पुलिसकर्मी पर पथराव का एक वीडियो सोशल मीडिया पर पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में भड़की हिंसा से जोड़कर शेयर किया जा रहा है.
हालांकि हमने अपनी जांच में पाया कि वायरल दावा फर्जी है. वीडियो में दिख रहे दृश्य पश्चिम बंगाल के नहीं बल्कि नेपाल की राजधानी काठमांडू के हैं.
वक्फ संशोधन बिल (अब कानून) के पास होने के बाद बीते 11 अप्रैल को पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हिंसा भड़क उठी. इस हिंसा में अबतक तीन लोगों की मौत हो चुकी है. हिंसाग्रस्त इलाकों में सीमा सुरक्षा बल को तैनात किया गया है. वहीं बीजेपी ने राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है.
वायरल वीडियो करीब 10 सैकेंड का है, जिसमें भीड़ पुलिसकर्मी पर पथराव कर रही है. इस दौरान पुलिसकर्मी अपने आप को शील्ड से बचाने की कोशिश कर रहे हैं. वीडियो में एक टेक्स्ट भी मौजूद है, जिसमें लिखा हुआ है “बंगाल में पुलिस की हालत देख लो, ये पुलिस रक्षा करेगी. बंगाल पुलिस का ऐसा हाल होता होगा तो सोचो कि वहां पर हिंदुओं का हाल क्या होगा”.
इस वीडियो को X पर वायरल दावे वाले कैप्शन के साथ शेयर किया गया है, जिसमें लिखा हुआ है “तरस आता है बंगाल पुलिस की हालत देखकर, बलवाइयों पर गोली तक नहीं चला सकते है. ममता बनर्जी का ख़ौफ़ इतना है कि ईंट खा लेंगे पर कुछ नहीं करेंगे हद है”.

इसी तरह के दावों से वायरल वीडियो को फेसबुक पर भी शेयर किया गया है.

Fact Check/Verification
पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में भड़की हिंसा से जोड़कर शेयर हो रहे इस वीडियो के की-फ्रेम की मदद से रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें Explore Nepal नाम के फेसबुक अकाउंट से 28 मार्च 2025 को शेयर किया गया वीडियो मिला. वीडियो के साथ मौजूद कैप्शन में इसे नेपाल में राजशाही पुनर्बहाल करने की मांग को लेकर हुए हालिया प्रदर्शन के दौरान का बताया गया था.

इसके अलावा, हमें एक यूट्यूब अकाउंट से भी यह वीडियो 28 मार्च 2025 को अपलोड किया गया मिला. यूट्यूब पर मिले इस वीडियो की क्वालिटी ठीक होने की वजह से इसके दृश्य काफी हद तक साफ़ दिखाई दे रहे थे.

वीडियो को ध्यानपूर्वक देखने पर हमें एक दीवार पर “घर आंगन Restro & Sekuwa” और एक बिल्डिंग पर लंदन कॉलेज अंग्रेजी में लिखा हुआ दिखाई दिया.


जब हमने लंदन कॉलेज को नेपाल वाले कीवर्ड के साथ खंगाला तो हमें यह राजधानी काठमांडू के तिनकुने इलाके में मिला. ठीक इसी बिल्डिंग से करीब 180 मीटर की दूरी पर हमें “घर आंगन RESTRO & SEKUWA” भी मिला.

चूंकि इस एरिया का गूगल स्ट्रीट व्यू मौजूद नहीं था, इसलिए हमने गूगल मैप्स पर मौजूद फोटो से वायरल वीडियो में दिख रहे दृश्यों का मिलान किया. हमने पाया कि वायरल वीडियो में दिख रहे दृश्य इसी स्थान के हैं, क्योंकि दोनों ही दृश्यों में लाल दीवार पर मौजूद ‘घर आंगन RESTRO & SEKUWA’ का लोगो और उसके पीछे उजले रंग की बिल्डिंग मौजूद थी. इन दृश्यों से यह भी प्रतीत हो रहा था कि या तो उक्त “घर आंगन RESTRO & SEKUWA” अब वहां पर मौजूद नहीं है या फिर उसका निर्माण कार्य चल रहा है.

इसके बाद हमने अपनी जांच को पुख्ता करने के लिए काठमांडू के टूर गाइड अनिल गौतम से संपर्क किया तो उन्होंने हमें उक्त लोकेशन से कई तस्वीरें भेजीं.


इन अलग-अलग तीन तस्वीरों में द लंदन कॉलेज, घर आंगन RESTRO & SEKUWA की वह दीवार और उसके पीछे मौजूद उजले रंग की बिल्डिंग को देखा जा सकता है.

Conclusion
हमारी जांच में मिले साक्ष्यों से यह स्पष्ट है कि वायरल वीडियो पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में भड़की हिंसा का नहीं, बल्कि नेपाल के काठमांडू का है. हालांकि हम अपनी जांच में वीडियो की असल तारीख के बारे में पता नहीं लगा पाए.
(हमारे सहयोगी संजीव फुयाल के इनपुट्स के साथ)
Our Sources
Video uploaded by Explore Nepal FB account on 28th March 2025
Images available on Google Maps
Image Received from Anil Gautam, Tour Operator of Kathmandu
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