Authors
An enthusiastic journalist, researcher and fact-checker, Shubham believes in maintaining the sanctity of facts and wants to create awareness about misinformation and its perils. Shubham has studied Mathematics at the Banaras Hindu University and holds a diploma in Hindi Journalism from the Indian Institute of Mass Communication. He has worked in The Print, UNI and Inshorts before joining Newschecker.
सोशल मीडिया पर ‘हिजाब मुक्त भारत’ हैशटैग के साथ एक तस्वीर शेयर की जा रही है। तस्वीर के कैप्शन में लिखा गया है,, “नाक थोड़ी कटाई हैं, जो मुँह छिपाना पड़े. #हिजाब #मुक्त_भारत।”
वायरल तस्वीर में कुछ लड़कियां गले में भगवा रंग का स्कॉर्फ पहने नज़र आ रही हैं।
एक फेसबुक यूजर ने वायरल तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, “नाक थोड़ी कटाई है, जो मुँह छिपाना पड़े।”
वहीं, एक अन्य यूजर ने वायरल तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, “नाक थोड़ी कटाई है, जो मुँह छिपाना पड़े!”
दरअसल, कर्नाटक में पिछले दिनों ड्रेस कोड का पालन नहीं करने के कारण हिजाब पहनने वाली कुछ छात्राओं को एक विद्यालय में प्रवेश से वंचित कर दिया गया, जिसके बाद राज्य में व्यापक विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए. कर्नाटक के कई हिस्सों में नारेबाजी और पत्थरबाजी की भी घटनाएं सामने आईं। इस मुद्दे पर देश विदेश से भी कई प्रतिक्रियाएं सामने आईं। आज कर्नाटक विधानसभा में हिजाब के मुद्दे पर बहस के दौरान जमकर नारेबाजी हुई, जिसके चलते सदन को स्थगित करना पड़ा। फिलहाल कर्नाटक के हाई स्कूल और कॉलेजों में हिजाब पहनने के अधिकार को लेकर हाईकोर्ट में सुनवाई चल रही है। इसी बीच सोशल मीडिया पर ‘हिजाब मुक्त भारत’ हैशटैग के साथ एक तस्वीर शेयर की जा रही है।
Factcheck/ Verification
‘हिजाब मुक्त भारत’ हैशटैग के साथ सोशल मीडिया पर शेयर की जा रही तस्वीर की सत्यता जानने के लिए, हमने वायरल तस्वीर को गूगल रिवर्स की मदद से खोजना शुरू किया। इस दौरान हमें कोई मीडिया रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुई। हमने कुछ कीवर्ड की मदद से फेसबुक पर सर्च करना शुरू किया। इस दौरान हमें Subodh Singh Bhandari नामक फेसबुक यूजर द्वारा 21 मार्च 2021 को अपलोड की गई एक तस्वीर प्राप्त हुई। ये तस्वीर और सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्वीर दोनों एक ही हैं।
Subodh Singh Bhandari नामक फेसबुक यूजर द्वारा अपलोड की गई तस्वीर के कैप्शन में लिखा है, ‘हर विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में भारतीय वस्त्रों को अपनाया जा रहा है तथा हमारी संस्कृति को पहचान मिल रही है। इसकी एक झलक हमें उत्तरांचल यूनिवर्सिटी उत्तराखंड के इस वर्ष के दीक्षांत समारोह में भी मिली।’
सोशल मीडिया पर ये तस्वीर साल 2021 से एक अन्य दावे के साथ वायरल हुई थी, जहां ये दावा किया गया था कि उत्तरांचल यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में छात्र-छात्राएं काले रंग के गाउन और टोपी की जगह हल्के पीले रंग के सादे कुर्ते और गले में भगवा रंग का स्कार्फ पहनकर शामिल हुए।
पड़ताल के दौरान हमने उत्तरांचल यूनिवर्सिटी की वेबसाइट को खंगालना शुरू किया। इस दौरान हमें वेबसाइट पर उत्तरांचल यूनिवर्सिटी द्वारा 2020 में हुए पहले दीक्षांत समारोह की तस्वीरें प्राप्त हुईं। इसमें वायरल तस्वीर में मौजूद छात्र-छात्राओं को दीक्षांत समारोह में मंच पर डिग्री लेते हुए देखा जा सकता है।
दीक्षांत समारोह की तस्वीरों में छात्रों को भगवा परिधान के अलावा अन्य भारतीय परिधानों में भी देखा जा सकता है।
यहां स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि उत्तरांचल यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में छात्र-छात्राएं न केवल भगवा रंग का स्कार्फ पहना था बल्कि वहां अन्य रंगों का स्कार्फ पहने छात्र भी शामिल हुए थे जिसे उत्तरांचल यूनिवर्सिटी की वेबसाइट द्वारा जारी की गई दीक्षांत समारोह 2020 की फोटो गैलरी में भी देखा जा सकता है।
Conclusion
इस तरह हमारी पड़ताल में यह साफ़ हो गया कि ‘हिजाब मुक्त भारत’ हैशटैग के साथ शेयर की जा रही तस्वीर का कर्नाटक में चल रहे हिजाब विवाद से कोई ताल्लुक नहीं है। ये तस्वीर इंटरनेट पर साल 2020 से ही मौजूद है।
Result: False Context/False
Our Sources
Uttranchal University Photo Gallery
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