Tuesday, December 23, 2025

Crime

2019 में पैसों के लेन-देन के मामले में हुए तिहरे हत्याकांड को मुर्शिदाबाद हिंसा से जोड़कर किया गया शेयर

Written By Komal Singh, Edited By Preeti Chauhan
Apr 16, 2025
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Claim

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मुर्शिदाबाद में रोहिंग्या मुस्लिमों ने हिंदू पति-पत्नी और उनके बेटे की हत्या कर दी

Fact

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साल 2019 में हुए तिहरे हत्याकांड के मामले को मुर्शिदाबाद हिंसा से जोड़कर शेयर किया गया है

पिछले दिनों पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में वक़्फ़ (संशोधन) क़ानून के ख़िलाफ़ हुए प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़क गई थी जिसमें तीन लोग मारे गए। इस हिंसा से जुड़ी ख़बरों के बीच सोशल मीडिया पर एक परिवार की तस्वीर के साथ दावा किया जा रहा है कि पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में रोहिंग्या मुस्लिमों ने 35 वर्षीय गोपाल पाल, उनकी गर्भवती पत्नी और 8 साल के बेटे की हत्या कर दी। हालाँकि जांच में हमने पाया कि यह दावा फ़र्ज़ी है। वायरल तस्वीर में नजर आ रहे परिवार की साल 2019 में उत्पल बेहरा ने पैसों के लेन-देन के मामले में हत्या कर दी थी। 6 साल पुरानी इस घटना में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं था।

14 अप्रैल 2025 को किये गए फेसबुक पोस्ट (आर्काइव) में एक दंपति और उनके बच्चे की फोटो के साथ कैप्शन में दावा किया गया है. “… प. बंगाल के मुर्शिदाबाद में एक 35 वर्षीय गोपाल पाल (बंधु प्रकाश पाल ), उसकी 30 वर्ष की गर्भवती पत्नी और 8 वर्ष के बेटे – सभी को नृशंसतापूर्ण काटकर कत्ल कर दिया गया. उनका गुनाह सिर्फ यह था कि वो हिन्दू थे और मोमता बानो के प. बंगाल में एक मुस्लिम बहुल इलाके के बिल्कुल पास में ही रहते थे…”

ऐसे अन्य पोस्ट्स का आर्काइव यहाँ और यहाँ देखें।

साल 2019 में पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में पैसों के लेन-देन को लेकर हुए तिहरे हत्याकांड के मामले को अब झूठे सांप्रदायिक एंगल के साथ शेयर किया जा रहा है।
Courtesy: X/@Shiven Thakur

पढ़ें: हार्दिक पांड्या और रश्मिका मंदाना की शादी के दावे से वायरल हो रही तस्वीर का यहाँ जानें सच

Fact Check/Verification

वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने “गोपाल पाल, उनकी गर्भवती पत्नी, हत्या” जैसे की-वर्ड्स को गूगल सर्च किया। इस दौरान हमें वायरल तस्वीर में नजर आ रहे परिवार की तस्वीर के साथ अक्टूबर 2019 में प्रकाशित कई मीडिया रिपोर्ट्स मिलीं। 11 अक्टूबर 2019 को जनसत्ता द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट में बताया गया है कि यह घटना पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में अक्टूबर 2019 को हुई थी। रिपोर्ट के अनुसार 35 वर्षीय प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक बंधु गोपाल पाल, उनकी पत्नी ब्यूटी और बेटे के शव 8 अक्टूबर 2019 को जिले के जियागंज इलाके में उनके घर के अंदर खून से लथपथ पाए गए थे।

इस मामले पर प्रकाशित रिपोर्ट्स में बताया गया है कि यह घटना तब प्रकाश में आई जब पड़ोसियों ने विजयदशमी के जश्न में परिवार को नहीं देखा। चिंतित होकर कुछ लोग उनके घर गए, लेकिन दरवाजा अंदर से बंद पाया। उन्होंने पुलिस को सूचना दी, जिसने शवों को खून से लथपथ पाया। इस मामले पर इंडिया टुडे, जागरण और टाइम्स नाउ द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट यहाँ पढ़ें।

Report published by Jansatta

जागरण द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट में बताया गया है कि 15 अक्टूबर 2019 की सुबह मुर्शिदाबाद के पुलिस अधीक्षक एस मुकेश ने प्रेस वार्ता बुलाकर ट्रिपल मर्डर का पर्दाफाश कर दिया था। पुलिस ने बताया था कि पेशे से पत्थर का काम करने वाले उत्पल बेहरा ने शिक्षक परिवार की हत्या करने का जुर्म स्वीकार कर लिया था।

रिपोर्ट के अनुसार, ‘मृतक शिक्षक कई बीमा कंपनियों के साथ भी जुड़ा हुआ था। उत्पल ने भी उससे बीमा करवाया था। बीमे की किश्त जमा करने के लिए उसने शिक्षक को 48 हजार रुपये दिए थे। कुछ दिनों बाद रसीद मांगने पर शिक्षक आनाकानी करने लगा था। किश्त के जमा नहीं होने का पता चलने पर उत्पल ने उससे रकम वापस करने को कहा। इस पर शिक्षक ने उसे सार्वजनिक रूप से अपमानित किया था। इसका बदला लेने के लिए उत्पल ने हत्या करने की साजिश रची थी विजयदशमी (8 अक्टूबर) को उत्पल दोपहर करीब 12 बजे शिक्षक के घर पहुंचा था और रुपये वापस करने का दबाव डालने लगा था, जिसको लेकर दोनों के बीच विवाद हो गया था। इसके बाद उसने शिक्षक पर धारदार हथियार से प्रहार कर मौत के घाट उतार दिया था। इसी बीच पत्नी ब्यूटी पाल ने उत्पल को पहचान लिया तो गवाह मिटाने के लिए उसने उसकी और बेटे अंगन की भी हत्या कर दी थी।’

Report published by Jagran

इस मामले में 42 गवाहों की जांच, विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य, सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल टावर लोकेशन की मदद से पुलिस हत्या के आरोपी उत्पल बेहरा तक पहुंची थी। 24 अगस्त 2023 को ब्रह्मपुर की एक फास्ट ट्रैक अदालत ने जियागंज में हुए इस तिहरे हत्याकांड के दोषी सागरदिघी निवासी उत्पल बेहरा उर्फ ​​मनोज को तीन साल चले मुक़दमे के बाद मौत की सजा सुनाई थी। इस पर इंडियन एक्सप्रेस और टाइम्स ऑफ़ इंडिया की रिपोर्ट यहाँ पढ़ें।

Report published by Indian Express

पढ़ें: भारतीय रेलवे की तत्काल बुकिंग का समय बदलने का दावा फ़र्ज़ी है

Conclusion

जांच से हम इस निष्कर्ष पर पहुँचते हैं कि साल 2019 में पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में पैसों के लेन-देन को लेकर हुए तिहरे हत्याकांड के मामले को अब झूठे सांप्रदायिक एंगल के साथ शेयर किया जा रहा है।

Sources
Report published by Jagran on 15th October 2019.
Report published by Times Now on 11th October 2019.
Report published by Jansatta on 11th October 2019.
Report published by Indian Express on 25th August 2023.
Report published by Times of India on 25th August 2023.

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