सोशल मीडिया पर एक वीडियो के जरिए दावा किया गया है कि जोधपुर में राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत के बेटे और कांग्रेस नेता वैभव गहलोत की एक सभा में ‘मोदी-मोदी’ के नारे लगे, जिसकी वजह से उन्हें बिना भाषण दिए ही सभा से भागना पड़ा.
इस ट्वीट का आर्काइव यहां देखा जा सकता है.
इस ट्वीट का आर्काइव यहां देखा जा सकता है.
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वायरल वीडियो को देखने पर पता चलता है कि यह किसी जनसभा का है, जहां मौजूद भीड़ ‘मोदी-मोदी’ के नारे लगा रही है. वीडियो में कुछ सेकंड बाद पगड़ी पहने एक व्यक्ति नजर आता है जिसे कई लोगों ने घेर रखा है. व्यक्ति भीड़ की तरफ हाथ हिलाता है और फिर अपनी कार में बैठकर आगे बढ़ जाता है. दावे में इस व्यक्ति को वैभव गहलोत बताया गया है. वीडियो के आखिर में भी एक आदमी को बोलते हुए सुना जा सकता है कि “मोदीमय हुआ शिकारपुरा”, “वैभव गहलोत के सामने लगे मोदी-मोदी के नारे”.
सोशल मीडिया यूजर्स का कहना कि अलवर में मंदिर तोड़े जाने के बाद नाराज हिंदुओं की भीड़ ने वैभव गहलोत की सभा में मोदी के समर्थन में नारे लगाए. फेसबुक और ट्विटर पर इस पोस्ट को हजारों लोग शेयर कर चुके हैं. कुछ वेरीफाइड ट्विटर यूजर्स ने भी वीडियो को ट्वीट किया है. इसके अलावा NMF News नाम के एक वेरीफाइड यूट्यूब चैनल ने भी वीडियो को 29 अप्रैल 2022 को एक खबर के तौर पर चलाया है.
गौरतलब है कि 17 अप्रैल को राजस्थान के अलवर में प्रशासन की तरफ से एक मंदिर गिराए जाने के बाद काफी बवाल देखने को मिला. इस मामले पर बीजेपी, सत्ताधारी गहलोत सरकार पर लगातार निशाना साध रही है और विरोध प्रदर्शन कर रही है. इसी के मद्देनजर ये वीडियो वायरल है, जिसके साथ दावा है कि अलवर में मंदिर तोड़े जाने के बाद वैभव गहलोत की रैली में हिंदुओं ने अपनी प्रतिक्रिया दी.
Fact Check/Verification
इस वीडियो को कुछ कीवर्ड्स की मदद से सर्च करने पर हमें कोई खबर नहीं मिली. लेकिन यह सामने आया कि वीडियो अप्रैल 2019 में भी शेयर किया गया था. उस समय लोगों ने लिखा था कि जोधपुर स्थित शिकारपुरा धाम में वैभव गहलोत के सामने मोदी-मोदी के नारे लगे.
कुछ लोगों ने इस घटना के दूसरे वीडियोज भी शेयर किए थे जो अलग एंगल से शूट हुए थे. साथ में लिखा था कि यह वीडियो 14 अप्रैल 2019 का है जब राम नवमी के अवसर पर शिकारपुरा में वैभव गहलोत को मोदी के नारों का सामना करना पड़ा.
यहां इतनी बात तो साफ हो गई कि यह वीडियो दो साल से ज्यादा पुराना है और इसका अलवर के मंदिर वाले मामले से कोई संबंध नहीं है. इसके बाद हमने यह पता लगाने का प्रयास किया कि क्या वायरल वीडियो वाकई वैभव गहलोत की जोधपुर में हुई सभा का है. इस संबध में Newschecker ने जोधपुर के एक स्थानीय पत्रकार नवीन दत्त से संपर्क किया. उन्होंने हमें बताया, “यह वीडियो जोधपुर के शिकारपुरा का है, जिस वक्त 2019 के लोकसभा चुनाव चल रहे थे. मैं खुद भी इस सभा को कवर करने गया था.”
इस बात की पुष्टि हमें शिकारपुरा धाम के एक पुजारी सनवलरामजी महाराज ने भी की. उनका भी यही कहना था कि यह वीडियो 2019 का शिकारपुरा धाम का है.
Conclusion
न्यूजचेकर की जांच में यह स्पष्ट है कि वैभव गहलोत की रैली में मोदी-मोदी के नारे लगे थे. लेकिन इस वीडियो का अलवर में तोड़े गए मंदिर से कोई संबंध नहीं है.
Result: Misleading/ Partly False
Our Sources
Twitter posts of April 2019
Quote of local Journalist of Jodhpur
Quote of priest of Shikarpura Dham in Jodhpur
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