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Claim
अमित शाह ने कहा, भाजपा ने उत्तर प्रदेश को मुख़्तार अंसारी से मुक्ति दिलाई.
Fact
वायरल वीडियो साल 2019 का है.
उत्तर प्रदेश के बाहुबली नेता मुख़्तार अंसारी की मौत के बाद गृहमंत्री अमित शाह का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वे कहते नज़र आ रहे हैं कि उत्तर प्रदेश को मुख़्तार अंसारी से मुक्ति भारतीय जनता पार्टी ने दिलाई. इस वीडियो को हालिया दिनों का बताकर शेयर किया जा रहा है
हालांकि, हमने अपनी जांच में पाया कि यह वीडियो करीब पांच वर्ष पुराना है, जब तत्कालीन भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने उत्तर प्रदेश के कासगंज की एक जनसभा में 2017 से पूर्व राज्य में शासन व्यवस्था को लेकर यह बयान दिया था.
बीते 28 मार्च को उत्तर प्रदेश के बाहुबली नेता मुख़्तार अंसारी की मौत हो गई. बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी की तबीयत 28 मार्च को बिगड़ गई थी, जिसके बाद उसे बेहोशी की हालत में रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज लाया गया, जहां उसकी मौत हो गई. इसके बाद 30 मार्च की सुबह उसे गाजीपुर के कालीबाग कब्रिस्तान में दफ़न कर दिया गया. मुख़्तार अंसारी की मौत को लेकर उसके परिवारवालों और समर्थकों की तरफ़ से कई तरह की आशंकाएं व्यक्त की जा रही हैं.
वहीं, मुख़्तार के परिवार वालों ने आरोप लगाया है कि उसकी मौत जहर देने की वजह से हुई है. उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने मुख़्तार अंसारी की मौत के मामले में जांच बैठाई है और एक महीने में रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया है.
वायरल वीडियो 57 सेकेंड का है. इस वीडियो में अमित शाह यह कहते हुए नज़र आ रहे हैं कि, “सबसे बड़ा काम हमने किया है कि हमने निजाम से मुक्ति दिलाई है”. आगे अमित शाह कहते हैं, “निजाम(NIZAAM) में N से मतलब नसीमुद्दीन सिद्दीकी से मुक्ति भारतीय जनता पार्टी ने दिलाई. I से मतलब इमरान मसूद से मुक्ति भारतीय जनता पार्टी ने दिलाई. आजम खान से मुक्ति भारतीय जनता पार्टी ने दिलाई. अतीक अहमद से मुक्ति भारतीय जनता पार्टी ने दिलाई और मुख्तार अंसारी से मुक्ति भी भारतीय जनता पार्टी ने दिलाई है. अगर सपा-बसपा गठबंधन आया तो यूपी में फिर से (NIZAAM) का शासन आ जाएगा”.
इस वीडियो को वेरिफाईड एक्स अकाउंट से शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा गया है, “अमित शाह कह रहे हैं कि मुख्तार अंसारी से मुक्ति भारतीय जनता पार्टी ने दिलाई। क्या ऐसा प्रतीत नहीं हो रहा, जैसे शाह ने अपने हाथ से अंसारी को ज़हर दिया हो?”
Fact Check/ Verification
Newschecker ने वायरल दावे की पड़ताल के लिए सबसे पहले संबंधित कीवर्ड की मदद से गूगल सर्च किया. इस दौरान हमें भारतीय जनता पार्टी के यूट्यूब अकाउंट से 10 अप्रैल 2019 को अपलोड किया गया 57 सेकंड का एक वीडियो मिला.
वीडियो में मौजूद डिस्क्रिप्शन के अनुसार, तत्कालीन भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने उत्तर प्रदेश के कासगंज में आयोजित जनसभा में यह बयान दिया था और कहा था कि “भाजपा ने यूपी को निजाम से मुक्ति दिलाई है”. निजाम कहने का अभिप्राय उत्तर प्रदेश के बाहुबली नेताओं नसीमुद्दीन सिद्दीकी, इमरान मसूद, आजम खान, अतीक अहमद और मुख़्तार अंसारी से था.
जांच के दौरान हमें 10 अप्रैल 2019 को एटा से लोकसभा प्रत्याशी रहे राजवीर सिंह के समर्थन में हुई इस जनसभा का पूरा वीडियो भाजपा के आधिकारिक यूट्यूब अकाउंट पर मिला. इस वीडियो के करीब 19 मिनट से हमें वायरल वीडियो वाला हिस्सा मिला.
वायरल वीडियो वाले हिस्से के आगे और पीछे वाले हिस्से को सुनने पर हमने पाया कि पहले उन्होंने उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार आने के बाद हुए कार्यों का उल्लेख किया. इसके बाद उन्होंने भ्रष्टाचार और कानून के मुद्दे पर उत्तर प्रदेश की पूर्ववर्ती सरकारों को घेरा. इसके बाद उन्होंने कहा कि “सबसे बड़ा काम हमने कोई किया है तो हमने निजाम से मुक्ति दिलाई है”.
आगे उन्होंने निजाम का अर्थ बताते हुए कहा कि “निजाम(NIZAAM) में N से मतलब नसीमुद्दीन सिद्दीकी से मुक्ति भारतीय जनता पार्टी ने दिलाई. I से मतलब इमरान मसूद से मुक्ति भारतीय जनता पार्टी ने दिलाई. आजम खान से मुक्ति भारतीय जनता पार्टी से दिलाई. अतीक अहमद से मुक्ति भारतीय जनता पार्टी ने दिलाई और मुख्तार अंसारी से मुक्ति भी भारतीय जनता पार्टी ने दिलाई है. अगर सपा-बसपा गठबंधन आया तो यूपी में फिर से (NIZAAM) का शासन आ जाएगा”.
जांच में हमें अमर उजाला की वेबसाइट पर 10 अप्रैल 2019 को प्रकाशित रिपोर्ट मिली. इस रिपोर्ट में भी बताया गया था कि लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान कासगंज में आयोजित विजय शंखनाद रैली में उन्होंने कहा कि “भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने निजाम से मुक्ति दिलाई है”.
इसके अलावा, हमें इस बयान से जुड़ी रिपोर्ट दैनिक जागरण की वेबसाइट पर भी 10 अप्रैल 2019 को प्रकाशित मिली.
गौरतलब है कि 2017 में योगी सरकार आने के बाद यूपी में मुख़्तार अंसारी के दिन ढलने शुरू हो गए थे. भाजपा सरकार ने अंसारी के परिवार वालों और उसके कई रिश्तेदारों की करीब 573 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त करने का दावा किया. साथ ही उत्तर प्रदेश सरकार ने अंसारी के खिलाफ लंबित कई मुक़दमे भी शुरू करवाए, जिसमें जेलर को धमकी देने सहित कई अन्य मामले शामिल थे.
Conclusion
हमारी जांच में मिले साक्ष्यों से यह साफ़ है कि अमित शाह ने यह बयान मुख़्तार अंसारी की मौत से करीब 5 वर्ष पहले एक जनसभा में दिया था.
Result: Missing Context
Our Sources
Video streamed by BJP on 10th April 2019
Article Published by AMAR UJALA on 10th April 2019
Article Published by Dainik Jagran on 10th April 2019
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