Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.
Claim
जीत का तोहफा कबूल करो देशवाशियों पेट्रोल 6 रुपये और डीजल 4 रुपये मंहगा हुआ। कुछ इस तरह की ख़बरें सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रही हैं।
Verification
चुनाव ख़त्म होते ही तेल के दामों में तेजी से बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। पेट्रोल जहां 6 रुपये महंगा हो गया है वहीं डीजल के दाम 4 रुपये बढ़ा दिए गए हैं। यह दावा फेसबुक पर पत्रकार
अभय दुबे के नाम से चल रहे एक पेज से किया गया है। इस खबर को हजारों बार शेयर किया गया है। जिसका स्क्रीनशॉट नीचे देखा जा सकता है।
खबर पोस्ट होते ही सोशल मीडिया में वायरल हो गई। इसे कई तरह से ट्विटर पर यूजर्स ने शेयर किया है।
तेजी से सोशल मीडिया में शेयर की जारी इस न्यूज़ की पड़ताल के लिए आरंभिक खोज में आएं नतीजों को नीचे स्क्रीनशॉट में देखा जा सकता है।
भारतीय तेल बाजार की बात करें तो अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बढ़ते अमेरिकी डॉलर की वजह से भी बीते कुछ दिनों में तेल के दामों में तेजी से उछाल देखा गया था। तेल की भारतीय बाजार में स्थिति खंगालने के दौरान हमें एक लेख प्राप्त हुआ
Financialexpress.com की रिपोर्ट में वैश्विक रेटिंग एजेंसी ‘मूडीज’ ने इस बात का दावा किया था कि चुनाव से पहले बढ़ती तेल की कीमतों की वजह से मोदी सरकार की मुसीबतें बढ़ सकती हैं। इसलिए केंद्र सरकार कीमतों में संतुलन करने में जुटी है। सरकार की मानें तो चुनाव से पहले अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में आये उछाल की वजह से तेल के दामों में बढ़ोत्तरी दर्ज की जा रही थी।
पेट्रोल और डीजल के दामों में एक साथ 6 और 4 रुपये की बढ़ोत्तरी संभव नहीं है। असल में साल 2017 के मई महीने में इंडियन ऑयल कार्पोरेशन के तत्कालीन अध्यक्ष ने एक अधिसूचना जारी करते हुए कहा था कि आज से देश के कई हिस्सों में पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स जैसे डीज़ल और पेट्रोल की कीमतें दैनिक आधार पर तय की जाएँगी। विस्तृत जानकारी इस
लिंक पर ली जा सकती है।
आजतक की वेबसाइट में दिए गए लेख के मुताबिक चुनावी नतीजों से पहले पेट्रोल और डीजल के दामों में मामूली बढ़ोत्तरी देखी गई थी। इसके साथ ही यह भी बताया गया है कि बीते अप्रैल महीने में तेल के दामों में सुधार हुआ था।
बात करें चुनाव से पहले मार्च महीने की तो पता चलता है कि 1 मार्च को दिल्ली में पेट्रोल की कीमत
71.81 पैसे और डीजल की कीमत
67.12 रुपए थी। इसकी जानकारी
मनी भास्कर के इस लेख से ली जा सकती है।
पड़ताल के अगले पड़ाव पर जब हमने बारीकी से इस बात का पता लगाने की कोशिश की, कि आज के दिन पेट्रोल और डीजल के दाम बाजार में क्या हैं? खोज के दौरान हमें
NDTV का एक लेख प्राप्त हुआ जिसमें तेल के दामों की जानकारी दी गई थी। तेल की कीमतों में आज के दिन कुछ पैसों की तेजी देखी गई है। स्क्रीनशॉट में अलग-अलग प्रदेशों में तेल के दामों की मौजूदा स्थिति देखी जा सकती है।
चुनाव के बाद पेट्रोलियम की कीमतें तेजी से बढ़ने की ख़बर पूरी तरह से भ्रामक है। देश के अलग-अलग हिस्सों में तेल के दाम वहां की प्रदेश सरकारें तय करती हैं। खासकर कौन सा प्रदेश कितनी एक्साइज ड्यूटी तय करता है या उस प्रदेश का मुख्यमंत्री तेल के उत्पादों पर कितनी छूट देता है। यह बात पूरी तरह उस सूबे की सरकार पर भी निर्भर करती है। बारीकी से खोजने के बाद यह साफ़ हो गया कि वायरल की जा रही खबर पूरी तरह से भ्रामक है।
Tools Used
- Google Reverse Image
- Twitter Advance search
- Google Search
- Facebook Search
Result- Misleading
Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.