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Fact Check
भारतीय पत्रकार ने टीवी चैनल पर कहा कि पकिस्तान हमें तुर्की की मदद से हरा देगा.
वायरल वीडियो एडिटेड है.
सोशल मीडिया पर एक वीडियो इस दावे से शेयर किया जा रहा है कि एक भारतीय पत्रकार ने कहा है कि अगर हम पाकिस्तान के साथ युद्ध में जाते हैं, तो पाकिस्तान हमें तुर्की की मदद से हरा और तोड़ देगा.
हालांकि, हमने अपनी जांच में पाया कि वीडियो में मौजूद ऑडियो एआई जेनरेटेड है. एबीपी न्यूज के शो के इस वीडियो में पत्रकार आशुतोष ने ऐसी कोई बात नहीं कही थी, जो वायरल वीडियो में सुनाई दे रही है.
वायरल वीडियो कथित तौर पर एबीपी न्यूज के शो सीधा सवाल का है, जिसे संदीप चौधरी होस्ट करते हैं. इस वीडियो में गेस्ट के तौर पर आशुतोष यह कहते हुए सुनाई दे रहे हैं कि “भारत भावनाओं में बहकर युद्ध छेड़ता है तो इसका अंत होगा. युद्ध बंदूक और विमान से नहीं लड़े जाते हैं. नया युग इलेक्ट्रॉनिक युद्ध का है. चीन पाकिस्तान के साथ है, तुर्की भी पाकिस्तान के पक्ष में है. इलेक्ट्रॉनिक तकनीक युद्ध में तुर्की यूरोप से आगे है. तुर्की के इंकार के बावजूद भारतीय विमानों के गिरने के कारण स्पष्ट हैं”.
आगे वे कहते हुए सुनाई दे रहे हैं कि “लेकिन एक बात साफ़ है कि ये विमान इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रणाली से गिराए गए. मोदी सरकार चुप है क्योंकि फ़्रांस को 20 युद्धक विमानों का आर्डर दिया गया है. कल मोदी सरकार ने नौ सेना के प्रमुख से बैठक की, थल और वायु सेना को बुलाए बिना. इसका क्या मतलब है, अगर युद्ध हुआ तो समुंद्र से कार्रवाई होगी. क्योंकि वहां इलेक्ट्रॉनिक युद्ध से कम सुरक्षा है. जनता विपक्ष सभी युद्ध चाहते हैं लेकिन मोदी सरकार फंस गई है. अगर युद्ध छिड़ा तो भारत बिखर जाएगा”.
कई तुर्किश X यूजर्स ने अंग्रेजी कैप्शन के साथ वायरल वीडियो को शेयर किया है, जिसका हिंदी अनुवाद है “युद्ध और तुर्की पर एक भारतीय पत्रकार की टिप्पणी: अगर हम युद्ध में उतरेंगे तो हम हार जाएंगे और बिखर जाएंगे. तुर्की पाकिस्तान की तरफ है. तुर्की इलेक्ट्रॉनिक युद्ध तकनीक में यूरोप से कहीं ज़्यादा उन्नत है.”
भारतीय पत्रकार द्वारा ‘पाकिस्तान हमें तुर्की की मदद से हरा देगा’ कहने के दावे से वायरल हुए वीडियो की पड़ताल में हमने एबीपी न्यूज पर प्रसारित शो सीधा सवाल का यह एपिसोड खंगाला. इस दौरान हमें यह वीडियो 4 मई 2025 को अपलोड किया हुआ मिला.
करीब 51 मिनट के इस वीडियो में हमें अंत में वायरल वीडियो वाला हिस्सा मिला. दरअसल 45 मिनट पर एंकर संदीप चौधरी यह सवाल पूछते हुए कहते हैं कि “आशुतोष, जो यह परमाणु धमकी दी जा रही है यह महज एक गीदड़भभकी है या इसे हमें गंभीरता से भी लेना होगा और इंडिया का रिस्पांस क्या होता है, वो काफी हद तक यह जो नैरेटिव पाकिस्तान चलाने की और कश्मीर को इंटरनेशनलाइज करने की कोशिश कर रहा है, इनको भी मद्देनजर रखना होगा क्या?”
इसके जवाब में आशुतोष कहते हैं कि “देखिए तीन चीजों पर हमें ध्यान देना होगा पहली बात तो ये कि हमारे लिए ये घटना अप्रत्याशित थी, लेकिन पाकिस्तान के लिए घटना अप्रत्याशित नहीं थी. क्योंकि प्लान उन्होंने किया, जब उन्होंने इतनी बड़ी घटना प्लान की है तो जाहिर सी बात है उन्होंने उसके कान्सिक्वेंस के बारे में भी सोचा होगा और उसका रिस्पांस भी उन्होंने सोचा होगा तो पहली बात ये है. दूसरी बात ये है कि पाकिस्तान आज की तारीख में हम माने ना-माने एक न्यूक्लियर परमाणु संपन्न देश है. तीसरी चीज ये कि और जो सबसे महत्वपूर्ण चीज है, वो चाइना आज उनके साथ है और चाइना बहुत मजबूती के साथ है. चाइना के जो विदेश मंत्री है कई बार ये बयान दे चुके हैं कि ‘दे आर कमिटेड टू टू प्रिजर्व द सोव्रेनिटि ऑफ़ द पाकिस्तान’. अब जब चाइना उनके साथ है तो इसका मतलब ये कि आपको पाकिस्तान को हल्के में बिल्कुल नहीं लेना चाहिए और इसलिए मेरा मानना ये है कि अब जो लड़ाई के बारे में हम बात कर रहे हैं कि हमारे टैंक चले जाएंगे. हवाई जहाज चला जाएगा वो सब चला जाएगा मॉडर्न वारफेयर अब उस तरीके से होने वाला नहीं है.”
