Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.
Claim
हिमाचल के सोलन में 10 जवान शहीद हुए और कई घायल हो गए इन शहीदों को शत शत प्रणाम। तिरंगे में लिपटे जवानों के शव बॉक्स के साथ कैप्शन में इस तरह के कई दावे सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहे हैं।
Verification
तिरंगे से लिपटे ताबूतों के साथ कैप्शन में ‘सोलन’ का नाम लेकर एक तस्वीर तेजी से सोशल मीडिया में वायरल हो रही है। फेसबुक पेज बद्रीनाथ धाम ने भी इस तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा है, “कल हिमाचल के सोनल में 10 जवान शहीद हुए और कई घायल हो गए इन शहीदों को शत शत प्रणाम”
इसी तस्वीर को एक अन्य फेसबुक यूजर शिव शर्मा ने भी शेयर करते हुए लिखा है
ट्विटर पर भी इस तस्वीर को इसी आशय के साथ शेयर किया गया है। रेशमी राय नामक यूजर ने इसी कैप्शन के साथ तस्वीर को शेयर किया है।
पड़ताल के दौरान पता चला कि हिमाचल में एक बिल्डिंग गिरने से कई सैनिकों की मौत हो गई थी और कई अन्य घायल हो गए थे। पूरे मामले पर न्यूज़ 18 का एक वीडियो प्राप्त हुआ। इस वीडियो में हादसे के बारे में विस्तार से बताया गया है।
पड़ताल के दौरान
इंडिया टीवी का एक लेख प्राप्त हुआ। इस लेख में बताया गया है कि ‘सोलन’ में मरने वालों की संख्या में इजाफा हुआ है। मृतकों की संख्या 14 पहुँच गई जिनमें सेना के 13 जवान शामिल हैं।
गूगल खंगालने पर पता चला कि ताबूत में तिरंगे से लपेटे गए शव हिमाचल के सोलन में बिल्डिंग गिरने से मारे गए जवानों के नहीं हैं।
खोज के दौरान
Financialexpress का एक लेख मिला। इस लेख में पुलवामा में मारे गए जवानों का जिक्र किया गया है। ताबूत के साथ तिरंगे में लिपटे सेना के जवानों को एक कतार में देखा जा सकता है। इस लेख में पैरामिलिट्री के इन जवानों को शहीद का दर्ज़ा ना मिलने का मुद्दा भी उठाया गया है।
वायरल हो रही तस्वीर को
बिहार मेल नामक वेबसाइट पर भी देखा जा सकता है।
वायरल हो रही तस्वीर को
दैनिक जागरण और
reddit पर भी देखा जा सकता है। इसके अलावा जाने-माने फिल्म अभिनेता सन्नी देओल ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से पुलवामा में शहीद सैनिकों की तस्वीरों को शेयर किया है।
हमारी खोज में यह साफ हो गया कि वायरल तस्वीर का सोलन हादसे से कोई लेना देना नहीं है। यह तस्वीर फरवरी 2019 में पुलवामा आतंकी हमले में हुए शहीदों की है।
Tools used
- Google Reverse Image
- Twitter Advance Search
- Facebook Search
- YouTube Search
Result- False
Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.