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सोशल मीडिया पर आए दिन अलग-अलग धर्मों को लेकर नफरत फैलाने वाले कई कंटेंट शेयर किए जाते हैं. जो कि मिनटों में ही हर तरफ फैल जाते हैं। ऐसे कंटेंट को सोशल मीडिया पर वायरल होने में ज्यादा समय नहीं लगता है। ऐसे दावे साम्प्रदायिक दंगे भी करवाते हैं, तो कई बार मॉब लिंचिंग जैसी घटनाओं का कारण भी बनते हैं। इसी क्रम में, मॉब लिंचिंग से जुड़ा एक वीडियो इन दिनों तेजी से सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है। वीडियो में लाठी-डंडों से लैस सैकड़ों लोगों की भीड़ ने एक कार को घेर रखा है। आक्रोशित भीड़ को कार पर हमला करते हुए देखा जा सकता है। इस वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि बिहार के कटिहार जिले में मोहर्रम के दिन मुस्लिम समुदाय द्वारा जुलूस निकाला जा रहा था। इस दौरान जब एक हिंदू परिवार की कार इस जुलूस से निकली, तो इन लोगों ने उन्हें मार-मार कर घायल कर दिया, वो भी सिर्फ इसलिए क्योंकि वो हिंदू थे।
Crowd Tangle टूल की सहायता से किए गए एक विश्लेषण के मुताबिक, इस दावे को सैकड़ों लोगों ने सोशल मीडिया पर शेयर किया है। फेसबुक पर Manoj Tiwari नामक यूजर की पोस्ट को सबसे ज्यादा व्यूज, शेयर और लाइक मिले हैं। लेख लिखे जाने तक इस पोस्ट पर 2.5K व्यूज 166 शेयर और 51 लाइक थे।
पोस्ट से जुड़े आर्काइव लिंक को यहां पर देखा जा सकता है।
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Fact Check/Verification
वायरल वीडियो का सच जानने के लिए हमने गूगल पर कुछ कीवर्ड्स के जरिए सर्च किया। इस दौरान हमें वायरल दावे से जुड़ी एक मीडिया रिपोर्ट ETV Bharat की वेबसाइट पर 21 अगस्त को प्रकाशित मिली। रिपोर्ट में दी गई जानकारी के अनुसार, 20 अगस्त को मसूद आलम अपनी मां का इलाज करवाकर कुछ रिश्तेदारों के साथ अपने गांव वापस लौट रहे थे। इसी दौरान रास्ते में उनकी कार इस जुलूस में फंस गई। जब ड्राइवर ने गाड़ी निकालने के लिए लोगों से साइड देने के लिए कहा, तो भीड़ में मौजूद कुछ लोग भड़क गए और उन पर हमला कर दिया। Zee News ने भी इस रिपोर्ट को प्रकाशित किया था।
प्राप्त जानकारी के आधार पर एक बार फिर से कुछ कीवर्ड्स के जरिए गूगल पर सर्च किया। इस दौरान हमें दावे से जुड़ी एक मीडियो रिपोर्ट Prabhat Khabar की वेबसाइट पर मिली। रिपोर्ट में दी गई जानकारी के मुताबिक, प्रशासन द्वारा मना किए जाने के बावजूद इस जुलूस को निकाला गया था। इस हमले में अमीना खातून, तबस्सुम खातून, फरजाना खातून और वसीम नामक 4 लोग घायल हुए थे। Hindustan Times ने भी इस रिपोर्ट को प्रकाशित किया था। Hindustan Times की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने कार्रवाई करते हुए घटना से जुड़ी दो FIR दर्ज की हैं और 24 लोगों को गिरफ्तार किया है।
पड़ताल के समय हमें वायरल दावे से जुड़ी एक वीडियो रिपोर्ट Bihar Tak के यूट्यूब चैनल पर मिली। वीडियो में 2 मिनट 3 सेकेंड पर पीड़ित मसूद आलम को अपना परिचय देते हुए घटना के बारे में बताते हुए सुना जा सकता है।
Conclusion
हमारी पड़ताल में मिले तथ्यों के मुताबिक, वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। कटिहार में मोहर्रम जुलूस में शामिल लोगों ने एक मुस्लिम परिवार पर हमला किया था, जिसे अब गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। इस पूरे घटनाक्रम पर ज्यादा जानकारी के लिए, हमने कटिहार पुलिस से संपर्क करने की कोशिश की है। जैसे ही उनका रिप्लाई आता है लेख को अपडेट किया जायेगा।
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Result: False
Claim Review: कटिहार में मोहर्रम के दिन निकाले गए जुलूस में हिंदू परिवार पर किया गया हमला। Claimed By: Viral social media post Fact Check: False |
Our Sources
Youtube –https://www.youtube.com/watch?v=TBAsNSm-yPk
Hindustan Times –https://www.hindustantimes.com/cities/others/bihar-processionists-held-for-assault-loot-bid-101629562934220.html
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