हालिया इजरायल-ईरान संघर्ष से जोड़कर एक तस्वीर वायरल हो रही है, जिसमें दो वर्दीधारी नकाबपोश एक शख्स को कब्जे में लेते हुए दिखाई दे रहे हैं. यह तस्वीर इस दावे से शेयर की जा रही है कि ईरान में इजरायल के लिए जासूसी करने के आरोप में 73 भारतीय नागरिकों को गिरफ्तार किया गया है.
हालांकि, हमने अपनी जांच में पाया कि यह तस्वीर हालिया नहीं, बल्कि 2023 में चीन-रूस-ईरान के संयुक्त नौसेना अभ्यास के दौरान की है. वहीं, 73 भारतीयों को जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किए जाने से जुड़ी कोई विश्वसनीय रिपोर्ट मौजूद नहीं है.
गौरतलब है कि इजरायल और ईरान के बीच बीते पांच दिनों से संघर्ष जारी है. 13 जून को इजरायल ने ईरान के खिलाफ “ऑपरेशन राइजिंग लायन” शुरू किया और करीब 200 फाइटर जेट्स से हमला किया. इसके बाद ईरान ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए तेल-अवीव के कई इलाकों को निशाना बनाया. इजरायल की तरफ से किए गए हमले में ईरान के कई परमाणु वैज्ञानिक और मिलिट्री कमांडर मारे गए हैं.
वायरल तस्वीर को न्यूज वेबसाइट पत्रिका ने 15 जून को प्रकाशित एक रिपोर्ट शामिल किया है, जिसका टाइटल है “ईरान में जासूसी और इज़राइल की मदद के आरोप में 73 भारतीय गिरफ्तार: ईरान-इज़राइल टकराव के बीच बड़ी कार्रवाई”. रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि ईरानी सेना ने 73 भारतीय नागरिकों की गिरफ़्तारी की है.

वहीं यह दावा कई X हैंडल्स से भी अंग्रेजी कैप्शन के साथ शेयर किया है.

Fact Check/Verification
ईरान में इजरायल के लिए जासूसी करने के आरोप में 73 भारतीय नागरिकों को गिरफ्तार किए जाने के दावे से शेयर की जा रही इस तस्वीर की पड़ताल के लिए रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें विकीमीडिया की वेबसाइट पर मार्च 2023 में अपलोड की गई यह तस्वीर मिली. इस तस्वीर का क्रेडिट ईरान की न्यूज एजेंसी “तसनीम” को दिया गया था.

साथ ही तस्वीर में बतौर फोटोग्राफर हुसैन ज़ोहरेवंद को क्रेडिट दिया गया था. इसके अलावा इस पेज पर तसनीम न्यूज की वेबसाइट का एक लिंक भी मौजूद था. जब हमने उक्त लिंक पर क्लिक को किया तो इस तस्वीर से जुड़ी कई अन्य तस्वीरें भी मिलीं, जो 18 मार्च 2023 को प्रकाशित की गई थी.

इस फोटो रिपोर्ट में यह भी बताया गया था कि ये तस्वीरें उत्तरी हिंद महासागर में चीन-रूस-ईरान के बीच हुए कंबाइंड मेरीटाइम सिक्यूरिटी बेल्ट 2023 एक्सरसाइज के दौरान की थीं. जब तीनों देशों की नौ-सेना ने एक हाईजैक शिप को छुड़ाने को लेकर युद्धाभ्यास किया था. गौरतलब है कि चीन, रूस और ईरान 2020 से लगातार साल में एक बार यह युद्धाभ्यास करते हैं.

हमारी जांच में अभी तक यह तो साफ़ हो गया कि वायरल तस्वीर हालिया नहीं करीब दो वर्ष पुरानी है. इसके बाद हमने ईरान में इजरायल के लिए जासूसी करने के आरोप में 73 भारतीय नागरिकों को गिरफ्तार किए जाने के दावे की जांच की. इस दौरान हमें मिडिल ईस्ट मॉनिटर की वेबसाइट पर 15 जून 2025 को प्रकाशित रिपोर्ट मिली. इस रिपोर्ट में ईरान की सरकारी न्यूज एजेंसी IRNA के हवाले से बताया गया था कि ईरानी पुलिस ने इजरायली इंटेलिजेंस एजेंसी मोसाद के लिए जासूसी करने के आरोप में सवोजबोलाघ इलाके से दो लोगों को गिरफ्तार किया था.

पड़ताल के दौरान हमने ईरान की पत्रकार फातिमी करीमखान से संपर्क किया. उन्होंने हमें बताया कि “ईरान में इजरायल की ख़ुफ़िया एजेंसी मोसाद के लिए जासूसी करने के आरोप में 73 भारतीय नागरिकों को गिरफ्तार किए जाने से जुड़ी खबर भ्रामक है. ऐसी कोई आधिकारिक रिपोर्ट या जानकारी अभी तक सामने नहीं आई है”.
हालांकि, इस दौरान उन्होंने 16 जून को ईरान के मीडिया आउटलेट खबर ऑनलाइन के टेलीग्राम चैनल पर प्रकाशित फ़ारसी में एक रिपोर्ट शेयर किया. जिसमें बताया गया था कि ईरान की सुरक्षा एजेंसी ने इजरायली एजेंसी से संबंधित 28 लोगों को हिरासत में लिया था और उन सबको तेहरान में पेश किया गया था.

हमने अपनी जांच में ईरान में मौजूद भारतीय दूतावास से भी संपर्क करने की कोशिश की है. उनका जवाब आने पर स्टोरी को अपडेट किया जाएगा.
Conclusion
हमारी जांच में मिले साक्ष्यों से यह स्पष्ट है कि ईरान में इजरायल के लिए जासूसी करने के आरोप में 73 भारतीय नागरिकों को गिरफ्तार किए जाने का वायरल दावा भ्रामक है. दावे के साथ शेयर की जा रही तस्वीर असंबंधित है.
Our Sources
Photo Published on Tasnim News Website on 18th March 2023
Report Published by khabar online on 16th June 2025
Telephonic Conversation with Iranian Journalist Fateme Karimkhan
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