सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है, जिसमें एक पत्रकार गंगा किनारे पड़ी लाशों को दिखाते हुए रिपोर्टिंग कर रहा है. वीडियो को इस दावे से शेयर किया जा रहा है कि यह उत्तर प्रदेश के गाजीपुर का हालिया वीडियो है, जब प्रयागराज में महाकुंभ आयोजित हो रहा है.
हमारी जांच में पता चला कि यह वीडियो हालिया नहीं, बल्कि साल 2021 में कोरोना की दूसरी लहर के दौरान उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में गंगा किनारे पड़े शवों पर पत्रकार व सामजिक कार्यकर्ता ब्रजभूषण मार्कंडेय द्वारा की गई रिपोर्टिंग का है.
वीडियो में मास्क लगाए एक शख्स गंगा किनारे रिपोर्टिंग करते नजर आ रहे हैं. इस वीडियो में उक्त शख्स गंगा किनारे पड़ी लाशें और उसे नोचते कुत्तों के दृश्य दिखा रहे हैं. इस दौरान वह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को फोन लगाते भी नजर आते हैं. वीडियो में टेक्स्ट भी मौजूद है, जिसमें लिखा हुआ है “नोच रहे थे कुत्ते, कितना गिनूं; जब सीएम योगी को मिलाया फोन!”
वीडियो को वायरल दावे वाले कैप्शन के साथ X पर शेयर किया गया है, जिसमें लिखा हुआ है, “भाजपा सरकार के कार्यकाल में यूपी गाजीपुर मोदी योगी सरकार की पोल खोल रहा यह वीडियो गंगा नदी मे तैर रही है सैकड़ों लाशे एक तरफ महाकुंभ प्रयागराज का डंका बजाया जा रहा है दूसरी तरफ उसी गंगा मे लाशे तेर रही है”.

Courtesy: X/kavitak22628
Fact Check/Verification
Newschecker ने वायरल वीडियो में मौजूद टेक्स्ट की मदद से गूगल सर्च किया तो हमें पत्रकार ब्रजभूषण मार्कंडेय के यूट्यूब अकाउंट से 17 मई 2021 को अपलोड किया गया वीडियो मिला. यह वीडियो वायरल वीडियो का लंबा वर्जन है.

“जब CM Yogi को मिलाया फोन; कमजोर दिल के लोग ना देखें! नोच रहे थे कुत्ते! नहीं था गिनने लायक!” टाइटल के साथ यूट्यूब पर मौजूद इस वीडियो में ब्रजभूषण गंगा किनारे फेंकी गई कई लाशों और उसे नोंचते कुत्तों का दृश्य दिखा रहे हैं. इस दौरान वह उक्त स्थान का नाम गाजीपुर का बलमपुर गांव बताते हैं. वह मुख्यमंत्री कार्यालय और अन्य प्रशासनिक अधिकारियों को फोन करने की कोशिश भी करते हैं, लेकिन उन्हें कोई उचित जवाब नहीं मिलता है.

जाँच के दौरान हमने यह भी पाया कि वीडियो के डिस्क्रिप्शन में उन्होंने वीडियो से संबंधित जैसे लोकेशन, घटना और कई जानकारियां दी थी. वीडियो के डिस्क्रिप्शन में लिखा गया है, “दोस्तों जिनके भी दिल कमजोर हों वह इस वीडियो को कदापि ना देखें. हम सोमवार 17 मई 2021 को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जनपद अंतर्गत मोहम्मदाबाद तहसील के हर बलमपुर गांव के पास. गांव के सामने गंगा के किनारे दो दर्जन पार्थिव शरीरों को गिनने के बाद हम लोग और आगे नहीं बढ़ सके. कुछ पुरुष तो कुछ महिलाओं के पार्थिव शरीर बालू एवं गंगा के भीतर थे. कुत्ते उन्हें नोच नोच कर खा रहे थे. हमने मुख्यमंत्री जी के लैंडलाइन नंबर पर मिलाया तो बात नहीं हुई, दूसरे नंबर पर मिलाया तो भी बात नहीं हुई. डीएम आवास गाजीपुर पर फोन मिलाया तो उनके कर्मचारी द्वारा कोई और नंबर दिया गया. वह नंबर उठा ही नहीं. 112 पर मिलाया जिससे संपर्क नहीं हो पाया फिर जिलाधिकारी के नंबर पर बात करने का प्रयास किया और पूरी सूचना नोट कराई”.
खोजने पर हमें ब्रजभूषण के यूट्यूब अकाउंट से 8 फ़रवरी 2025 को अपलोड किया गया वीडियो भी मिला. इस वीडियो में उन्होंने वायरल वीडियो का ज़िक्र करते हुए बताया है कि “इससे अफवाह फैलाया जा रहा कि यह हाल का वीडियो है, जब प्रयागराज में महाकुंभ आयोजित हो रहा है. मैंने इस संबंध में डीजीपी कार्यालय को भी सूचित किया है और साइबर सेल भी शिकायत भी दर्ज कराई है”.
खोजने पर हमें गाजीपुर में गंगा किनारे हालिया दिनों में शव मिलने से संबंधित कोई विश्वसनीय खबर नहीं मिली.

हमने अपनी जांच में पत्रकार ब्रजभूषण मार्कंडेय से भी संपर्क किया. उन्होंने स्पष्ट किया कि “यह वीडियो साल 2021 का है, जब कोरोना काल में गाजीपुर में गंगा किनारे लाशें फेंकी गई थी. हमने इस संबंध में पुलिस के समक्ष शिकायत दर्ज कराई है”.
Conclusion
हमारी जांच में मिले साक्ष्यों से यह स्पष्ट है कि वायरल वीडियो हाल का नहीं, बल्कि साल 2021 में गाजीपुर में गंगा किनारे फेंकी हुई लाशों को लेकर पत्रकार ब्रजभूषण मार्कंडेय द्वारा की गई रिपोर्टिंग का है.
Our Sources
Video by Brajbhushan Markandey’s YT account on 17th May 2021
Video by Brajbhushan Markandey YT account on 8th Feb 2025
Telephonic Conversation with Journalist Brajbhushan Markandey
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