Authors
An enthusiastic journalist, researcher and fact-checker, Shubham believes in maintaining the sanctity of facts and wants to create awareness about misinformation and its perils. Shubham has studied Mathematics at the Banaras Hindu University and holds a diploma in Hindi Journalism from the Indian Institute of Mass Communication. He has worked in The Print, UNI and Inshorts before joining Newschecker.
सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर कर दावा किया जा रहा है कि लखनऊ के लुलु मॉल में हिंदुओं ने नमाज़ पढ़ी थी और पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। कहा जा रहा है कि यूपी पुलिस ने नमाज़ पढ़ने के आरोप में सरोज नाथ योगी, कृष्ण कुमार पाठक और गौरव गोस्वामी को गिरफ्तार कर लिया है। यूजर्स दावा कर रहे हैं कि इन युवकों ने नमाज़ पढ़कर साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ा था।
ट्विटर पर भी यह पोस्ट वायरल है।
दरअसल, बीते 10 जुलाई को यूपी के लखनऊ में लुलु मॉल का उद्घाटन किया गया। इस दौरान लुलु मॉल के मालिक युसुफ अली के साथ सीएम योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे। ‘हिंदुस्तान’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, लखनऊ में अमर शहीद पथ पर 22 लाख वर्ग फुट में फैला लुलु मॉल देश के कुछ अग्रणी ब्रांड्स का ठिकाना होगा। लुलु मॉल अपने उद्घाटन के बाद ही विवादों में आ गया, जब मॉल के परिसर में कुछ लोगों द्वारा नमाज़ अदा करते हुए एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
वीडियो वायरल होने के बाद कुछ धार्मिक संगठनों ने इसका विरोध किया। मॉल में नमाज़ पढ़ने को लेकर हुए विवाद के बाद वहां से हनुमान चालीसा पाठ का वीडियो सामने आया, जिसमें दो युवक जय श्री राम का नारा लगाते हुए हनुमान चालीसा का पाठ करते नजर आए। मॉल की सुरक्षा में लगे गार्ड्स ने दोनों युवकों को पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया। इसके अलावा लुलु मॉल पर प्रदर्शन कर रहे कुछ लोगों को भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया। बाद में इन युवकों को जेल भेज दिया गया।
इसी बीच सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर कर दावा किया जा रहा है कि लखनऊ के लुलु मॉल में नमाज़ पढ़ने के कारण गिरफ्तार हुए आरोपी हिंदू थे।
Fact Check/Verification
वायरल दावे की सत्यता जानने के लिए हमने कुछ कीवर्ड्स की मदद से गूगल सर्च किया। हमें आजतक द्वारा 16 जुलाई 2022 को प्रकाशित एक रिपोर्ट प्राप्त हुई। रिपोर्ट के अनुसार, लुलु माल में 15 जुलाई यानी शुक्रवार की रात धार्मिक कार्य करने पहुंचे चार लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। बतौर रिपोर्ट, पुलिस ने जिन चार लोगों को गिरफ्तार किया है उनकी पहचान सरोज नाथ योगी, कृष्ण कुमार पाठक, गौरव गोस्वामी और अरशद अली के रूप में हुई है। रिपोर्ट के मुताबिक, ये चारों धारा 144 लगे होने के बावजूद बिना अनुमति के लुलु मॉल के अंदर धार्मिक कार्य करने का प्रयास कर रहे थे। रिपोर्ट में इस बात का कहीं जिक्र नहीं है कि ये चारों लुलु मॉल के अंदर नमाज़ पढ़ रहे थे।
