उत्तर प्रदेश के लखनऊ में हकीम सलाउद्दीन के घर से बरामद हथियार की ख़बर सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है. तस्वीर में करीने से सजी हुई कई पिस्टलें दिखाई दे रही हैं. दावा किया जा रहा है कि यह तस्वीर सलाउद्दीन के घर से बरामद हुए हथियारों की है.
तस्वीर पर अंग्रेज़ी में लिखा है, जिसका हिंदी अनुवाद है: ‘लखनऊ में हलीम सलाहुद्दीन के घर से 3000 बंदूकें और 50,000 कारतूस से भरे 20 बोरे बरामद हुए.’
हालांकि, वायरल हो रही तस्वीर अमेरिका के आयोवा राज्य में स्थित डिवीजन ऑफ क्रिमिनल इन्वेस्टिगेशन क्रिमिनलिस्टिक्स लेबोरेटरी की है. इसका लखनऊ या भारत में हुई किसी भी घटना से कोई संबंध नहीं है.
गौरतलब है कि 27 जून को लखनऊ पुलिस ने अवैध हथियारों के ख़िलाफ़ बड़ी कार्रवाई करते हुए मलिहाबाद थाना क्षेत्र के मिर्जागंज गांव में सलाउद्दीन उर्फ़ लाला के घर पर छापेमारी की थी, जहां से बड़ी संख्या में हथियार और कारतूस बरामद हुए. पुलिस को वहां से अर्ध-निर्मित हथियार, कारतूसों से भरे बैग, हथियार बनाने के औज़ार, एक लैपटॉप, ₹2000 नकद और प्रतिबंधित हिरण की खाल मिली.
उत्तर प्रदेश बीजेपी प्रवक्ता एसएन सिंह ने एक्स पर तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा, “लखनऊ के हकीम #सलाहुद्दीन के घर से 3000 बंदूकें और 50 हजार गोलियों की मैगजीन बरामद हुई है…. सोचिये ये लोग कहाँ तक तैयारी करके बैठे हैं और आपको ब्राह्मण-यादव लड़ाई में उलझाया जा रहा है.”

इस तस्वीर को लखनऊ हथियार बरामदगी मामले से जोड़कर व्यापक रूप से शेयर किया गया है, इसी तरह की पोस्ट यहां, यहां, यहां और यहां देखी जा सकती हैं.
Fact Check/Verification
वायरल तस्वीर को रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें यह 2021 के एक्स पोस्ट, 2020 के फ़ेसबुक पोस्ट और 2017 में शेयर किए गए एक अन्य पोस्ट में भी मिली. हालांकि, इन पोस्ट्स में स्पष्ट जानकारी नहीं दी गई है कि यह तस्वीर कहां से है. इससे साफ़ हो जाता है कि इस तस्वीर का लखनऊ में सलाहुद्दीन के घर पर हुई पुलिस छापेमारी में बरामद हथियारों से कोई संबंध नहीं है.
जांच के दौरान वायरल तस्वीर से मिलती-जुलती एक तस्वीर हमें फ़ोटो स्टॉक एजेंसी अलामी की वेबसाइट पर भी मिली, जिसमें हूबहू वही विज़ुअल्स देखे जा सकते हैं.
तस्वीर के कैप्शन में लिखा है, “आयोवा डिपार्टमेंट ऑफ क्रिमिनल इन्वेस्टिगेशन के एक अपराध विशेषज्ञ कार्ल बेसमैन, मंगलवार, 7 जून 2005 को एंकेनी, आयोवा में स्थित बैलिस्टिक्स लैब में रखी गई 3,300 से अधिक बंदूकों में से एक को देख रहे हैं. ये बंदूकें संदर्भ के तौर पर जांच में इस्तेमाल की जाती हैं.” तस्वीर का क्रेडिट एसोसिएटेड प्रेस के स्टीव पॉप को दिया गया है.
एंकेनी, अमेरिका के आयोवा राज्य का एक शहर है. यह लैबोरेटरी अपराधों की जांच में वैज्ञानिक और तकनीकी सहयोग प्रदान करती है.
अलामी की तस्वीर और वायरल हो रही तस्वीर की तुलना करने पर दोनों में स्पष्ट समानताएं देखी जा सकती हैं. अगर पिस्टल का निरीक्षण कर रहे व्यक्ति को हटा दिया जाए, तो पिस्टलें और सामने दीवार पर दिखाई देने वाली इलेक्ट्रिक वायर और सॉकेट में समानता साफ़ नज़र आती है. यही तस्वीर क्वाड सिटी टाइम्स की 2005 की एक रिपोर्ट में भी इस्तेमाल की गई थी.

आयोवा डिपार्टमेंट ऑफ पब्लिक सेफ्टी की वेबसाइट की जांच के दौरान हमें एक यूट्यूब वीडियो का लिंक मिला, जिसमें आयोवा डिवीजन ऑफ क्रिमिनल इन्वेस्टिगेशन की क्रिमिनलिस्टिक्स लैबोरेटरी का वर्चुअल टूर दिखाया गया है. इस वीडियो में 4:11 से 4:13 और 4:48 से 4:54 की समयावधि में वही दृश्य नज़र आता है, जो वायरल तस्वीर में दिखता है, जहां बड़ी मात्रा में पिस्टल्स करीने से सजी हुई दिखाई देती हैं.

इससे यह स्पष्ट हो जाता है कि लखनऊ में हथियार बरामदगी के दावे के साथ शेयर की जा रही यह तस्वीर दरअसल अमेरिकी राज्य आयोवा की क्रिमिनलिस्टिक्स लैबोरेटरी की है.
सलाउद्दीन के घर से बरामद हथियार के बारे में पुलिस ने क्या बताया?
लखनऊ पुलिस ने 27 जून को अपने एक्स-पोस्ट के ज़रिए सलाउद्दीन के घर पर छापेमारी की जानकारी देते हुए बताया कि उसके पास से तीन पिस्टल (.32 बोर), एक देसी तमंचा (.315 बोर), दो देसी कट्टे (.22 बोर), एक राइफल (.22 बोर) और सात एयरगन बरामद की गईं. इसके अलावा 88 ज़िंदा कारतूस, 40 खोखा कारतूस 22 बोर, 30 कारतूस 12 बोर, दो कारतूस ज़िंदा 32 बोर, एक अदद खोखा 32 बोर, 6 बांका, दो छूरी, एक आरी, 9 फरसा, अर्ध-निर्मित हथियार, सामान और अवैध हथियार तैयार करने का सामान, नगद रूपये, और हिरन की खाल बरामद हुए.
लखनऊ पुलिस का आधिकारिक बयान सोशल मीडिया पोस्ट्स के उस दावे को भी ख़ारिज करता है, जिनमें सलाउद्दीन के घर से तीन हजार बंदूकें और 50 हजार कारतूस बरामद होने का दावा किया गया था.
Conclusion
लखनऊ में सलाउद्दीन के घर से हथियार मिलने के दावे के साथ वायरल हो रही यह तस्वीर असल में अमेरिकी राज्य आयोवा की क्रिमिनलिस्टिक्स लैब की है.
Sources
An X post from 2021
A Facebook post from 2020
A Wisgoon post from 2017
Photo Stock Agnecy Alamy image from 2005
A report by Quad City Times from 2005
Iowa Division of Criminal Investigation Criminalistics Laboratory YouTube video from 2016
Lucknow Police statement