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1962 में पहली बार म्यांमार में सैन्य तानाशाही की शुरूआत हुई थी। 1962 में जनरल ने विन ने तख्तापलट करते हुए देश में सारे संवैधानिक संस्थानों को खत्म कर दिया था और सैन्य सरकार की स्थापना की थी। इसके बाद देश में कई सालों तक सैन्य सरकार के खिलाफ आंदोलन किए गए। जिसके बाद 2011 में म्यांमार को सैन्य सरकार से आजादी मिली। 10 साल पहले 2011 में देश की बागडोर सेना की जगह चुनी गई सरकार के हाथों में दी गई। लेकिन अब 10 साल बाद एक बार फिर से म्यांमार में सैन्य शासन लौट आया है।
सेना ने तख्तापलट करते हुए एक साल तक के लिए आपातकाल घोषित कर दिया है। सेना ने देश की सर्वोच्च नेता आंग सान सू (Aung San Suu Kyi) और राष्ट्रपति यू विन मिंट (Yun Win Myint) समेत कई नेताओं को गिरफ्तार भी कर लिया है। जिसके बाद से ही सोशल मीडिया पर आंग सान सू की रोते हुए एक तस्वीर वायरल हो रही है। दावा किया जा रहा है कि ये तस्वीर आंग सान सू की गिरफ्तारी के समय की है।
पोस्ट से जुड़ा आर्काइव लिंक यहां देखा जा सकता है।
Fact Checking/Verification
वायरल तस्वीर का सच जानने के लिए गूगल पर कुछ कीवर्ड्स के जरिए सर्च किया। इस दौरान हमें The Guardian का एक लेख मिला। जिसमें इस तस्वीर का इस्तेमाल किया गया था। इस लेख को 4 सितंबर 2017 को प्रकाशित किया गया था। इस लेख में तस्वीर का इस्तेमाल जरूर किया गया है, लेकिन इसमें तस्वीर से जुड़ी कोई जानकारी नहीं दी गई थी।
पड़ताल को जारी रखते हुए हमने गूगल रिवर्स इमेज के जरिए सर्च किया। जिसके बाद इस तस्वीर से जुड़ी कई जानकारियाँ हमारे हाथ लगी। हमें ये वायरल तस्वीर Getty Images की वेबसाइट पर मिली। Getty Images की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक ये तस्वीर 17 अगस्त 2017 को ली गई थी। जब आंग सान सू नेशनल लीग फ़ॉर डेमोक्रेसी (NLD) पार्टी के पूर्व चेयरमैन Aung Shwe in Yangon के अंतिम संस्कार में शामिल पहुंची थीं।
पड़ताल के दौरान हमें NLD पार्टी के पूर्व चेयरमैन Aung Shwe in Yangon के अंतिम संस्कार से जुड़ी कई और तस्वीरें Alamy की वेबसाइट पर भी मिली। इन तस्वीरों को 17 अगस्त 2017 को पोस्ट किया गया था। इन तस्वीरों में आंग सान सू की Aung Shwe in Yangon के अंतिम दर्शन करते हुए और कुछ कहते हुए नजर आ रही हैं।
छानबीन के दौरान हमें The Global New Light of Myanmar की वेबसाइट पर एक लेख मिला। रिपोर्ट के मुताबिक Aung Shwe in Yangon के अंतिम संस्कार में आंग सान सू शामिल होने के लिए पहुंंची थीं। Aung Shwe in Yangon के चले जाने से वो काफी दुखी थीं। दोनों तस्वीरों में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि आंग सान सू ची ने एक ही तरह का कपड़ा पहना हुआ है।
Aung San Suu Kyi ने देशवासियों को आजादी दिलाने और देश में लोकतंत्र लाने के लिए 22 साल लड़ाई लड़ी थी। जिसके बाद उन्हें म्यांमार की आयरन लेडी कहा जाने लगा। लोकतंत्र की लड़ाई को रोकने के लिए सेना ने उन्हें कई सालों तक नजरबंद रखा था। नजरबंद रहने के दौरान ही उन्हें साल 1991 में नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
Conclusion
हमारी पड़ताल में मिले तथ्यों के मुताबिक आंग सान सू की तकरीबन 5 साल पुरानी तस्वीर को गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। Aung Shwe in Yangon के अंतिम संस्कार की तस्वीर को म्यांमार में हो रही हालिया घटना से जोड़कर वायरल किया गया है।
Result: Misleading
Our Sources
Getty Images – https://www.gettyimages.ca/detail/news-photo/myanmars-state-counselor-aung-san-suu-kyi-leaves-after-news-photo/833541214?adppopup=true
The Global New Light of Myanmar – https://www.gettyimages.ca/detail/news-photo/myanmars-state-counselor-aung-san-suu-kyi-leaves-after-news-photo/833541214?adppopup=true
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