सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर यह दावा किया गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा विजिटर बुक में लिखने का नाटक किया गया.
भारत में नेताओं की शिक्षा को लेकर आमतौर पर दो राय देखने को मिलती है. भारतवासियों का एक तबका जहां नेताओं की शिक्षा की बजाय उनके काम करने की शैली तथा उनकी लोकप्रियता को देखता है तो वहीं एक दूसरा तबका नेताओं की योग्यता देखकर चुनाव की बात करता है. हालांकि भारतीय संविधान द्वारा आम चुनाव लड़ने की न्यूनतम अहर्ताओं में शिक्षित होना शामिल नहीं है, इसी वजह से कई जगहों पर निरक्षर उम्मीदवार भी चुनाव लड़कर संवैधानिक दायित्व निभा चुके है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शिक्षा को लेकर अक्सर तमाम तरह के सवाल खड़े किये जाते हैं. प्रधानमंत्री मोदी द्वारा 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए दाखिल किये गए हलफनामे के अनुसार, उन्होंने अहमदाबाद स्थित गुजरात यूनिवर्सिटी से 1983 में Master Of Arts (MA) की डिग्री हासिल की है. हालांकि, कई विपक्षी नेताओं ने उनके स्नातक की डिग्री को लेकर भी सवाल खड़े किये थे.
इसी क्रम में सोशल मीडिया यूजर्स द्वारा एक वीडियो शेयर कर यह दावा किया गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा विजिटर बुक में लिखने का नाटक किया गया. इसके साथ ही वायरल पोस्ट में यह भी दावा किया गया कि वह अनपढ़ हैं तथा उन्हें लिखना पढ़ना नहीं आता.
Fact Check/Verification
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा विजिटर बुक में लिखने का नाटक करने के नाम पर शेयर किये जा रहे इस वीडियो में दिख रहे दृश्यों की सहायता से हमें यह जानकारी मिली कि यह वीडियो प्रधानमंत्री मोदी द्वारा दिल्ली के करोल बाग स्थित संत रविदास मंदिर में पूजा-अर्चना करने के बाद, विजिटर डायरी में लिखने से संबंधित है. वीडियो के बारे में अधिक जानकारी के लिए हमने ‘PM Modi visits saint Ravidas temple’ कीवर्ड्स को गूगल पर ढूंढा. इस प्रक्रिया में हमें कई ऐसी मीडिया रिपोर्ट्स प्राप्त हुईं, जिनमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उक्त कार्यक्रम से जुड़ी अहम जानकारियां मौजूद हैं.

इस संबंध में Indian Express द्वारा प्रकाशित लेख के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी ने मंदिर में आयोजित शबद कीर्तन (Shabad Kirtan) में हिस्सा लेने के साथ ही विजिटर बुक में भी संत रविदास से जुड़ी कुछ बातें लिखी थी. India Today तथा दैनिक जागरण द्वारा प्रकाशित लेखों में भी प्रधानमंत्री मोदी द्वारा संत रविदास मंदिर के विजिटर बुक में लिखी गई बातों को पढ़ा जा सकता है.
इसके बाद हमने वायरल वीडियो के बारे में अधिक जानकारी के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आधिकारिक यूट्यूब चैनल का रुख किया. इस प्रक्रिया में हमें प्रधानमंत्री के यूट्यूब चैनल द्वारा 16 फरवरी, 2022 को प्रकाशित एक वीडियो प्राप्त हुआ. बता दें कि उक्त वीडियो में 7 मिनट 43 सेकंड के बाद प्रधानमंत्री मोदी को विजिटर बुक में पहले से लिखे संदेश को पढ़ने के बाद उस पर हस्ताक्षर करते देखा जा सकता है.

इसके अतिरिक्त हमें मीडिया संस्थानों एवं प्रधानमंत्री मोदी के आधिकारिक यूट्यूब चैनल द्वारा प्रकाशित कई वीडियो प्राप्त हुए, जिनमें से कुछ में प्रधानमंत्री को विजिटर बुक (आगंतुक पुस्तिका) में लिखते तथा कुछ वीडियो में उनको विजिटर बुक में पहले से लिखे संदेश पर केवल हस्ताक्षर करते देखा जा सकता है.
प्रधानमंत्री मोदी द्वारा विजिटर बुक में लिखने के वीडियो।
प्रधानमंत्री मोदी द्वारा विजिटर बुक में पहले से लिखे संदेश पर हस्ताक्षर करने के वीडियो।
Conclusion
इस प्रकार हमारी पड़ताल में यह बात साफ हो जाती है कि अनपढ़ होने की वजह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा विजिटर बुक में लिखने का नाटक करने के नाम पर शेयर किया जा रहा यह दावा भ्रामक है. असल में प्रधानमंत्री मोदी पहले से लिखे संदेश को पढ़कर उस पर हस्ताक्षर कर रहे थे ना कि विजिटर बुक में लिखने का नाटक. बता दें कि पूर्व में भी पीएम मोदी ने कई जगहों पर विजिटर बुक में स्वयं अपना संदेश लिखा है, तो वहीं कई जगहों पर उन्होंने पहले से लिखे संदेश पर केवल हस्ताक्षर किया है.
Result: Misleading/Partly False
Our Sources
Video published by PM Narendra Modi’s YouTube channel
Article published by The Indian Express
Article published by India Today
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