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Claim
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के बेड पर आराम फरमाते प्रदर्शनकारियों की तस्वीर।
Fact
यह तस्वीर बांग्लादेश की नहीं है।
बांग्लादेश में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के वंशजों के 30 प्रतिशत आरक्षण को हटाने की मांग के लिए शुरू हुआ छात्रों का प्रदर्शन रौद्र रूप ले चुका है। प्रदर्शन से हालात ऐसे बन गए कि बांग्लादेशी प्रधानमंत्री शेख हसीना को देश छोड़कर भागना पड़ा। प्रदर्शनकारियों ने सोमवार को बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के सरकारी आवास पर भी धावा बोल दिया।
इस बीच सोशल मीडिया पर एक तस्वीर इस दावे के साथ वायरल हो रही है कि प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री शेख हसीना के बिस्तर पर आराम फरमा रहे हैं। हालांकि, जांच में हमने पाया कि यह तस्वीर साल 2022 में तत्कालीन श्रीलंकाई राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के घर पर प्रदर्शनकारियों के धावा बोलने के दौरान की है।
5 अगस्त 2024 को एक्स पोस्ट में शेयर की गई तस्वीर में बिस्तर पर तीन आदमी लेटे नजर आ रहे हैं। पोस्ट के कैप्शन में लिखा है, “ये है happiness index का उदाहरण, शेख हसीना की मसेहरी बैड पर कुछ पल के लिए आराम फरमाते स्टूडेंट…”
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Fact Check/Verification
दावे की पड़ताल के लिए हमने वायरल तस्वीर को रिवर्स इमेज सर्च किया। इस दौरान हमें यह तस्वीर जुलाई 2022 की कई मीडिया रिपोर्ट्स में नजर आई। इन रिपोर्ट्स को यहाँ, यहां, यहां और यहां देखा जा सकता है। रिपोर्ट्स में बताया गया है कि ये तस्वीरें कोलंबो में तत्कालीन श्रीलंकाई राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे के घर में प्रदर्शनकारियों द्वारा की गई तोड़फोड़ की हैं। साल 2022 में श्रीलंकाई अर्थव्यवस्था के कुप्रबंधन के लिए सरकार के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए थे। इस दौरान प्रदर्शनकारी तत्कालीन श्रीलंकाई राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे के घर में घुस गए थे।
रिपोर्ट्स में छपी अन्य तस्वीरों में नजर आ रहा है किस प्रकार लोग बालकनियों में टहल रहे थे, बेडरूम में आराम कर रहे थे, जिम में कसरत कर रहे थे, रसोई में खाना खा रहे थे और स्विमिंग पूल में डुबकियां लगा रहे थे।
जुलाई 2022 में श्रीलंकाई लोगों ने सरकार के खिलाफ विद्रोह करके प्रमुख सरकारी भवनों और आवासों पर कब्जा कर लिया था, जिसके कारण राष्ट्रपति को देश छोड़कर भागना पड़ा था और अंत में इस्तीफा भी देना पड़ा था।
15 जुलाई, 2022 को रायटर्स ने वायरल तस्वीर को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “श्रीलंकाई प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति भवन में खाना पकाते, तैरते और सोते हुए।” इससे इस बात की पुष्टि होती है कि वायरल तस्वीर बांग्लादेश की नहीं है।
Conclusion
जांच से हम इस निष्कर्ष पर पहुँचते हैं कि श्रीलंका में सरकार के खिलाफ हुए विद्रोह की दो साल पुरानी तस्वीर, बांग्लादेश की ताजा सियासी घटनाक्रम का बताकर वायरल है।
Result: False
Sources
Report published by Deccan Herald on July 11, 2022
Report published by Times of India on July 12, 2022
Image shared by Reuters on July 15, 2022
Report published by Hindustan times on July 10, 2022
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