इस घटना को दैनिक भास्कर, टीवी9 भारतवर्ष और अमर उजाला समेत कई मीडिया संस्थानों ने प्रकाशित किया है। लेकिन किसी भी रिपोर्ट में इस बात का जिक्र नहीं है कि गिरफ्तार किए गए चारों आरोपी लुलु मॉल में नमाज़ अदा कर रहे थे।
पड़ताल के दौरान गिरफ्तार किए गए इन चार अभियुक्तों में से एक सरोज नाथ योगी की फेसबुक पोस्ट प्राप्त हुई। सरोज नाथ योगी ने 15 जुलाई 2022 को फेसबुक पोस्ट लिखकर अपनी गिरफ्तारी होने की जानकारी दी थी। उसने लिखा, “लुलु मॉल में हनुमान चालीसा पढ़ने गया था मेरी गिरफ्तारी हो गई है साथ में गौरव गोस्वामी पाठक जी।”
इसके अलावा, हमें डीसीपी साउथ लखनऊ के आधिकारिक ट्विटर हैंडल द्वारा 15 जुलाई को किया गया एक ट्वीट भी मिला। ट्वीट में पुलिस ने जानकारी दी है कि लुलु मॉल परिसर में बिना अनुमति धार्मिक क्रियाकलाप के प्रयास के संबंध में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इन चारों लोगों पर धारा 144 का उल्लंघन करने का आरोप है। डीसीपी साउथ लखनऊ पुलिस के इसी ट्वीट को लोग शेयर करके लिख रहे हैं कि इन चारों लोगों को नमाज़ पढ़ने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
सोशल मीडिया पर भ्रामक दावा वायरल होने के बाद लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट ने भी ट्वीट कर इन दावों का खंडन किया। पुलिस ने अपने ट्वीट में लिखा, “सोशल मीडिया पर लुलु मॉल प्रकरण के सम्बन्ध में कुछ युवकों का नाम लेकर भ्रामक खबरें प्रसारित की जा रही है, जो कि पूर्णतया असत्य है।” पुलिस ने आगे लिखा, “लुलु मॉल में 12 जुलाई को नमाज़ पढ़ने के विवाद को लेकर 14 जुलाई को लुलु मॉल प्रबंधन द्वारा अज्ञात नमाजियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया गया था। इस संबंध में कोई भी आरोपी चिन्हित नहीं हो सका है। इसके बाद 15 जुलाई को पुलिस ने तीन युवकों सरोज नाथ योगी, कृष्ण कुमार पाठक और गौरव गोस्वामी को हनुमान चालीसा पढ़ने का प्रयास करने और अरशद अली को नमाज़ पढ़ने के प्रयास में गिरफ्तार किया था। इन चारों युवकों के विरुद्ध धारा 151, 107, 116 सीआरपीसी के अंतर्गत कार्रवाई की गई है।”
यह भी पढ़ें: क्या महाराष्ट्र में नूपूर शर्मा के समर्थन करने को लेकर हुई एक और हत्या? मनगढ़ंत दावा हुआ वायरल
Conclusion
इस प्रकार हमारी पड़ताल में यह बात साफ हो जाती है कि लखनऊ के लुलु मॉल में नमाज़ पढ़ने के कारण गिरफ्तार हुए आरोपी हिंदू थे, यह दावा गलत है। चार में से तीन आरोपियों को हनुमान चालीसा पढ़ने के प्रयास में गिरफ्तार किया गया था।
Result: Partly False
Our Sources
Report Published by AAJ Tak on July 16, 2022
Facebook Post by Saroj Nath Yogi on July 15, 2022
Tweet by DCP Lucknow South on July 15, 2022
Tweet by Police Commissionerate Lucknow on July 15, 2022
किसी संदिग्ध ख़बर की पड़ताल, संशोधन या अन्य सुझावों के लिए हमें WhatsApp करें: 9999499044 या ई-मेल करें: checkthis@newschecker.in
Authors
An enthusiastic journalist, researcher and fact-checker, Shubham believes in maintaining the sanctity of facts and wants to create awareness about misinformation and its perils. Shubham has studied Mathematics at the Banaras Hindu University and holds a diploma in Hindi Journalism from the Indian Institute of Mass Communication. He has worked in The Print, UNI and Inshorts before joining Newschecker.