रविवार, दिसम्बर 22, 2024
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क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने EVM से चुनाव कराने का विरोध किया? पढ़ें सच

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A self-taught social media maverick, Saurabh realised the power of social media early on and began following and analysing false narratives and ‘fake news’ even before he entered the field of fact-checking professionally. He is fascinated with the visual medium, technology and politics, and at Newschecker, where he leads social media strategy, he is a jack of all trades. With a burning desire to uncover the truth behind events that capture people's minds and make sense of the facts in the noisy world of social media, he fact checks misinformation in Hindi and English at Newschecker.

Claim
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने EVM से चुनाव कराने का विरोध किया.

Fact
यह दावा भ्रामक है. असल में प्रधानमंत्री मोदी 3 दिसंबर 2016 को मुरादाबाद में आयोजित एक जनसभा को संबोधित करते हुए अमेरिका आदि विकसित देशों में बैलेट पेपर से चुनाव कराने को लेकर भारत को गरीब तथा अनपढ़ बताने वाले लोगो पर हमला करते हुए EVM के समर्थन में बात कर रहे थे.

सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर यह दावा किया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने EVM से चुनाव कराने का विरोध किया.

भारत में विपक्ष में रहते हुए लगभग सभी प्रमुख दलों ने EVM से चुनाव कराने का विरोध किया है. चुनाव आयोग शुरू से ही EVM के साथ छेड़छाड़ या इसे हैक किए जाने के दावों को गलत बताता आ रहा है. साल 2023 के आखिरी महीनों में संपन्न हुए 5 राज्यों में विधानसभा चुनावों के परिणामों में भाजपा को तीन राज्यों में बहुमत प्राप्त हुआ तो वहीं कांग्रेस को तेलंगाना में तो बहुमत प्राप्त हुआ, लेकिन पार्टी को 2 राज्यों की सत्ता गंवानी पड़ी. चुनाव परिणामों के बाद से एक बार फिर EVM पर सवाल उठने खड़े हुए. इसी क्रम में सोशल मीडिया यूजर्स एक वीडियो शेयर कर यह दावा कर रहें हैं कि प्रधानमंत्री मोदी ने EVM से चुनाव कराने का विरोध किया.

Fact Check/Verification

प्रधानमंत्री मोदी द्वारा EVM से चुनाव कराने का विरोध किए जाने के नाम पर शेयर किए जा रहे इस दावे की पड़ताल के दौरान हमने पाया कि वीडियो पर ‘परिवर्तन महारैली 3 दिसंबर 2016’ टेक्स्ट लिखा हुआ है.

वायरल वीडियो का एक दृश्य

वायरल वीडियो पर लिखे टेक्स्ट ‘परिवर्तन महारैली 3 दिसंबर 2016’ को गूगल पर ढूंढने पर हमें यह जानकारी मिली कि 3 दिसंबर 2016 को उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में आयोजित परिवर्तन महारैली में प्रधानमंत्री ने भाग लिया था.

गूगल सर्च से प्राप्त परिणाम

गूगल सर्च से प्राप्त परिणामों में हमें भारतीय जनता पार्टी द्वारा 3 दिसंबर 2016 को प्रकाशित एक यूट्यूब वीडियो मिला. वीडियो को पूरा देखने पर हमने पाया कि वायरल क्लिप इसी का एक छोटा सा हिस्सा है. वीडियो में 1 घंटे 8 मिनट 12 सेकंड पर प्रधानमंत्री को कहते देखा जा सकता है कि, “कुछ लोग कहते हैं… हमारा देश गरीब है…लोग अनपढ़ हैं… लोगो को कुछ आता नहीं है. भाइयों-बहनों, अरे दुनिया के पढ़े-लिखे देश भी, जब चुनाव होता है ना तो बैलेट पेपर पर नाम पढ़कर के फिर ठप्पा मारते हैं आज भी… अमेरिका में भी. ये हिंदुस्तान है जिसको आप अनपढ़ कहते हो… गरीब कहते हो… वो बटन दबाकर वोट देना जानता है.” बता दें यूट्यूब वीडियो के इसी हिस्से में से एक छोटे हिस्से को शेयर कर यह दावा किया जा रहा है कि प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिका आदि विकसित देशों में बैलेट पेपर से चुनाव कराने का तर्क देकर EVM से चुनाव कराने का विरोध किया है.

इसी प्रकार प्रधानमंत्री मोदी के आधिकारिक यूट्यूब चैनल द्वारा प्रकाशित वीडियो में भी 55 मिनट 8 सेकंड के बाद वायरल क्लिप का असल सच सुना जा सकता है.

इसके अतिरिक्त हमें भाजपा द्वारा प्रकाशित एक अन्य यूट्यूब वीडियो प्राप्त हुआ, जिसमें 37 मिनट 18 सेकंड के बाद वायरल क्लिप वाले हिस्से को देखा जा सकता है.

Conclusion

इस प्रकार हमारी पड़ताल में यह बात साफ हो जाती है कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा EVM से चुनाव कराने का विरोध किए जाने के नाम पर शेयर किया जा रहा यह दावा भ्रामक है. असल में प्रधानमंत्री मोदी 3 दिसंबर 2016 को मुरादाबाद में आयोजित एक जनसभा को संबोधित करते हुए अमेरिका आदि विकसित देशों में बैलेट पेपर से चुनाव कराने को लेकर भारत को गरीब तथा अनपढ़ बताने वाले लोगो पर हमला करते हुए EVM के समर्थन में बात कर रहे थे.

Result: False

Our Sources
YouTube videos published by BJP on 3 December 2016
YouTube video published by PM Narendra Modi on 3 December 2016


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A self-taught social media maverick, Saurabh realised the power of social media early on and began following and analysing false narratives and ‘fake news’ even before he entered the field of fact-checking professionally. He is fascinated with the visual medium, technology and politics, and at Newschecker, where he leads social media strategy, he is a jack of all trades. With a burning desire to uncover the truth behind events that capture people's minds and make sense of the facts in the noisy world of social media, he fact checks misinformation in Hindi and English at Newschecker.

Saurabh Pandey
A self-taught social media maverick, Saurabh realised the power of social media early on and began following and analysing false narratives and ‘fake news’ even before he entered the field of fact-checking professionally. He is fascinated with the visual medium, technology and politics, and at Newschecker, where he leads social media strategy, he is a jack of all trades. With a burning desire to uncover the truth behind events that capture people's minds and make sense of the facts in the noisy world of social media, he fact checks misinformation in Hindi and English at Newschecker.

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