सोशल मीडिया पर लखनऊ के एक स्कूल में हुए नाटक मंचन का एक वीडियो वायरल है। वीडियो में भारत माता का पोशाक पहनी हुई एक बच्ची नज़र आ रही है, जिसके सिर पर से कुछ बच्चे भारत माता का मुकुट उतारकर उस पर सफेद कपड़ा बांधते नज़र आ रहे हैं। इसके बाद मंच पर खड़े कुछ बच्चे नमाज़ पढ़ते हुए देखे जा सकते हैं। इस वीडियो को कई सोशल मीडिया यूजर्स सांप्रदायिक दावे के साथ शेयर कर रहे हैं।
सुदर्शन न्यूज ने इस वीडियो को शेयर कर दावा किया कि भारत मां के सिर का मुकुट हटाकर हिजाब पहना दिया।
ट्वीट का आर्काइव यहां देखा जा सकता है।
इसके अलावा, कई अन्य सोशल मीडिया यूजर्स ने भी इस वीडियो को शेयर करते हुए स्कूल पर कार्रवाई करने की मांग की है।
फेसबुक पर भी वायरल वीडियो को शेयर करते हुए लोगों ने पुलिस से स्कूल के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।

Fact Check/Verification
दावे की सत्यता जानने के लिए हमने ‘भारत माता लखनऊ स्कूल’ कीवर्ड को गूगल पर सर्च किया। हमें दैनिक भास्कर द्वारा 15 अगस्त 2022 को प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट के अनुसार, यह वीडियो लखनऊ के बाजार खाना के मालवीय नगर स्थित शिशु मंदिर स्कूल का है, जहां स्वतंत्रता दिवस के मौके पर एक नाटक का मंचन किया गया था। सोशल मीडिया पर इसे सांप्रदायिक दावे के साथ शेयर किए जाने के बाद लखनऊ पुलिस ने वीडियो की जांच की। पुलिस ने अपनी जांच में शेयर किए गए सांप्रदायिक दावे को गलत बताया और इसे शेयर करने वालों पर कार्रवाई की बात की है।
खोजने पर लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट के ट्विटर हैंडल द्वारा बीते 15 अगस्त को इस मामले पर किया गया एक ट्वीट मिला। पुलिस ने इस नाटक का लंबा वर्जन ट्वीट करते हुए बताया है कि समाज में साम्प्रदायिक सौहार्द के मद्देनजर छोटे बच्चों द्वारा प्रस्तुत नाटक के वीडियो को कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा गलत ढंग से प्रचारित किया गया है। पुलिस के अनुसार, सांप्रदायिक द्वेष फैलाने का अपराधिक कृत्य करने वाले ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस द्वारा ट्वीट किए गए वीडियो में भारत माता बनी छोटी बच्ची और अन्य बच्चों को विभिन्न धर्मों के रीति रिवाज के अनुरूप प्रार्थना करते हुए देखा जा सकता है।
इसके अलावा, हमें Times of India के पत्रकार अरविंद चौहान द्वारा 15 अगस्त को किया गया एक ट्वीट मिला। उन्होंने अपने ट्वीट थ्रेड में नाटक का पूरा वीडियो अपलोड करने के अलावा, उस नाटक का कोरियोग्राफ करने वाली टीचर प्रगति निगम की बाइट और लखनऊ वेस्ट के डीसीपी एस चिनप्पा के बयान का भी वीडियो पोस्ट किया है। टीचर प्रगति निगम ने अपने बयान में कहा है कि उन्होंने चार धर्मों को एकजुट करने के लिए इस नाटक का मंचन किया था। उनका मकसद किसी भी व्यक्ति की धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाना नहीं था। जो लोग वीडियो को गलत ढंग से प्रचारित कर रहे हैं, उनसे वह नाराज हैं और ऐसा करने वालों को उन्होंने पहले पूरा वीडियो देखने की हिदायत दी है।
Conclusion
इस तरह हमारी पड़ताल में स्पष्ट है कि लखनऊ के एक स्कूल में सांप्रदायिक सौहार्द बढ़ाने के मकसद से किए गए नाट्य मंचन का अधूरा वीडियो, भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।
Result: Missing Context
Our Sources
Report Published by Dainik Bhaskar on August 15, 2022
Tweet by Police Commissionerate Lucknow on August 15, 2022
Tweet by Times of India Journalist Arvind Chauhan on August 15, 2022
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