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Fact Check
यह आरएसएस कार्यकर्ताओं का 1942 का बीबीसी आर्काइव डांस वीडियो है.
वीडियो 2015 में नागपुर के संघ शिक्षा वर्ग शिविर का है, बीबीसी आर्काइव में ऐसा कोई 1942 आरएसएस डांस फुटेज मौजूद नहीं है.
सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि क्लिप में दिख रहा ‘संघ कार्यकर्ताओं का यह डांस’ साल 1942 का है, जिसे बीबीसी के ‘आर्काइव फुटेज’ के रूप में जारी किया गया. वीडियो के साथ लिखा जा रहा है कि ‘जब पूरा देश आज़ादी की लड़ाई लड़ रहा था, तब आरएसएस वाले डांस कर रहे थे’. इस फैक्ट चेक में हम जांचते हैं कि यह ‘RSS dance 1942 BBC archive’ वाला वीडियो असली है या एक और भ्रामक फेक क्लिप.”
56 सेकंड का यह वायरल वीडियो आज़ादी से पहले के दृश्य के रूप में दिखाया जा रहा है, हालांकि सच उससे काफ़ी अलग है. हमारी जांच में पता चला कि यह क्लिप प्री‑इंडिपेंडेंस नहीं, बल्कि 2015 में नागपुर में आरएसएस के एक शिविर के दौरान स्वयंसेवकों के डांस का है. इस ब्लैक‑ऐंड‑व्हाइट फुटेज में आरएसएस की वेशभूषा में कई स्वयंसेवक गाना गाते, पारंपरिक वाद्य बजाते और एक साथ नाचते दिखाई देते हैं, जिसे फ़ेक और ग़लत कैप्शन के साथ शेयर किया जा रहा है.
X पर यह वीडियो एक भ्रामक कैप्शन के साथ शेयर किया जा रहा है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि यह ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन (BBC) का 1942 का आर्काइव फुटेज है. कैप्शन में कहा जा रहा है कि जब दूसरे भारतीय ‘वंदे मातरम’ और ‘इंकलाब ज़िंदाबाद’ गा रहे थे, तब आरएसएस कार्यकर्ता राज के लिए डांस कर रहे थे. अंत में लिखा है कि “इतिहास के पास सबूत हैं और वे हिलते‑डुलते हैं”.

यही ‘RSS dance 1942 BBC archive’ वाला दावा फेसबुक पर भी लगभग उसी टेक्स्ट के साथ वायरल है, जिससे यह धारणा बनती है कि यह क्लिप आज़ादी से पहले के दौर का असली फुटेज है.

2015 के आजतक और ZEE 24 TAAS वीडियो क्या दिखाते हैं?
इस दावे की जांच करते हुए “RSS dance 1942 Nagpur” जैसे कीवर्ड से सर्च करने पर आजतक के यूट्यूब चैनल पर 17 दिसंबर 2015 को अपलोड की गई एक रिपोर्ट मिली, जिसमें वही दृश्य दिखाए गए हैं जो वायरल क्लिप में भी दिखते हैं .

आजतक की इस रिपोर्ट में बताया गया है कि नागपुर में संघ शिक्षा वर्ग के दौरान आरएसएस स्वयंसेवक गीत गाते और झूमते नज़र आए थे और उस कार्यक्रम में महाराष्ट्र के तत्कालीन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी अपने कई कैबिनेट सहयोगियों के साथ मौजूद थे, यानी वीडियो 2015 के संघ शिविर का है, न कि 1942 के “बीबीसी आर्काइव” का .

जांच के दौरान हमें ZEE 24 TAAS के यूट्यूब चैनल पर भी 17 दिसंबर 2015 को अपलोड की गई वीडियो रिपोर्ट मिली, जिसमें भी वही दृश्य दिखाई देते हैं जो वायरल क्लिप में हैं. इस रिपोर्ट के अनुसार, नागपुर में संघ शिक्षा वर्ग तृतीय वर्ष के शिविर में एक बैठक के दौरान संघ स्वयंसेवक गीत गाते और झूमते हुए नज़र आए.

इस रिपोर्ट में दिख रहे दृश्यों को जब हमने वायरल वीडियो के फ्रेम्स से मिलाया, तो कई समान विज़ुअल साफ़ नज़र आए, जिन्हें नीचे दी गई तस्वीरों में देखा जा सकता है . इतना ही नहीं, दोनों वीडियो में हमें महाराष्ट्र के भाजपा नेता आशीष शेलार भी दिखाई दिए

बीबीसी के नाम वाले दावे की भी पड़ताल की गई. “BBC archive RSS dance” “बीबीसी आर्काइव आरएसएस डांस” जैसे कई कीवर्ड से गूगल सर्च करने पर ऐसा कोई वीडियो नहीं मिला, जिसमें आरएसएस स्वयंसेवक इसी तरह डांस करते हुए दिखते हों.
अब तक मिले साक्ष्य साफ़ बताते हैं कि 1942 के आरएसएस डांस के नाम से वायरल यह वीडियो दरअसल दिसंबर 2015 में नागपुर में संघ के एक शिविर/बैठक के दौरान रिकॉर्ड किया गया फुटेज है, जिसे आज़ादी से पहले के दौर का बताकर भ्रामक तरीके से शेयर किया जा रहा है.
Our Sources
Video Published by AAJ TAK on 17th Dec 2015
Video Published by Zee 24 Taas on 17th Dec 2015
Runjay Kumar
December 11, 2025
JP Tripathi
December 11, 2025
Runjay Kumar
December 10, 2025