Authors
Claim
भारत के मदरसे में बच्ची को उल्टा लटकाकर पीटे जाने का वीडियो।
Fact
यह वीडियो पाकिस्तान के रावलपिंडी का है, जहां करीब छह साल पहले एक मौलवी ने मदरसे में एक बच्चे को उल्टा लटकाकर पीटा था।
सोशल मीडिया पर बाल उत्पीड़न का विचलित करने वाला वीडियो वायरल है। वीडियो में एक बच्चे को उल्टा लटकाकर पीटा जा रहा है। सोशल मीडिया पर इस वीडियो को भारत के मदरसे में बच्ची को उल्टा लटकाकर पीटने का बताते हुए कार्रवाई की मांग की जा रही है। हालांकि, जांच में हमने पाया कि करीब छह साल पुराना यह वीडियो पकिस्तान का है, जहाँ एक मदरसे का मौलवी नाबालिग छात्र को उल्टा लटकाकर पीट रहा था। रावलपिंडी पुलिस ने इस जघन्य कृत्य में आरोपी शिक्षक को गिरफ्तार किया था।
16 जुलाई 2024 को शेयर किए गए एक्स पोस्ट के कैप्शन में लिखा है, “यह कौन सा स्कूल है मुझे बताने की जरूरत नहीं है लेकिन एक छोटी बच्ची को इस तरह से पैर बांधकर उल्टा लटकाया जाना क्या हमारे देश में कानून का डर है या नहीं है ? और इस बच्ची को यह तालिबानी सजा क्यों दी जा रही है इसका कारण है आसमानी किताब जो इसे समझ नहीं आई । मुझे लगता है कि ऐसे स्कूलों को पूरी तरह से बैन कर देना चाहिए पूरे भारत में और ऐसे लोगों के ऊपर कार्रवाई होनी चाहिए जो इस तरह से एक छोटी बच्ची के साथ मारपीट कर रहे है।”
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Fact Check/Verification
पड़ताल की शुरुआत में हमने वायरल वीडियो के की-फ्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च किया। इस दौरान हमें वायरल वीडियो से जुड़े जून, 2019 के कई सोशल मीडिया पोस्ट्स नजर आये, जिन्हें यहाँ और यहाँ देखा जा सकता है। इन पोस्ट्स को देखने पर यह स्पष्ट हो गया कि यह वीडियो पुराना है। पोस्ट्स के कैप्शन में लिखा था, “पंजाब पुलिस ने मदरसे के एक कारी को गिरफ्तार किया है, जिसने नाबालिग छात्र को उल्टा लटकाकर सजा दी थी। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में एक बच्चे को बेरहमी से सजा देते हुए और रहम की गुहार लगाते हुए देखा जा सकता है।”
अब हमने इस मामले से जुड़ी जानकारी जुटाने के लिए संबंधित की-वर्ड्स को गूगल पर सर्च किया। इस दौरान हमें 28 जून 2019 को प्रकाशित पाकिस्तानी अखबार ‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून‘ की रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट में बताया गया है कि मदरसे में मौलवी द्वारा छात्र को उल्टा लटकाकर पीटने की यह घटना रावलपिंडी, पाकिस्तान की है। रिपोर्ट के अनुसार, रावलपिंडी पुलिस को शुरुआती जांच में मदरसे ने बताया था कि यह घटना साल 2018 की है।
28 जून 2019 को प्रकाशित पाकिस्तानी अखबार ‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून‘ की रिपोर्ट से जानकारी मिलती है कि रावलपिंडी के एक मदरसे में हुई बाल शोषण की इस घटना का संज्ञान लेते हुए रावलपिंडी पुलिस ने 28 जून को ही इस जघन्य कृत्य में शामिल शिक्षक को गिरफ्तार किया था। पुलिस की विशेष शाखा और आतंकवाद-रोधी विभाग (CTD) ने खुफिया एजेंसियों की मदद से सोशल मीडिया पर इस कृत्य के फुटेज वायरल होने के कुछ घंटों के भीतर मदरसे का पता लगा लिया, और आरोपी नूर मुहम्मद को सादिकाबाद के ढोक कश्मीरियन में स्थित मदरसे से गिरफ्तार किया गया। जिसके बाद आरोपी, पीड़ित और उसके पिता को पूछताछ के लिए सादिकाबाद पुलिस स्टेशन ले जाया गया था।
इस घटना से जुड़ी अन्य रिपोर्ट्स यहाँ और यहाँ पढ़ें।
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Conclusion
जांच में हम इस निष्कर्ष पर पहुँचते हैं कि बच्चे की पिटाई का यह वीडियो पाकिस्तान का है और करीब छह साल पुराना है।
Result: False
Sources
Social Media Posts.
Report by The Express Tribune on 28th June 2019.
Report by Express Ary News on 28th June 2019.
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