Tuesday, December 23, 2025

Fact Check

सीज़फायर के बाद जम्मू-कश्मीर से लौट रहे सुरक्षाबलों पर हुई पत्थरबाजी?

Written By Runjay Kumar, Edited By Preeti Chauhan
May 27, 2025
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Claim

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सीजफायर के बाद जम्मू-कश्मीर से लौट रहे सुरक्षाबलों पर पत्थरबाजी की गई.

Fact

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नहीं, वीडियो पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर का है.

सोशल मीडिया पर एक वीडियो इस दावे से शेयर किया जा रहा है कि सीजफायर के बाद जम्मू-कश्मीर से लौट रहे सुरक्षाबलों पर पत्थरबाजी की गई.

हालांकि हमने अपनी जांच में पाया कि यह वीडियो जम्मू-कश्मीर का नहीं, बल्कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के मुज़फ्फराबाद में पाकिस्तानी रेंजर्स पर पिछले साल हुई पत्थरबाजी का है.

वायरल वीडियो 56 सेकेंड का है, जिसमें पहाड़ पर चढ़े लोग नीचे गुजर रहे गाड़ियों के काफिले पर पत्थरबाजी करते हुए दिखाई दे रहे हैं, इस दौरान वहां जमकर गोलीबारी भी हो रही है. 

वीडियो को X पर वायरल दावे वाले लंबे कैप्शन के साथ शेयर किया गया है, जिसमें लिखा हुआ है “ये विडिओ जम्मू-कश्मीर राज्य का है. पाकिस्तान के साथ युद्ध के दौरान सुरक्षाबल की कम्पनी बॉर्डर पर आर्मी कैम्प में ड्यूटी करने के लिए गयी थी जिससे भारतीय सेना को किसी भी प्रकार की समस्या न हो युद्धविराम के बाद CRPF, CISF की कंपनी वापस लौट रही थी तभी कुछ देश के गद्दारो ने सुरक्षाबल के काफिले पर पहाड़ों से पत्थर बाजी कर दी जिसके जवाब मे सुरक्षाबल को हवाई फायरिंग करनी पडी, भारतीय सेना ने ड्रोन से विडिओ बनाई हवाई फायरिंग के दौरान भगदड हो गई थी जिस कारण 9 पत्थरबाज की पहाडो से फिसलकर गिरने से मौत हो गई है सुरक्षाबल की कुछ गाडी को बहुत नुकसान हुआ है”.

सीजफायर के बाद जम्मू-कश्मीर से लौट रहे सुरक्षाबलों पर पत्थरबाजी
Courtesy: X/jaikyyadav16

Fact Check/Verification

सीजफायर के बाद जम्मू-कश्मीर से लौट रहे सुरक्षाबलों पर पत्थरबाजी होने के दावे से वायरल हो रहे इस वीडियो की पड़ताल में हमें कीफ्रेम की मदद से रिवर्स इमेज सर्च करने पर यह वीडियो एक फेसबुक अकाउंट से 13 मई 2024 को अपलोड किया हुआ मिला. वीडियो के साथ मौजूद कैप्शन में “मुज़फ्फराबाद लोहार गली” लिखा हुआ था. गौरतलब है कि मुज़फ्फराबाद पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर का एक शहर है.

इसके बाद हमने ऊपर मिली जानकारी के आधार पर फेसबुक पर कीवर्ड सर्च किया तो हमें मुज़फ्फराबाद के ही रहने वाले एक पत्रकार के फेसबुक अकाउंट से भी 13 मई 2024 को अपलोड किया गया एक वीडियो मिला, जिसमें वायरल वीडियो से जुड़े कुछ दृश्य मौजूद थे. वीडियो के साथ मौजूद कैप्शन में भी इसे मुज़फ्फराबाद के लोहार गली का बताया गया था.

इसके अलावा हमें एक अन्य फेसबुक अकाउंट से भी 13 मई 2024 को अपलोड किया गया वीडियो मिला, इस वीडियो में भी वायरल वीडियो से मिलते जुलते कुछ दृश्य मौजूद थे. इस वीडियो के कैप्शन में भी ये दृश्य लोहार गली के ही बताए गए थे.

जांच में हमें लोहार गली का स्ट्रीट व्यू भी गूगल मैप्स पर मिला, जिसमें वायरल वीडियो में दिख रही जगह को देखा जा सकता है.

इसके अलावा हमें अल जजीरा की वेबसाइट पर भी प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली, जिसमें बताया गया था कि मई 2024 में पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के लोगों ने गेहूं के दाम कम करने और बिजली सब्सिडी की मांग को लेकर प्रदर्शन किया था. इस प्रदर्शन में करीब चार नागरिकों और एक पुलिस अधिकारी की मौत हो गई थी. 13 मई 2024 को हुए हिंसक प्रदर्शन के अगले दिन कश्मीर की सरकार और पाकिस्तान की सरकार ने प्रदर्शनकारियों की अधिकतर मांगे मान ली थी. जिसके बाद यह प्रदर्शन समाप्त हो गया था.

Conclusion

हमारी जांच में मिले साक्ष्यों से यह स्पष्ट है कि वायरल वीडियो जम्मू-कश्मीर का नहीं, बल्कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में पिछले साल हुए हिंसक प्रदर्शन का है. 

Our Sources
Video Uploaded by facebook accounts on 13th May 2024
Visuals on Google Maps Street View

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