(यह आर्टिकल मूल रूप से Newschecker English के Kushel M. द्वारा प्रकाशित किया गया है।)
सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर दावा किया गया है कि पाकिस्तान के हिंदू सांसद ने अपने धर्म की बेटियों को बचाने के लिए संसद में गुहार लगाई। वीडियो में कथित तौर पर एक हिंदू सांसद 12 साल की बच्ची के जबरन इस्लाम कबूल कराने के मामले पर स्पीकर के सामने अपनी बात रखते नज़र आ रहे हैं।


Fact Check/Verification
दावे की सत्यता जानने के लिए हमने ‘Hindu MP Pakistan assembly’ कीवर्ड सर्च किया। इस दौरान हमें कोई प्रमाणिक रिपोर्ट नहीं मिली। इसके अलावा हमने पाकिस्तान के नेशनल असेंबली की आधिकारिक वेबसाइट को खंगाला। यहां हमें पाकिस्तान नेशनल असेंबली (एमएनए) के 10 गैर-मुस्लिम सदस्यों की सूची में कहीं भी वायरल वीडियो में नज़र आ रहा व्यक्ति नहीं मिला। हमने वायरल वीडियो में एक यूजर के कमेंट को देखा। उस यूजर के अनुसार, वीडियो में नज़र आ रहा व्यक्ति पंजाब से ईसाई एमपीए (प्रांतीय विधानसभा के सदस्य) है। इसकी मदद लेते हुए हमने संबंधित कीवर्ड से खोजना शुरू किया। हमें Anandi N नामक एक ट्विटर यूजर द्वारा 15 सितंबर 2022 को किया गया एक ट्वीट मिला। इस ट्वीट में वायरल वीडियो मौजूद है। इस ट्वीट के अनुसार, वीडियो में नज़र आ रहा व्यक्ति विधायक तारिक मसीह गिल है। वे पंजाब प्रांत के ईसाई एमपीए हैं। वीडियो में वे पाकिस्तान में 12 साल की ईसाई लड़की के अपहरण और जबरन धर्म परिवर्तन के बारे में बात कर रहे थे।

इसकी सहायता से हमने गूगल पर कुछ कीवर्ड सर्च किए। हमें NY News के यूट्यूब चैनल पर 20 अगस्त 2022 को अपलोड किया गया एक वीडियो मिला। वीडियो में 3 मिनट 18 सेकेंड से वायरल वीडियो के हिस्से को देखा जा सकता है।
वीडियो में लिखे टाइटल के अनुसार,’जबरन धर्म परिवर्तन पर पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में एमपीए तारिक मसीह गिल का साहसिक भाषण।’
यही वीडियो ‘Tariq Masih Gill MPA’ नामक यूट्यूब चैनल पर 11 अगस्त 2022 को भी अपलोड किया गया था। Newschecker स्वतंत्र रूप से इस बात की पुष्टि नहीं करता कि यह एमपीए तारिक मसीह गिल का आधिकारिक यूट्यूब चैनल है।
पड़ताल के दौरान हमने पंजाब की प्रांतीय विधानसभा की आधिकारिक वेबसाइट को भी खंगाला। इसके अनुसार, पंजाब की प्रांतीय विधानसभा सीट में गैर मुस्लिमों के लिए आठ सीटें आरक्षित हैं। तारिक मसीह गिल को इन्हीं में से एक सीट पर 2018 में लगातार दूसरी बार चुना गया था।

हमें पाकिस्तान के एक मीडिया पोर्टल Journalism for Human Rights पर 23 सितंबर 2022 को प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। इसके अनुसार, एमपीए गिल पंजाब प्रांत के रावलपिंडी में 13 साल की ईसाई लड़की जरिया परवेज के अपहरण और जबरन धर्मांतरण के मामले के खिलाफ मुद्दे पर लगातार आवाज उठाते रहे हैं। इस खबर को कई अन्य मीडिया संस्थानों ने भी प्रकाशित किया था जिसे आप यहां, यहां और यहां देख सकते हैं।

Conclusion
कुल मिलाकर हमारी पड़ताल में स्पष्ट है कि वायरल वीडियो में नज़र आ रहे व्यक्ति पाकिस्तान के ईसाई एमपीए तारिक मसीह गिल हैं। वायरल वीडियो में वे 13 साल की ईसाई लड़की जरिया परवेज के अपहरण और जबरन धर्मांतरण का मुद्दा उठा रहे हैं।
Result: Partly False
Our Sources
Video analysis by Newschecker
A Video uploaded on Youtube by NY News on August 20, 2022
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