Claim
झारखण्ड में तबरेज अंसारी की हत्या के बाद एक वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है। नंगी तलवार लहराते हजारों की संख्या में लोग सड़कों पर RSS के विरोध में नारे लगाते देखे जा सकते हैं।
Verification
सड़कों पर हज़ारों की संख्या में जुटी भीड़, हाथों में नंगी तलवारें और मजहबी नारों का चारों तरफ शोरगुल। कुछ इस तरह का ही एक वीडियो तेजी से सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। वीडियो में दिख रहे लोग एक नारा लगाते नज़र आ रहे हैं। “चड्ढा, चड्डी वालों को, गोली मारों सालों को। तबरेज के हत्यारों को गोली मारो सालों को।”
इन नारों को ध्यान से सुनने के बाद जेहन में एक ही बात आती है और वह है तबरेज मॉब लिंचिंग। झारखण्ड में तबरेज की हत्या के बाद सोशल मीडिया में कई सन्देश तेजी से वायरल होते देखे गए।
इस वीडियो को कई तरह से कई रूपों में वायरल किया गया है। इस बाबत जब हमने पड़ताल शुरू की तो पता चला कि कुछ लोग झंडा लेकर भी इस तरह के नारे लगा रहे हैं।
इस पूरे घटनाक्रम में सुदर्शन न्यूज़ ने पूरी एक स्टोरी की थी। सुदर्शन ने इस वीडियो को सही भी करार दिया था लेकिन बाद में इसे डिलीट कर दिया। बारीकी से खोजने पर हमारे हाथ एक वीडियो लगा। यह वीडियो यूट्यूब पर 27 नवम्बर साल 2017 में अपलोड किया गया था। इस वीडियो में साफ़ देखा जा सकता है कि लोग नंगी तलवारें लहरा रहे हैं। यह वीडियो वायरल हो रहे वीडियो से पूरी तरह से मेल खाता है। फर्क सिर्फ इतना है कि ऑडियो के साथ छेड़छाड़ करके इसे सोशल मीडिया में वायरल कर दिया गया है।
दरअसल यह वीडियो बिहार राज्य के डेहरी इलाके का है जहां मोहर्रम के जुलूस में हिस्सा लेने हज़ारों लोग इकठ्ठा हुए थे। उनके हाथों में तलवार और इस्लामिक झंडों को भी देखा जा सकता है। वीडियो में एक मौलाना भीड़ को नियंत्रित करने के लिए माइक से कहते सुने जा सकते हैं कि आगे बढ़ते जाओ। तबरेज अंसारी की हत्या से वर्षों पहले इस वीडियो को अपलोड किया गया है।
इस वीडियो के सोशल मीडिया में वायरल हो जाने के बाद
ब्रेकिंग ट्यूब नामक एक समाचार वेबसाइट ने ख़बर प्रकाशित की थी। उसने अपनी हेडलाइन में ख़बर की पुष्टि की है।
ठीक इसी तरह से दूसरी वीडियो में कुछ झंडों को देखा जा सकता है। इन झंडों को लहराते हुए लोग ठीक वही नारा लगा रहे हैं जो वायरल वीडियो में दिखाया गया है। RSS मुर्दाबाद के नारों के साथ कुछ लोग झंडे को इस्लामिक झंडा समझ रहे हैं। ध्यान से देखने और बारीकी से खोजने के बात पता चला कि यह कोई इस्लामिक झंडा नहीं बल्कि भारत के राजनीतिक दल,
सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ़ इंडिया का झंडा है।
इस वीडियो के ऑडियो के साथ भी छेड़छाड़ हुई है। हमारी पड़ताल में यह साफ हो गया कि तबरेज अंसारी की हत्या के बाद वायरल हो रहे वीडियो में लगाए जा रहे नारे एडिट किए गए हैं।
Tools Used
- InVID
- Google Keywords
- YouTube
Result- False