गुरूवार, नवम्बर 21, 2024
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Fact Check: चांद पर मौजूद प्रज्ञान रोवर को एलियन द्वारा तोड़े जाने की बात है बेबुनियाद

Authors

A self-taught social media maverick, Saurabh realised the power of social media early on and began following and analysing false narratives and ‘fake news’ even before he entered the field of fact-checking professionally. He is fascinated with the visual medium, technology and politics, and at Newschecker, where he leads social media strategy, he is a jack of all trades. With a burning desire to uncover the truth behind events that capture people's minds and make sense of the facts in the noisy world of social media, he fact checks misinformation in Hindi and English at Newschecker.

Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.

Claim
एक एलियन ने प्रज्ञान रोवर को तोड़कर धमकी भरा मैसेज भेजा है.
Fact
यह दावा गलत है. प्रज्ञान रोवर टूटा नहीं है और ना ही किसी एलियन ने इसरो को कोई धमकी भरा मैसेज भेजा है. वायरल वीडियो को असंबंधित दृश्यों से मिलाकर बनाया गया है.

सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर यह दावा किया जा रहा है कि एक एलियन ने प्रज्ञान रोवर को तोड़कर धमकी भरा मैसेज भेजा है.

चंद्रयान 3 की सफल लॉन्चिंग के बाद से ही सोशल मीडिया पर इससे संबंधित कई सारे भ्रामक दावे शेयर किए जा चुके हैं. कभी NASA के मंगल अभियान से जुड़े दृश्य तो कभी कंप्यूटर की सहायता से बनाए गए दृश्यों को चंद्रमा का बताकर शेयर किया गया. इसी क्रम में सोशल मीडिया यूजर्स एक वीडियो शेयर कर यह दावा कर रहे हैं कि एक एलियन ने प्रज्ञान रोवर को तोड़कर धमकी भरा मैसेज भेजा है.

Fact Check/Verification

एक एलियन द्वारा प्रज्ञान रोवर को तोड़कर धमकी भरा मैसेज भेजे जाने के नाम पर शेयर किए जा रहे इस वीडियो की पड़ताल के लिए हमने इसमें दिख रहे एलियन की तस्वीर को गूगल पर ढूंढा. इस प्रक्रिया में हमें यह जानकारी मिली कि वीडियो में कुछ सेकंडों में दिखने वाले एलियन का दृश्य MeniThings नामक एक प्रोडक्शन कंपनी द्वारा 7 जुलाई, 2016 को यूट्यूब पर प्रकाशित एक वीडियो से लिया गया है.

वीडियो के अन्य दृश्यों को गूगल सर्च करने पर हमें यह जानकारी मिली कि इसके कई दृश्य The Tribune द्वारा 23 अगस्त, 2023 को प्रकाशित वीडियो से लिए गए हैं. उदाहरण के लिए वायरल वीडियो में 4 मिनट 1 सेकंड पर दिख रहे दृश्य को The Tribune द्वारा प्रकाशित वीडियो में 5 मिनट 1 सेकंड के बाद दिखाए गए दृश्य से लिया गया है. वीडियो में 4 मिनट 4 सेकंड पर दिख रहे दृश्य को The Tribune द्वारा प्रकाशित वीडियो के 14 मिनट 27 सेकंड के बाद दिखाए गए दृश्य से लिया गया है.

इसके अतिरिक्त, हमने इसरो के आधिकारिक सोशल मीडिया पेजों को खंगाला. इस प्रक्रिया में हमें संस्था द्वारा 22 सितंबर, 2023 को शेयर किया गया एक ट्वीट प्राप्त हुआ, जिसमें यह जानकारी दी गई है कि विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर से संपर्क करने का प्रयास किया गया है, लेकिन अभी तक दोनों से कोई सिग्नल प्राप्त नहीं हुआ है. संस्था ने यह भी बताया है कि दोनों से संपर्क करने का प्रयास जारी रहेगा. इसरो के इस ट्वीट से यह साफ हो जाता है कि यद्यपि शीतनिद्रा (hibernation) में जाने के बाद से विक्रम लैंडर या प्रज्ञान रोवर से अभी तक सिग्नल प्राप्त नहीं हो पाया है, लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि वे टूट गए हैं.

Conclusion

इस प्रकार हमारी पड़ताल में यह बात साफ हो जाती है कि एक एलियन द्वारा प्रज्ञान रोवर को तोड़कर धमकी भरा मैसेज भेजे जाने के नाम पर शेयर किया जा रहा यह दावा गलत है. असल में वायरल वीडियो को असंबंधित दृश्यों से मिलाकर बनाया गया है. इसरो ने 23 सितंबर, 2023 को शेयर किए गए अपने ट्वीट में दोनों से संपर्क स्थापित करने के प्रयास जारी रखने की जानकारी दी है.

Result: False

Our Sources
Video published by MeniThings on 7 July, 2016
Video published by The Tribune on 23 August, 2023
Tweet shared by ISRO on 22 September, 2023

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A self-taught social media maverick, Saurabh realised the power of social media early on and began following and analysing false narratives and ‘fake news’ even before he entered the field of fact-checking professionally. He is fascinated with the visual medium, technology and politics, and at Newschecker, where he leads social media strategy, he is a jack of all trades. With a burning desire to uncover the truth behind events that capture people's minds and make sense of the facts in the noisy world of social media, he fact checks misinformation in Hindi and English at Newschecker.

Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.

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