Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.
Claim
गुजरात में एक मस्जिद से बरामद हुआ हथियारों का जखीरा।
Verification
हथियारों के जखीरे के साथ कुछ लोगों की तस्वीर सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रही है। सन्देश में कहा जा रहा है कि “गुजरात में एक मस्जिद से पकड़े गये हथियार, आखिरकार ये मुस्लिम करना क्या चाहते हैं। वैसे देशभर में मस्जिदों की चेकिंग की जाए तो ऐसे ही हथियार मिलेंगे??
एक ट्विटर यूजर रघुवंशी ने इस चित्र की हकीकत जानने के लिए न्यूज़ चेकर से अनुरोध किया है। चित्र में बैठे कुछ लोगों के साथ चाकू और तलवार जैसे धारदार हथियार नज़र आ रहे हैं।
यह जानने के लिए कि क्या हालिया दिनों में इस तरह का कोई प्रकरण संज्ञान में आया भी है, पड़ताल आरम्भ की। हमारी शुरआती जांच में कुछ ख़ास हासिल नहीं हुआ लेकिन कुछ समाचार माध्यमों के लिंक्स जरूर सामने आए।
हमारी पड़ताल के दौरान कई लेख और लिंक्स मिले जिसमें कई लोगों को हथियारों सहित गिरफ्तार किए जाने की बात कही गई थी। समस्या यह थी कि कोई भी खबर वायरल हो रहे चित्र को वेरिफाई नहीं करती थी।
गूगल खंगालने के बाद यह तो तय हो चूका था कि यह तस्वीर हाल के दिनों की नहीं है। बारीकी से खोजने पर हमें एक ट्वीटर लिंक प्राप्त हुआ। 5 मार्च साल 2016 को गौरव प्रधान नामक यूजर ने इसी वायरल तस्वीर को पोस्ट किया है। पोस्ट में कहा गया है कि राजकोट में हथियार का जखीरा मिलने के बावजूद इस खबर को मीडिया क्यों नहीं दिखा रहा है।
बारीकी से खोजने पर एक और ट्वीट मिला। इस ट्वीट में भी हथियार के जखीरे के साथ बैठे कुछ लोगों को दिखाया गया है। यह ट्वीट भी साल 2016 का है।
इतना तो तय हो गया कि यह तस्वीर हाल के दिनों की नहीं है। वजह साफ है कि यह तस्वीर सोशल मीडिया के कई प्लेटफॉर्म्स पर सालों पहले से मौजूद है। खबर की तह तक जाने के लिए की गई पड़ताल के दौरान दैनिक भास्कर का एक लेख हाथ लग गया। इस लेख ने तस्वीर से पर्दा उठा दिया। असल में मामला राजकोट का है लेकिन हथियारों का जो जखीरा चित्र में दिख रहा है उसका सम्बन्ध किसी मस्जिद या मंदिर से नहीं है।
लेख के मुताबिक़ राजकोट के नेशनल हाइवे पर स्थित
इण्डिया पैलेस होटल के नोवेल्टी स्टोर से छापे के बाद हथियारों की एक बड़ी खेप बरामद हुई थी। इस रेड के दौरान पुलिस ने 5 लोगों को हिरासत में भी लिया था। पुलिस के मुताबिक़ खुलेआम हथियारों की सप्लाई की जा रही थी। विस्तृत खबर को तस्वीर के साथ देखने के लिए
यहां क्लिक कर सकते हैं।
हमारी खोज के दौरान ही गुजरात की एक स्थानीय समाचार वेबसाइट
गुजरात हेडलाइन की एक खबर मिली। इस खबर ने भी इस बात की पुष्टि की है कि पुलिस ने नेशनल हाइवे पर एक होटल से हथियारों का जखीरा बरामद किया था। यह रेड साल 2016 में डाली गई थी। छापे के दौरान भारी संख्या में मिले हथियारों के साथ होटल मैनेजर सहित 4 अन्य को भी काबू किया गया था।
आजतक ने भी इस खबर को प्रकाशित किया था। स्क्रीनशॉट नीचे देख सकते हैं।
हमारी पड़ताल में यह साफ हो गया कि वायरल हो रही तस्वीर किसी मस्जिद या मंदिर की नहीं है बल्कि पुलिस ने इन हथियारों को एक होटल में छापा मारकर साल 2016 में बरामद किया था।
Tools Used
- Google Reverse Image
- Twitter Advanced Search
- Google Keywords
Result
Misleading
Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.