पिछले दिनों एक इंस्टाग्राम यूजर ने हमारे साथ एक वीडियो शेयर किया था. यह वीडियो उन्हें उनके फीड पर मिला था, जो सीएनएन-न्यूज 18 की वीडियो रिपोर्ट जैसा था. इस वीडियो में बताया जा रहा था कि पीएम नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इमीडिएट कनेक्ट (Immediate Connect) नाम के एक ट्रेडिंग प्लेटफार्म का प्रचार किया है.
उक्त इंस्टाग्राम यूजर ने हमारे साथ वह पोस्ट और उसके साथ संलग्न लिंक की पूरी स्क्रीन रिकॉर्डिंग साझा की थी. क्योंकि उक्त पोस्ट एक स्पॉन्सर्ड इंस्टाग्राम पोस्ट था और स्पॉन्सर्ड पोस्ट का लिंक उसी अकाउंट से खुलता है, जिस फेसबुक/इंस्टाग्राम अकाउंट पर वह फीड के रूप में सामने आता है.
यह पूरी स्क्रीन रिकॉर्डिंग करीब 5 मिनट की थी, जिसे देखने पर हमने पाया कि यह स्पॉन्सर्ड पोस्ट Prestige7 नामक फेसबुक अकाउंट से इंस्टाग्राम पर शेयर किया गया था. इस स्पॉन्सर्ड पोस्ट में एक लिंक भी मौजूद था, जिसे यूजर ने क्लिक भी किया था. क्लिक करने पर happy-dating-universe.com वाले यूआरएल के साथ एक वेबसाइट खुली. पहली नजर में यह अंग्रेजी न्यूज वेबसाइट News18 लगी, जिसपर “Nirmala Sitharaman shared how she makes money. Now, every citizen of India can become a millionaire” शीर्षक के साथ एक आर्टिकल भी मौजूद था.
इस आर्टिकल में बताया गया था कि न्यूज 18 की जर्नलिस्ट नाविका कुमार ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का साक्षात्कार किया है और इस दौरान उन्होंने इन्वेस्टमेंट से होने वाली अपनी कमाई के बारे में जानकारी दी. साथ ही उन्होंने ‘इमीडिएट कनेक्ट’ नाम के एक क्रिप्टो ट्रेडिंग वेबसाइट का भी प्रचार किया.
वहीं, वीडियो में सबसे पहले एक महिला एंकर अंग्रेजी में यह कहती हुई सुनाई दे रही है कि “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक नए इंटरव्यू में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पर झूठ बोलने का आरोप लगाया है. उन्होंने दावा किया है कि वह बैंकों के साथ मिलकर पैसे बनाने वाले एक प्लेटफॉर्म को नागरिकों से छिपा रही हैं.
इसके बाद पीएम मोदी, अंग्रेजी में कहते हुए सुनाई दे रहे हैं कि “रिपोर्ट के अनुसार, भारत सरकार और बैंकों ने एक ऐसे प्लेटफॉर्म के बारे में जानकारी छिपाई है जो सिर्फ़ 21000 रुपये निवेश करने पर हर महीने 1500000 रुपये तक की कमाई दे सकता है. यह प्लेटफ़ॉर्म अब उपलब्ध है, पूरी तरह से कानूनी है और पूरे देश में इस्तेमाल करने के लिए तैयार है. मुझे समझ में नहीं आता कि वे इसे क्यों छिपाना चाहते हैं. उन्होंने मेरे सभी वीडियो और अनुरोध को हटा दिए हैं, शायद बैंकों को मुझसे व्यक्तिगत समस्या है. हालांकि आंकड़े बताते हैं कि जिन लोगों ने पहले से 21000 रुपये का निवेश किया है, वे हर महीने लगभग 1500000 रुपये कमा रहे हैं”.
इसके तुरंत बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का वीडियो आता है, जिसमें वह एक कार्यक्रम को संबोधित करती हुई दिखाई दे रही हैं. इस दौरान वह अंग्रेजी में कहती हैं, “मैं समझती हूं कि इस बारे में कई सवाल उठ सकते हैं कि हमने ज़्यादातर भारतीय नागरिकों से यह जानकारी क्यों छिपाई. बैंक और मैं दोनों ही अर्थव्यवस्था के लिए ज़िम्मेदार हैं, इसलिए हमने यह सुनिश्चित करने के लिए इस प्लेटफ़ॉर्म को जांचने का फ़ैसला किया कि यह कोई वित्तीय धोखाखड़ी वाली योजना नहीं है.”
आगे निर्मला सीतारमण कहती हैं कि “अब मैं पुष्टि कर सकती हूं कि यह प्लेटफ़ॉर्म विश्वसनीय है और वास्तव में हज़ारों भारतीयों को मुनाफा दे सकता है. अब मैं इसकी सिफ़ारिश पूरे देश से करती हूं. आपको बस 21000 रुपये निवेश करने होंगे और पहले महीने में ही मुनाफ़ा देखने को मिलेगा. इस प्रोजेक्ट से हर महीने 1500000 रुपये कमाया जा सकता है”.
Fact Check/Verification
Newschecker ने सबसे पहले वीडियो की पड़ताल की और इस दौरान एंकर वाले हिस्से को खंगाला. कीवर्ड सर्च और रिवर्स इमेज सर्च से मिली जानकारी के आधार पर हमने पाया कि वीडियो में दिख रही एंकर सीएनएन-न्यूज 18 की क्रीट्सवीन वालिया हैं. लेकिन गूगल रिवर्स इमेज सर्च, कीवर्ड सर्च और अन्य तरीकों से भी खोजने पर क्रीट्सवीन वालिया का मूल वीडियो नहीं मिला, जो वायरल वीडियो में मौजूद है.

