Gomata Gau Seva Trust नाम के एक वैरिफाइड फेसबुक पेज से एक निमार्णकार्य की तस्वीर शेयर की गई है। इस तस्वीर के साथ दावा किया गया है कि यह तस्वीर अयोध्या में बन रहे राम मंदिर की पहली तस्वीर है।
Crowdtangle से मिले डाटा के मुताबिक इस तस्वीर को 31 अक्टूबर को भगवा बाहुबली नाम के एक यूजर द्वारा पोस्ट किया गया था।


वहीं Twitter पर भी यह तस्वीर इसी दावे के साथ 31 अक्टूबर से ही शेयर हो रही है। ट्विटर पर ये दावा किस कदर वायरल है यह आप नीचे दिए गए वीडियो में देख सकते हैं।
Fact Check/Verification
वायरल हो रही तस्वीर को Google Reverse Image Search पर डालने के बाद हमें Hindustan Times का एक लेख मिला जिसमें इस तस्वीर को पोस्ट किया गया था। इस लेख के मुताबिक यह तस्वीर काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर के निर्माण की है।

Google पर काशी विश्वनाथ मंदिर के बारे में सर्च करने पर हमें दैनिक जागरण की एक रिपोर्ट मिली। इस रिपोर्ट में भी वायरल हो रही तस्वीर का इस्तेमाल किया गया था। इस रिपोर्ट में काशी विश्वनाथ मंदिर को प्रधानमंत्री मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट बताया गया है।

आपको बता दें कि 8 मार्च 2019 को प्रधानमंत्री मोदी ने काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर का शिलान्यास किया था। नवभारत टाइम्स में छपी रिपोर्ट बताती है कि प्रस्तावित मॉडल के अनुसार, काशी विश्वनाथ मंदिर के क्षेत्र समेत कुल 39 हजार वर्ग मीटर क्षेत्र में कॉरिडोर का निर्माण होगा, जिसमें श्रद्धालुओं के लिए तमाम सुविधाएं और परंपरागत धरोहरों का संग्रह मौजूद होगा।

YouTube पर मिले एक वीडियो को देखने के बाद यही साबित होता है कि वायरल तस्वीर बनारस के काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर के निर्माण कार्य की है।
Conclusion
हमें मिले तमाम मीडिया रिपोर्ट्स और वीडियो देखने के बाद यह साफ़ हो जाता है कि वायरल हो रही तस्वीर अयोध्या के राम मंदिर के निर्माण कार्य की नहीं बल्कि बनारस में बन रहे काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर की है।
Result: False
Our Sources
YouTube: https://youtu.be/4kbZ-4NNV6c
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