Claim
पश्चिम बंगाल में महान समाज सुधारक ईश्वर चंद विद्यासागर की मूर्ति तोड़े जाने को लेकर बवाल खड़ा हो गया है। बीजेपी मुखिया अमित शाह की रैली के दौरान हुए सार्वजानिक बवाल को जहां पूरे देश ने नंगी आँखों से देखा तो वहीँ दोनों दल सियासी फायदा साधने के लिए सोशल मीडिया में एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगा रहे हैं। ईश्वर चंद विद्यासागर की मूर्ती तोड़े जाने को लेकर सोशल मीडिया में कई बातें बड़ी तेजी से शेयर की जा रही हैं। बीजेपी के मुखिया अमित शाह ने जहां ममता बनर्जी द्वारा जानलेवा हमले की बात कही है तो वहीं यह भी कहा है कि विद्यासागर की मूर्ति टीएमसी कार्यकर्ताओं ने तोड़ी है।
Verification
कहते हैं कि भीड़ का कोई चेहरा नहीं होता। उसमें शामिल होने वाला हर व्यक्ति भीड़ के हर उस कृत्य में शामिल हो जाता है जो वह कराना चाहती है। बात लोकसभा चुनाव के दौरान अमित शाह के रोड शो में हुए तोड़फोड़ और सियासी तांडव की हो रही है। पश्चिम बंगाल में अमित शाह के रोड शो के दौरान TMC कार्यकर्ताओं ने काले झंडे दिखाए तो वहीं बीजेपी की छात्र इकाई के लोग भी पत्थरबाजी करते दिखाई दिए। सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रही ईश्वरचंद्र विद्यासागर की टूटी प्रतिमा ने सियासी पारे को हवा दे दी है। वायरल हो रही खबर की पड़ताल के लिए जब हमने तथ्यों को खंगालना शुरू किया तो हमारे हाथ ANI समाचार एजेंसी का एक वीडियो लगा। इस वीडियो में उस रात क्या हुआ था इसे समाचार एजेंसी के वीडियो में देखा जा सकता है।
मामला राजनीतिक तो है ही साथ ही उस महान समाज सुधारक की मूर्ति तोड़े जाने को लेकर पैदा विवाद का भी है जिन्होंने विधवा उत्थान के लिए देश में सबसे पहले आवाज उठाई थी। खोज के अगले पड़ाव पर हमें ANI का एक और वीडियो मिला जब ममता बनर्जी विद्यासागर की तोड़ी गई मूर्ती देखने पहुँची।
खोज के दौरान हमें बीजेपी प्रमुख अमित शाह का एक ट्वीट प्राप्त हुआ जिसमें वे तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा विद्यासागर की मूर्ति तोड़े जाने को लेकर मीडिया से मुखातिब हैं और कुछ सबूत दिखाते हुए अपनी बात कह रहे हैं।
बारीकी से अध्ययन करने पर हमें इंडिया टीवी का एक वीडियो प्राप्त हुआ जिसमें ममता बनर्जी, अमित शाह को गुंडा और कैलाश विजयवर्गीय को चम्बल का गुंडा बताते हुए विद्यासागर की मूर्ती बीजेपी कार्यकर्ताओं द्वारा तोड़े जाने की बात कह रही हैं।
पश्चिम बंगाल में हुए राजनीतिक विवाद को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ममता बनर्जी को हिंसा का जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र के लिए दीदी का रवैया ठीक नहीं है।
दोनों पार्टियां एक दूसरे पर आरोप लगा रही हैं इस बीच Newschecker को अपनी पड़ताल के दौरान कुछ वीडियो मिले हैं जो बीजेपी पर भी सवाल उठाते हैं। अमित शाह समेत बीजेपी समर्थकों ने ये दावा किया है कि उनपर कॉलेज परिसर के अंदर से पथराव किया गया जिसके बाद उन्होंने परिसर के बाहर से ही हमलावरों को जवाब दिया। TMC नेता ओबरायन ने जो वीडियो पोस्ट किया है उसमें बीजेपी समर्थक कॉलेज का गेट तोड़कर अंदर आते देखे जा सकते हैं।
पश्चिम बंगाल में तोड़ी गई महान समाज सुधारक ईश्वरचंद्र विद्यासागर की मूर्ति को लेकर मामला अभी संदेह के घेरे में है। एक पक्ष दूसरे पक्ष पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहा है। सबूत दोनों पक्षो ने रखे हैं ऐसे में किसी भी नतीजे पर पहुंचने से पहले हमें कानूनी कार्रवाई खत्म होने का इंतजार करना चाहिए।
Tools Used
- Google Reverse Image Research
- YouTube
- Twitter
Result- Misleading