चूंकि वीडियो में बोले जा रहे शब्द और एंकर के हावभाव मेल नहीं खा रहे हैं, इसलिए हमें ऑडियो के बारे में संदेह हुआ. हमने एंकर के ऑडियो को जांचने के लिए मिसइनफार्मेशन कॉम्बैट एलायंस की डीपफेक एनालिसिस यूनिट (DAU), जिसका न्यूजचेकर भी हिस्सा है, उनसे संपर्क किया.
उन्होंने एंकर क्रीट्सवीन वालिया के ऑडियो को एआई टूल हिया और हाइव से जांचा. हिया ने तो काफी हदतक ऑडियो के एआई होने की संभावना जताई, लेकिन हाइव ने अपने रिजल्ट में इसके एआई जेनरेटेड होने की संभावना काफी कम बताई है.


जांच में हमने क्रीट्सवीन वालिया से भी संपर्क किया. उन्होंने बताया कि “यह वीडियो पूरी तरह से डीपफेक है और उन्होंने ऐसा कोई शो नहीं किया है”.
आगे हमने वीडियो में मौजूद पीएम मोदी वाले हिस्से की पड़ताल की. रिवर्स इमेज सर्च में हमें पीएम मोदी के X अकाउंट से 2 मई 2024 को लाइव किया गया वीडियो मिला. यह वीडियो टीवी 9 समूह के पांच संपादकों को दिए गए इंटरव्यू का था, जो लोकसभा चुनाव के दौरान हुआ था.

इंटरव्यू को देखने पर हमने पाया कि वायरल वीडियो इसी लंबे वीडियो का हिस्सा है. लेकिन इस पूरे वीडियो में उन्होंने कहीं भी किसी ट्रेडिंग प्लेटफार्म का जिक्र या उसका प्रचार या वो बातें नहीं कही, जो वायरल वीडियो में हैं. इतना ही नहीं, पीएम मोदी का पूरा वीडियो हिंदी में था, जबकि वायरल वीडियो में पीएम मोदी अंग्रेजी में बोलते हुए नजर आ रहे हैं. इंटरव्यू के दौरान पीएम मोदी ने विपक्ष, चुनाव, सरकार के कामकाज जैसे मुद्दों से जुड़े सवालों के जवाब दिए थे.
इसके अलावा, हमें इस पूरे इंटरव्यू की ट्रांसक्रिप्ट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वेबसाइट पर भी 3 मई 2024 को प्रकाशित मिली. इस पूरे ट्रांसक्रिप्ट में कहीं भी किसी ट्रेडिंग प्लेटफार्म या क्रिप्टो ट्रेडिंग प्लेटफार्म का जिक्र नहीं था.

