उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की हैंडपंप से पानी पीते हुए एक फोटो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है. तस्वीर के जरिए योगी की सादगी की प्रशंसा की गई है. कहा जा रहा है कि प्यास लगने पर मिनरल वाटर मंगाने के बजाए मुख्यमंत्री योगी हैंडपंप पर पानी पीने पहुंच गए.


इस तस्वीर के साथ कैप्शन में लिखा है,“बिस्लरी की बोतल मंगाकर प्यास बुझाते मुख्यमंत्री बहुत देखे होंगे, पर ऐसा मुख्यमंत्री नही देखा होगा, जो अपनी प्यास बुझाने के लिए हैंडपंप तक पहुँच जाए”. इसी कैप्शन के साथ इस तस्वीर को फेसबुक और ट्विटर पर हजारों लोग शेयर कर चुके हैं.
Fact Check/Verification
वायरल तस्वीर को रिवर्स सर्च की मदद से ढूंढने पर हमें कोई खास जानकारी नहीं मिली. सिर्फ इतना पता चला कि तस्वीर 2017 में भी चर्चा में आई थी, जब इसका फोटोशॉप्ड वर्जन वायरल हुआ था. उस समय इस फोटो पर कई खबरें हुई थीं. लेकिन किसी भी खबर में यह नहीं बताया गया कि यह तस्वीर कब और कहां की है.

कीवर्ड्स की मदद से गूगल पर ढूंढने के दौरान हमें ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं मिली, जिसमें सीएम योगी आदित्यनाथ की हैंडपंप से पानी पीते हुए इस तस्वीर का जिक्र हो. लेकिन फेसबुक पर कीवर्ड सर्च करने पर हमें 2016 की कुछ पोस्ट मिलीं, जिसमें ये तस्वीर मौजूद थी.

तस्वीर को अप्रैल 2016 में कई यूजर्स ने शेयर किया था. इसके साथ लोगों ने लिखा था कि यह गोरखपुर सांसद योगी आदित्यनाथ की सादगी का एक उदाहरण है. अप्रैल 2016 में योगी आदित्यनाथ गोरखपुर के सांसद थे, ना कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री. योगी, यूपी के मुख्यमंत्री मार्च 2017 में बने थे.
2016 में इस तस्वीर के लिए कुछ लोगों ने हरगोविंद प्रवाह नाम के एक व्यक्ति को क्रेडिट दिया था. तस्वीर के बारे अन्य जानकारी जानने के लिए न्यूजचेकर ने हरगोविंद से भी संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन उनका फोन बंद था. अगर हमारी उनसे बात होती है तो उसे इस लेख में अपडेट कर दिया जाएगा.
Conclusion
कुल मिलाकर निष्कर्ष यह निकलता है कि योगी आदित्यनाथ की हैंडपंप से पानी पीते हुए यह तस्वीर लगभग छह साल या उससे ज्यादा पुरानी है. यह वायरल तस्वीर योगी के मुख्यमंत्री बनने के पहले की है, ना कि बाद की जैसा कि दावा किया गया है.
Result: False Context/Missing Context
सौरभ पांडेय के इनपुट्स के साथ
किसी संदिग्ध ख़बर की पड़ताल, संशोधन या अन्य सुझावों के लिए हमें WhatsApp करें: 9999499044 या ई-मेल करें: [email protected]