आगे वो कहते हैं, “एक एक वॉरफेयर का जो नया तरीका है, साइबर वॉरफेयर तो उसमें उसकी भी तयारी हमें देखनी पड़ेगी. दिक्कत कहां पर है, दिक्कत इस बात को लेकर ये है कि हमारे यहां जिस तरीके से युद्ध उन्माद पैदा किया जा रहा है वो गलत है. सरकार के ऊपर किसी भी तरीके का कोई दबाव कोई इमोशनल दबाव नहीं होना चाहिए. क्योंकि अगर हमें जवाब देना है तो हमें जैसे कि जब मानेक शा से इंदिरा गांधी ने कहा अप्रैल के महीने 1971 में कि हमें जंग लड़नी है, तो मानेक शा ने उनसे कहा कि अगर आप अभी जंग की बात करती तो मैं इस्तीफा दे देता हूं और फिर जब मिसेज गांधी ने कहा कि नहीं इस्तीफे की कोई बात नहीं, आप मुझे बताइए कब होना चाहिए. तो उन्होंने कहा मुझे कुछ वक्त चाहिए और छह महीने से ज्यादा का वक्त उन्होंने लिया और अंत में 3 दिसंबर 1971 में जब लड़ाई शुरू हुई तो दुनिया को मालूम है कि दुनिया ने क्या किया. उस वक्त भी भारत के ऊपर खतरा था तो हम 10 दिन हो गए 12 दिन हो गए इसकी चिंता क्यों करते है. हम तीन महीने बाद जवाब देंगे. लेकिन जब माकूल ऐसा जवाब दें कि पाकिस्तान फिर अपने आप को संभाल ना पाए. इसलिए मुझे कहना है कि हमारे लिए राफेल, मिराज इसका कोई खास मतलब नहीं मतलब इस बात का है कि जो जवाब हो वो डिसाइसिव हो. वो जवाब हो कि पाकिस्तान को फिर समझ में आ जाए कि हम जो कुछ करने जा रहे हैं दिक्कत है और तीसरी बात ये है कि चाइना का जो एंगल है उसको हमें नहीं छोड़ना चाहिए.
आगे फिर वो एक और सवाल के जवाब में कहते हैं, “ मैंने कहा ना कि जब उन्होंने उस आतंकी घटना को अंजाम दिया तो उसका फॉलो अप एक्शन भी उन्होंने तय कर रखा होगा कहां से भागना है कहां से एग्जिट करना है कहां से निकल जाना है उन्होंने प्लान कर रखा है. सवाल उन चार आतंकियों को पकड़े जाने का है ही नहीं, सवाल ये पूरी दुनिया को यह मालूम है कि पाकिस्तान आतंकी जड़ है. पाकिस्तान ने ये कराया है पाकिस्तान जो है वो वो वहां पे हाफिज सईद जैसे लोग बैठे हुए हैं. जैश मोहम्मद का गढ़ है वो, वो लश्कर-ए-तैयबा का गढ़ है तो जब तक आप आतंकवाद की जड़ पर अटैक नहीं करेंगे और आतंकवाद की जड़ पर अटैक करने का मतलब ये कि पाकिस्तान की नाभि में आपको अटैक करना. पाकिस्तान को जब तक यह समझ में नहीं आया कि जो स्टेट पॉलिसी पर्स्यू कर रहे हैं वो एक खतरनाक है. मैं इस बार इसको ज्यादा खतरनाक इसलिए मानता हूं क्योंकि जो इस बार मैं ज्यादा खतरनाक इसलिए मानता हूं क्योंकि वो जो टू नेशन की थ्योरी लेकर आए हैं और जिसको वहां की सरकार ने भी एंडोर्स किया है”.
हमने अपनी जांच में पत्रकार आशुतोष से भी संपर्क किया. उन्होंने भी कहा कि मैंने ऐसी बात नहीं कही जो वायरल वीडियो में कहा गया है.
चूंकि, हमारी जांच में यह तो साफ़ हो गया कि वायरल वीडियो में मौजूद ऑडियो एबीपी न्यूज के असल वीडियो में मौजूद नहीं है. इसलिए हमने अपनी जांच में यह भी पता करने की कोशिश की कि क्या यह ऑडियो एआई जेनरेटेड है?
इसके लिए हमने वीडियो को कुछ एआई डिटेक्शन टूल्स की मदद से खंगाला तो हमें कुछ टूल्स ने इसके एआई जेनरेटेड होने के संकेत दिए. जिसे आप नीचे मौजूद तस्वीरों में देख सकते हैं.
हमारी जांच में मिले साक्ष्यों से यह स्पष्ट है कि भारतीय पत्रकार द्वारा ‘पाकिस्तान हमें तुर्की की मदद से हरा देगा’ कहने के दावे से वायरल हो रहा यह वीडियो, असल में एडिटेड है और इसमें मौजूद ऑडियो अलग से जोड़ा गया है.
Our Sources
Video uploaded by ABP News on 4th May 2025
Analysis by several AI Detection Tools
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