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देश में इस समय किसान आंदोलन (farmer protest) चल रहा है, ऐसे में सोशल मीडिया पर हर दिन किसान और सिखों से जुड़े वीडियो वायरल हो रहे हैं। एक बार फिर से एक ऐसा ही वीडियो वायरल हुआ है। वीडियो में देखा जा सकता है कि कुछ लड़कों का ग्रुप हैं जो मोदी सरकार के खिलाफ नारे लगाते नजर आ रहे हैं। एक तरफ जहां ये लोग मोदी सरकार के खिलाफ नारे लगा रहे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ वायरल वीडियो को गौर से देखने पर पता चलता है, कि भीड़ में मौजूद ये लोग कश्मीर की मांग भी कर रहे हैं।
वीडियो को शेयर करते हुए कहा जा रहा है, अगर आप भी चाहते है कि इनके ऊपर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज हो तो ज्यादा से ज्यादा वायरल करें। नीचे कंमेंट में आप देख सकते हैं कि किस तरह से इस वीडियो को किसान आंदोलन (farmer protest) से जोड़ा जा रहा है। गौरतलब है कि दिल्ली में हो रहे मौजूदा किसान आंदोलन (farmer protest) को लेकर सोशल मीडिया में अबतक कई फेक खबरें शेयर की गई हैं, जिनका हमारी टीम ने पर्दाफाश भी किया है।
वायरल दावे का आर्काइव यहाँ देखा जा सकता है।
Fact Check/Verification
हमने इस वीडियो क्लिप की सच्चाई जानने के लिए पड़ताल करना शुरू किया। वीडियो को ध्यान से देखने पर पता चला कि भीड़ में मौजूद लोग पाकिस्तान जिंदाबाद और कश्मीर के नारे लगा रहे हैं। इस नारे को सुनने के बाद हमें शक हुआ कि संभव है कि यह वीडियो मौजूदा किसान आंदोलन (farmer protest) को बदनाम करने के लिए ही शेयर किया जा रहा हो। क्योंकि अभी तक ऐसा कई बार ऐसा हो चुका है।
इसके बाद हमने वीडियो की असलियत जानने के लिए invid टूल के माध्यम से क्लिप को कुछ कीफ्रेम्स में तब्दील करते हुए गूगल सर्च किया। जिसके बाद इस प्रक्रिया में हमारे हाथ एक यूट्यूब चैनल का लिंक लगा। जिसकी हमने जांच पड़ताल करना शुरू किया तो हमें पता चला कि ये वीडियो 5 साल पुराना है।
जिसके बाद हमने फेसबुक पर कई कीवर्ड से सर्च किया और पाया कि वायरल वीडियो कश्मीर का है। वायरल वीडियो को अक्टूबर 2015 में स्थानीय समाचार आउटलेट्स कश्मीर एसेंस न्यूज़ और द कश्मीर पल्स द्वारा पोस्ट किया गया था।
यहां पढ़े – किसान आंदोलन से जुड़े वायरल फैक्ट चैक
फेसबुक पेज मिशन सेव पाकिस्तान ने दक्कन क्रॉनिकल की एक समाचार रिपोर्ट के लिंक के साथ इस वीडियो की कुछ तस्वीरें पोस्ट की है।
द कश्मीर पल्स के अनुसार, सिख प्रदर्शनकारियों ने कश्मीर के बारामूला में सिख धर्मग्रंथ गुरु ग्रंथ साहिब के अपमान के विरोध में पाकिस्तान समर्थक नारे लगाए। द डेकन क्रॉनिकल द्वारा भी रिपोर्ट प्रकाशित की गई थी।
Conclusion –
वायरल वीडियो की पड़ताल के दौरान उपरोक्त मिले तथ्यों से पता चला कि उक्त तस्वीर मौजूदा किसान आंदोलन (farmer protest) से संबंधित नहीं बल्कि कई वर्ष पुरानी है।
Result- False
Sources –
https://www.facebook.com/kashmiressencenews/photos/a.532079990156584/1041420975889147/
https://www.youtube.com/watch?v=9vUW0NDxi0Q
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