हमने अपनी जांच को बढ़ाते हुए यह भी पता करने की कोशिश की कि क्या वायरल वीडियो में मौजूद पीएम मोदी का वह ऑडियो एआई जेनरेटेड है? डीएयू (DAU) ने इस ऑडियो को भी दो अलग-अलग एआई टूल से जांचा, तो दोनों ही टूल्स ने इसके एआई जेनरेटेड होने के पुख्ता सबूत नहीं दिए. इन दोनों के रिजल्ट आप नीचे देख सकते हैं.

इसके बाद हमने निर्मला सीतारमण वाले हिस्से की जांच की. रिवर्स इमेज सर्च में निर्मला सीतारमण के यूट्यूब अकाउंट से 11 दिसंबर 2024 को अपलोड किया गया वीडियो मिला. यह वीडियो कॉन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री( CII) की तरफ से आयोजित किए गए ग्लोबल इकनोमिक फोरम 2024 में निर्मला सीतारमण के संबोधन का था.

करीब 22 मिनट के इस वीडियो में हमें 2 मिनट 50 सेकेंड के आसपास वह हिस्सा मिला, जो वायरल वीडियो में मौजूद है. हालांकि, इस दौरान निर्मला सीतारमण ने किसी ट्रेडिंग प्लेटफार्म के बारे में नहीं, बल्कि महंगाई, वैश्विक आर्थिक चुनौती जैसे मुद्दों पर बात की थी.
चूंकि, वायरल वीडियो में मौजूद निर्मला सीतारमण का ऑडियो असल वीडियो में मौजूद ऑडियो से पूरी तरह से अलग था. इसलिए हमने इस ऑडियो को भी जांच के लिए डीएयू को भेजा. डीएयू ने इस ऑडियो को भी अलग-अलग टूल से जांचा, लेकिन किसी भी टूल ने इसके एआई जेनरेटेड होने के पुख्ता सबूत नहीं दिए.

अपनी जांच में हमने न्यूज 18 के उस कथित आर्टिकल की भी पड़ताल की, तो पाया कि इस तरह का कोई भी आर्टिकल न्यूज 18 की वेबसाइट पर मौजूद नहीं है. इतना ही नहीं, हमने यह पाया कि वीडियो में उक्त आर्टिकल का यूआरएल happy-dating-universe.com दिखता है, जबकि न्यूज 18 की असल वेबसाइट https://www.news18.com/ है.

इसके अलावा, हमें न्यूज 18 के उस फर्जी आर्टिकल में एक और बेहद अजीब चीज देखने को मिली. उक्त आर्टिकल में बताया गया था कि न्यूज 18 की पत्रकार नाविका कुमार ने निर्मला सीतारमण का इंटरव्यू लिया है, जबकि असल में नाविका कुमार टाइम्स नाउ और टाइम्स नाउ नवभारत की संपादक हैं. इतना ही नहीं, आर्टिकल में मौजूद तस्वीर में भी टाइम्स नाउ का लोगो मौजूद है.
हमने अपनी जांच में Immediate Connect के बारे में भी पता लगाया तो हमें फ्रांस की वित्तीय नियामक संस्था AMF (Autorité des Marchés Financiers) की वेबसाइट पर मौजूद एक चेतावनी मिली.
23 जून 2023 को प्रकाशित चेतावनी के अनुसार, इमीडिएट कनेक्ट (Immediate Connect) नाम का यह ट्रेडिंग प्लेटफार्म प्रसिद्ध हस्तियों के नाम का दुरूपयोग कर अपना प्रचार करता है. इस रिपोर्ट में भी यह बताया गया था कि कुछ निवेशकों को इस ट्रेडिंग प्लेटफार्म के बारे में इंटरनेट पर मौजूद एक आर्टिकल से पता चला था, जिसमें यह दावा किया जा रहा था कि एक प्रसिद्ध टेलीविजन एंकर ने एक इंटरव्यू में इस प्लेटफार्म का प्रचार किया है.

Conclusion
हमारी जांच में मिले साक्ष्यों से यह स्पष्ट है कि वायरल वीडियो में मौजूद ऑडियो फर्जी है. प्रधानमंत्री मोदी और वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने असल वीडियो में Immediate Connect नामक ट्रेडिंग प्लेटफार्म का प्रचार नहीं किया है.
Our Sources
Video Posted by Narendra Modi X account on 2nd May 2024
Video Posted by Nirmala Sitharaman YT account on 11th Dec 2024
Analysis on Video by Deepfake Analysis Unit
Telephonic Conversation with Kritsween Walia
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