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Fact Check
कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने नहीं की दलितों के बारे में अपमानजनक टिप्पणी, सोशल मीडिया में वायरल हुआ भ्रामक सन्देश
Claim
मशहूर कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर के मुताबिक़ यदि कोई शूद्र मंदिर में कदम रखे तो उसे कुत्ते की तरह पीटकर भगा दो।

Verification
मशहूर कथावाचक और SC-ST एक्ट में केंद्र द्वारा हुए संशोधन के बाद सवर्णों का समर्थन कर चर्चा में आए देवकीनंन्दन ठाकुर के बारे में एक सन्देश तेजी से वायरल हो रहा है। एक ट्विटर यूजर ने ट्वीट करते हुए उन्हें नकली ब्राह्मण बताया है। ट्वीट में दावा किया जा रहा है कि देवकीनंदन ने शूद्रों के मंदिर में जाने पर उनके साथ कुत्तों जैसा बर्ताव करने की बात की है।
Aise brahman ka kya hall hona chahie dosto khud nakli brahman h pic.twitter.com/m6qU87ztcV
— jo dharm maan samman nhi de aise dharm ko tyag do (@Goutam71210943) August 7, 2019
सन्देश की सत्यता जानने के लिए हमने देवकीनंदन के हालिया बयान को ढूंढना आरम्भ किया। इस दौरान कई लिंक्स सामने आए लेकिन कहीं भी वायरल सन्देश की प्रमाणिकता साबित नहीं हो पाई।

पड़ताल के दौरान यूट्यूब पर साल 2017 का एक वीडियो प्राप्त हुआ। इस वीडियो में देवकीनंदन ठाकुर ने कुत्तों के पालने पर सवाल उठाया है। उन्होंने वेद-ग्रंथों का हवाला देते हुए कुत्ते पालने पर होने वाले दुष्परिणामों की बात की है। हालांकि इस वीडियो में कहीं भी उन्होंने शूद्रों को मंदिर जाने से रोकने वाली बात नहीं कही है।
इसी दौरान साल 2018 में उनके द्वारा सवर्णों और दलितों के बारे दिए गए एक बयान का वीडियो प्राप्त हुआ। यह वीडियो SC-ST कानून में केंद्र सरकार के बदलाव के बाद ABP द्वारा लिए गए साक्षात्कार का है।
देवकीनंदन ठाकुर ट्विटर पर भी मौजूद हैं। सोशल मीडिया के इस प्लेटफार्म पर ठाकुर के लाखों फॉलोवर हैं। ट्विटर पर हालिया दिनों के उनके ट्ववीट्स को खंगाला लेकिन कहीं भी उनके द्वारा इस तरह का कोई भी बयान नहीं पाया गया।

बारीकी से खोजने पर देवकीनंदन ठाकुर के बारे में कई लेख प्राप्त हुए। इन लेखों में उनके द्वारा SC-ST मुद्दे पर सरकार का विरोध किए जाने की बात कही गई है। इस मुद्दे पर विरोध करने के दौरान उनकी गिरफ्तारी भी हुई थी। उनका मानना था कि सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को बदलकर गलत किया है। किसी भी मामले में बिना विवेचना के गिरफ्तारी न होने की वकालत करने को लेकर देवकीनंदन ठाकुर सड़कों पर उतरे थे।

हमारी पड़ताल में देवकीनंदन ठाकुर के बारे में किया जा रहा दावा गलत साबित हुआ।
Tools Used
- Twitter Advanced Search
- Google Keywords
- YouTube Search
Result- False
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