाकिस्तान, हिन्दुस्तान और बांग्लादेश के मुसलमानों को वह असली मुसलमान नहीं मानते हैं।
Fact
यह दावा गलत है। सऊदी अरब की ओर से ऐसा बयान नहीं दिया गया है।
सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर दावा किया गया कि सऊदी अरब ने कहा है कि ‘पाकिस्तान, हिन्दुस्तान और बांग्लादेश के मुसलमानों को हम असली मुसलमान नहीं मानते हैं।’ वीडियो में मुस्लिम समुदाय के प्रति आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग किया गया है। 15 सेकंड के इस वीडियो की शुरुआत में एक व्यक्ति यह कहता हुआ दिखता है कि ”सऊदी अरब ने साफ़ बोला है कि पाकिस्तान, इंडिया और बांग्लादेश के मुसलमानों को हम असली मुसलमान नहीं मानते हैं।”
वीडियो के आखिरी 07 सेकंड में क़तर के अमीर तमीम बिन् हमद अल्-थानी के किसी वीडियो का क्लिप लगा हुआ है। इस वीडियो में वे अरबी में बोलते दिख रहे हैं। साथ में वीडियो के ऊपर हिंदी में लिखा गया है कि ‘भारतीय मुसलमानों को अरब लोग मुसलमान भी नहीं मानते। भारतीय मुसलमानों को अब अरब के मुद्दों में दखल देना बंद कर देना चाहिए।’
हालांकि, अपनी जांच में हमने पाया कि यह दावा गलत है। क़तर के अमीर तमीम बिन् हमद अल्-थानी की जिस वीडियो क्लिप के साथ यह दावा किया जा रहा है, वह असल में 6 साल पुराना वीडियो है। यह वीडियो क़तर की राजधानी में आयोजित हुए 17वें दोहा फोरम के दौरान क़तर के अमीर द्वारा दिए गए भाषण का है। हमने अपनी जांच में पाया कि उन्होंने इस भाषण के दौरान ऐसा कोई बयान नहीं दिया है।
Fact Check/Verification
वायरल दावे की जांच के लिए हमने क़तर के अमीर तमीम बिन् हमद अल्-थानी के वीडियो को ध्यान से देखा। वीडियो की दाहिनी तरफ अरबी भाषा में लिखे हिस्से को गूगल ट्रांसलेट करने पर हमने पाया कि वहां ‘लाइव, दोहा’ लिखा हुआ है। इसके बाद हमने वीडियो के एक कीफ्रेम को गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया। हमें अलजज़ीरा मुबाशेर द्वारा 6 साल पहले 14 मई 2017 को पोस्ट किया गया एक वीडियो मिला। हमने पाया कि वायरल क्लिप इसी वीडियो से ली गयी है।
इस वीडियो के अबाउट सेक्शन को गूगल ट्रांसलेट (अनुवाद) करने पर पता चलता है कि यह क़तर की राजधानी में आयोजित हुए 17वें दोहा फोरम के दौरान “विकास, स्थिरता और शरणार्थी” मुद्दे पर क़तर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी द्वारा दिया गया भाषण है। वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने क़तर के अमीर द्वारा दिए गए पूरे भाषण का अनुवाद खोजा। हमें दोहा फोरम द्वारा 14 मई, 2017 को दिया गया पूरा भाषण अंग्रेजी में प्राप्त हुआ।
पूरा भाषण पढ़ने पर पता चलता है कि वायरल दावे का ज़िक्र इस पूरे भाषण में कहीं भी नहीं है। “विकास, स्थिरता और शरणार्थी” मुद्दे पर दिए गए भाषण में कहीं भी भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश का नाम भी नहीं आता है।
इसके अलावा, हमने गूगल कीवर्ड्स से यह खोजा कि क्या सऊदी अरब ने ऐसा कोई बयान दिया है। हमें इस बयान की पुष्टि करती कोई खबर इंटरनेट पर नहीं मिलती है। इससे यह स्पष्ट हो जाता है कि यह दावा पूरी तरह झूठा है।
Conclusion
इस तरह हमारी जांच में यह साफ़ हो जाता है कि भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश के मुस्लिमों को लेकर सऊदी अरब ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है। वायरल दावा फर्जी है।
Result: False
Our Sources
Video posted by Aljazeera Mubasher, dated 14 May 2017
Article by Doha Forum dated 14 May 2017
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