पाकिस्तानी झंडे में लिपटे कई ताबूतों की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर इस दावे से शेयर की जा रही है कि यह पाकिस्तान के बलूचिस्तान में हुए ट्रेन हाईजैक के बाद की है.
हालांकि, हमने अपनी जांच में पाया कि यह तस्वीर 11 फ़रवरी 2011 की है, जब पाकिस्तान के मरदान शहर में पाकिस्तानी आर्मी के ट्रेनिंग सेंटर में हुए सुसाइड ब्लास्ट में करीब 31 लोगों की मौत हो गई थी.
बीते मंगलवार को पाकिस्तान के क्वेटा से पेशावर जा रही जाफर एक्सप्रेस पर अलगाववादी समूह बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने हमला किया और चार सौ से ज्यादा यात्रियों से भरी ट्रेन को कब्जे में ले लिया. वहीं, रविवार को बलूच लिबरेशन आर्मी ने करीब 90 पाकिस्तानी सैनिकों को भी मारने का दावा किया है.
वायरल तस्वीर में कई ताबूत दिखाई दे रहे हैं, जिनपर पाकिस्तानी झंडा भी रखा गया है. वहां मौजूद कुछ लोग जनाने की नमाज भी पढ़ते दिखाई दे रहे हैं.
इस तस्वीर को बलूचिस्तान में हुए ट्रेन हाईजैक और बलूच लिबरेशन आर्मी जैसे हैशटैग वाले कैप्शन के साथ X पर शेयर किया गया है.

Fact Check/Verification
पाकिस्तान के बलूचिस्तान में हुए ट्रेन हाईजैक से जोड़कर शेयर की जा रही तस्वीर को रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें यह तस्वीर 11 फ़रवरी 2011 को द इंडिपेंडेट की वेबसाइट पर प्रकाशित रिपोर्ट में मिली.

इस रिपोर्ट में बताया गया था कि 10 फ़रवरी 2011 को नार्थ वेस्ट पाकिस्तान के मरदान शहर में मौजूद पंजाब रेजिमेंट सेंटर पर हमला हुआ था. यह हमला स्कूल यूनिफार्म पहन कर आए एक सुसाइड बॉम्बर ने किया था, जिसमें करीब 31 सैनिक और कैडेट्स की मौत हो गई थी.
इसके अलावा सर्च में हमें मिलती जुलती-तस्वीर इमेज लाइब्रेरी अलामी की वेबसाइट पर भी मिली. वेबसाइट पर तस्वीर के साथ मौजूद जानकारी के अनुसार, यह तस्वीर 11 फ़रवरी 2011 को समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने ली थी. इस तस्वीर में आर्मी और सरकारी अधिकारियों को पंजाब रेजिमेंट सेंटर पर हुए हमले में मारे गए सैनिकों के जनाजे में शामिल होने को दिखाया गया था.

इसके अलावा, हमें यह तस्वीर ट्रिब्यून पाकिस्तान की वेबसाइट पर भी प्रकाशित एक रिपोर्ट में मिली. यह रिपोर्ट सुसाइड बॉम्बिंग पर हुए सर्वे को लेकर छापी गई थी. तस्वीर के साथ कैप्शन में बताया गया था कि खैबर पख्तुन्ख्वा के पूर्व मुख्यमंत्री आमिर हैदर खान होती सुसाइड ब्लास्ट के पीड़ितों के जनाजे की नमाज पढ़ रहे हैं.

जांच में हमें इस हमले से जुड़ी रिपोर्ट द डॉन की वेबसाइट पर भी मिली. रिपोर्ट में बताया गया था कि करीब 15 साल का सुसाइड बॉम्बर, 10 फ़रवरी, 2011 को आर्मी स्कूल का यूनिफार्म पहनकर पंजाब रेजिमेंट सेंटर के परेड इलाके में घुसा और उसने खुद को उड़ा लिया. इस हमले में करीब दो दर्जन जवानों की मौत हो गई और 40 लोग घायल हो गए थे.
Conclusion
हमारी जांच में मिले साक्ष्यों से यह स्पष्ट है कि पाकिस्तान के बलूचिस्तान में हुए ट्रेन हाईजैक से जोड़कर शेयर की जा रही यह तस्वीर हालिया नहीं, बल्कि करीब 14 वर्ष पुरानी है.
Our Sources
Article Published by The Independent on 11th Feb 2011
Image available on ALAMY image website
फैक्ट-चेक और लेटेस्ट अपडेट्स के लिए हमारा WhatsApp चैनल फॉलो करें: https://whatsapp.com/channel/0029Va23tYwLtOj7zEWzmC1Z