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Claim
मतदान के दौरान एक व्यक्ति ने ईवीएम में भाजपा उम्मीदवार के लिए लगातार पांच वोट डाले। एक्स पोस्ट का आर्काइव यहाँ देखें।
Fact
न्यूज़चेकर ने सबसे पहले ”मतदान में धोखाधड़ी”, “एक ही व्यक्ति द्वारा भाजपा उम्मीदवार को 5 वोट” कीवर्ड्स को गूगल सर्च किया। परिणाम में हमें 28 अप्रैल, 2024 को न्यूज़9 द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट में बताया गया है कि यह वीडियो असम के करीमगंज का है, जहां मॉक पोल के दौरान वीडियो को शूट किया गया था। इस घटना के बाद जिला निर्वाचन अधिकारी (डीईओ) की तरफ से मतदान अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था।
संबंधित की-वर्ड सर्च करने पर जिला आयुक्त, करीमगंज के आधिकारिक एक्स हैंडल से 28 अप्रैल, 2024 को शेयर किया गया एक पोस्ट मिला। इस पोस्ट में करीमगंज के जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा वायरल वीडियो को लेकर जारी की गयी प्रेस विज्ञप्ति मौजूद है।
प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, “वायरल वीडियो की जांच के दौरान पीठासीन अधिकारी श्री नजरूल हक ने बताया कि उक्त वीडियो मॉक पोल के दौरान लिया गया था और बाद में वास्तविक मतदान शुरू होने से पहले सीआरसी (क्लोज रिजल्ट क्लियर) किया गया था। साझा वीडियो में दिखाई देने वाले व्यक्तियों के बयानों से भी इसकी पुष्टि होती है। प्रक्रिया के अनुसार, पोलिंग एजेंट को मॉक पोल के दौरान उम्मीदवार के पक्ष में कुछ वोट डालने की अनुमति दी जाती है।” प्रेस विज्ञप्ति में यह भी बताया गया है कि मतदान अधिकारियों को इस संबंध में कारण बताओ नोटिस दिया गया है।
28 अप्रैल, 2024 को जिला आयुक्त द्वारा एक और प्रेस विज्ञप्ति जारी की गई, जिसमें भी यही बताया गया कि वायरल वीडियो केवल मॉक पोल के दौरान लिया गया था और वह वास्तविक मतदान से संबंधित नहीं था। इस दौरान प्रक्रिया का कोई उल्लंघन नहीं हुआ था।
प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया है कि “ईसीआई निर्देशों के उल्लंघन के लिए, पीठासीन अधिकारी के खिलाफ पहले ही अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा चुकी है और मतदान केंद्र के अंदर मोबाइल फोन ना ले जाने के निर्देश का उल्लंघन करने वाले मतदान एजेंट के खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।” इस घटना पर प्रकाशित रिपोर्ट्स को यहां और यहां देखा जा सकता है।
बतौर रिपोर्ट्स, निर्दलीय उम्मीदवार अब्दुल हमीद, जिनके पोलिंग एजेंट को वीडियो में देखा गया था, ने कथित तौर पर इस घटना के लिए मतदान अधिकारियों की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया है। अब्दुल हमीद के अनुसार, मतदान अधिकारियों ने कथित तौर पर नाश्ते के समय ईवीएम को लावारिस छोड़ दिया था। हमीद ने ईटीवी भारत को बताया, “यह वीडियो चुनाव शुरू होने से पहले सुबह लगभग 6:30 बजे मनोरंजन के लिए रिकॉर्ड किया गया था, जो आगे पुष्टि करता है कि यह शुक्रवार को वास्तविक मतदान के दौरान नहीं लिया गया था।”
भारत के चुनाव आयोग ने भी 29 अप्रैल, 2024 को एक ट्वीट में वायरल वीडियो को खारिज किया है और आरोपों को “झूठा और भ्रामक” बताया है।
पढ़ें: Fact Check: पाकिस्तान के मंदिर का वीडियो वायनाड का बताकर फर्जी सांप्रदायिक दावे के साथ वायरल
इस प्रकार हमारी जांच से यह स्पष्ट होता है कि मतदान में एक व्यक्ति द्वारा भाजपा उम्मीदवार के लिए लगातार पांच वोट डालने का दावा फ़र्ज़ी है। वायरल वीडियो मॉक पोल के समय का है।
Result: False
Sources
Tweet, District Commissioner, Karimganj, April 28, 2024
Tweet, District Commissioner, Karimganj, April 28, 2024
ETV Bharat report, April 29, 2024
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