Authors
An enthusiastic journalist, researcher and fact-checker, Shubham believes in maintaining the sanctity of facts and wants to create awareness about misinformation and its perils. Shubham has studied Mathematics at the Banaras Hindu University and holds a diploma in Hindi Journalism from the Indian Institute of Mass Communication. He has worked in The Print, UNI and Inshorts before joining Newschecker.
सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर दावा किया गया है कि पुलिस ने महिलाओं की थाने में बेरहमी से पिटाई की। वायरल वीडियो में एक पुलिसकर्मी महिलाओं को थाने में पीटता नज़र आ रहा है।फेसबुक पर एक यूजर ने वायरल वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “3 दिन के अंदर ये हात जोड़कर रोता हुआ नज़र आएगा अगर अच्छे से वायरल हुआ तो”
(उपरोक्त पोस्ट के कैप्शन को अक्षरश: लिखा गया है।)
वहीं, एक अन्य फेसबुक यूजर ने वायरल वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “3 दिन के अंदर ये हात जोड़कर रोता हुआ नज़र आएगा अगर अच्छे से वायरल हुआ तो”
(उपरोक्त पोस्ट के कैप्शन को अक्षरश: लिखा गया है।)
दरअसल, बीते दिनों देश के कई हिस्सों से पुलिस द्वारा थाने में लोगों को पीटे जाने के दावे किए गए हैं। यूपी के जौनपुर जिले की एक दलित बस्ती की कुछ महिलाओं द्वारा यह आरोप लगाया गया था कि पुलिस ने उन्हें निर्वस्त्र करके पीटा। वहीं, जौनपुर पुलिस ने थाने में महिलाओं के साथ अभद्रता होने की बात को निराधार बताया था। इसके अलावा बीते 20 मार्च को बिहार के बेतिया में पुलिस हिरासत में एक युवक की मौत होने की खबर सामने आईं। इस मामले पर वहां के एसपी ने कहा कि युवक की मौत पुलिस की पिटाई से नहीं बल्कि मधुमक्खियों के काटने से हुई थी। इसी बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर दावा किया जा रहा है कि पुलिस ने महिलाओं की थाने में बेरहमी से पिटाई की।
Fact Check/Verification
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस वीडियो की सत्यता जांचने के लिए हमने “3 दिन के अंदर ये हात जोड़कर रोता हुआ नज़र आएगा” कीवर्ड की मदद से फेसबुक पर खोजना शुरू किया। इस दौरान हमें Baudha Saheb नामक फेसबुक यूजर द्वारा 8 मई 19 को अपलोड किया गया एक वीडियो प्राप्त हुआ। Baudha Saheb द्वारा शेयर किया गया वीडियो और सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो एक जैसे ही हैं।
इस तरह स्पष्ट है कि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो हाल की घटना का नहीं है।
पड़ताल के दौरान हमने कुछ कीवर्ड की मदद से गूगल पर सर्च करना शुरू किया। इस दौरान हमें NDTV द्वारा 9 मई 2019 को प्रकाशित एक रिपोर्ट प्राप्त हुई। रिपोर्ट के अनुसार, सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है जिसमें मध्य प्रदेश का एक पुलिस अधिकारी महिलाओं को बार-बार लाठी से पीटता हुआ नज़र आ रहा। यह मामला ग्वालियर रेलवे थाने का बताया जा रहा है। बतौर रिपोर्ट, ग्वालियर पुलिस ने दावा किया है कि वीडियो दो साल पुराना है और वीडियो के सोशल मीडिया पर वायरल होने से पहले तक वे इसके बारे में नहीं जानते थे। पुलिस ने यह भी कहा कि संबंधित अधिकारी चुनाव ड्यूटी पर हैं और उनके लौटने पर उनसे पूछताछ की जाएगी। NDTV द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट में वायरल वीडियो का एक स्क्रीनशॉट भी संलग्न किया गया है।
इसके अलवा एक ट्विटर यूज़र ने वायरल वीडियो को जौनपुर का बताकर शेयर किया था जिसके बाद UP Police Fact Check ने उस यूजर को 27 मार्च 2022 को रिप्लाई करते हुए ट्वीट किया, “वायरल वीडियो उत्तर प्रदेश से न होकर जीआरपी थाना ग्वालियर, मध्य प्रदेश से संबंधित है। जौनपुर पुलिस द्वारा भ्रामक पोस्ट का खंडन किया गया है। कृपया बिना सत्यापन के भ्रामक पोस्ट कर अफवाह न फैलाएं।”
यह भी पढें: यूपी पुलिस द्वारा थाने में हुई युवक की पिटाई का पुराना वीडियो भ्रामक दावे के साथ वायरल है
Conclusion
इस तरह हमारी पड़ताल में स्पष्ट है कि पुलिस द्वारा महिलाओं की थाने में बेरहमी से पिटाई के नाम पर शेयर किया गया वीडियो मध्यप्रदेश के ग्वालियर का है और इंटरनेट पर मई 2019 से मौजूद है। ये घटना कब की है हम इसकी स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं करते हैं।
Result: Misleading/Partly False
Our Sources
Facebook Post by User Baudha Sahab on 8 May 2019.
Report Published By NDTV on 9 May 2019.
Tweet by UPPolice Fact Check on 27 March 2022.
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