Authors
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने सोशल मीडिया पर चार तस्वीरों का कोलाज शेयर कर दावा किया है कि अखिलेश राज के मुकाबले योगी राज में उत्तरप्रदेश के स्कूलों में खूब विकास हुआ है। संबित पात्रा ने इन तस्वीरों को शेयर करते हुए लिखा कि “फर्क साफ है।”
इन तस्वीरों पर लिखा गया है ‘2017 से पहले सपा सरकार और 2017 के बाद योगी सरकार।’
संबित पात्रा के इस ट्वीट को 13 हजार से अधिक लोगों ने लाइक किया है और 18 सौ से अधिक लोगों ने रिट्वीट किया है।
उपरोक्त ट्वीट का आर्काइव यहां देखा जा सकता है।
8 जनवरी 2022 को नवभारत टाइम्स द्वारा प्रकाशित एक लेख के मुताबिक, उत्तर प्रदेश में विधानसभा के लिए होने वाला चुनाव 7 चरणों में होगा। 10 फरवरी 2022 को चुनाव शुरू होगा और 10 मार्च 2022 को चुनाव के नतीज़े आएंगे।
8 जनवरी 20220 को livehindustan.com द्वारा प्रकाशित एक लेख के मुताबिक, कोरोना के मद्देनजर रोड शो और रैलियों पर रोक लगा दिया गया है। चुनाव आयोग ने कहा है कि चुनाव प्रचार डिजिटल, वर्चुअल और मोबाइल के जरिए होगा।
इसी बीच भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने सोशल मीडिया पर चार तस्वीरों को शेयर कर दावा किया है कि अखिलेश राज के मुकाबले योगी राज में उत्तरप्रदेश के स्कूलों में खूब विकास हुआ है।
Fact Check/Verification
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा द्वारा शेयर की गई तस्वीर का सच जानने के लिए हमने तस्वीरों को ध्यान से देखा। इन तस्वीरों को ध्यान से देखने पर हमने पाया कि एक तस्वीर में प्राथमिक विद्यालय अमानपुर चित्रकूट लिखा हुआ था और तस्वीर के निचले हिस्से पर 8/8/2018 तारीख लिखा हुआ था।
इसके बाद हमने ‘प्राथमिक विद्यालय अमानपुर चित्रकूट’ कीवर्ड को गूगल पर खोजना शुरू किया। इस दौरान हमें uttarpradesh.org द्वारा 3 साल पुराना प्रकाशित एक लेख मिला। प्राप्त लेख में एक तस्वीर प्रकाशित की गई है, जिसे संबित पात्रा ने ट्विटर पर शेयर किया है। प्रकाशित तस्वीर के निचले हिस्से पर 8/8/2018 तारीख लिखा हुआ था। प्राप्त लेख के मुताबिक, “प्राथमिक विद्यालय अमानपुर के परिसर में एक हफ्ते से भरा हुआ है, विद्यालय के बच्चों सहित शिक्षकों को भी भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।”
क्या 8/8/2018 में उत्तर प्रदेश में सपा की सरकार थी? इस जानकारी के लिए कुछ कीवर्ड्स की मदद से गूगल पर खोजना शुरू किया। इस दौरान हमें 19 मार्च 2017 को NDTV India द्वारा प्रकाशित एक लेख मिला। लेख के मुताबिक, योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश के 21वें मुख्यमंत्री के रूप में 19 मार्च 2017 को शपथ ग्रहण किया।
इसके बाद हमें भाजपा के आधिकारिक ट्विटर हैंडल द्वारा किया गया एक ट्वीट मिला। प्राप्त ट्वीट के कैप्शन में लिखा है, “योगी आदित्यनाथ 19 मार्च 2017 को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।”
इस तरह हमारी पड़ताल में यह साफ़ हो गया कि 2018 में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ही थे।
इसके बाद हमने दूसरी तस्वीर को क्रॉप कर गूगल रिवर्स की मदद से खोजना शुरू किया। इस दौरान हमें 17 दिसंबर 2020 news addaa द्वारा प्रकाशित एक लेख मिला। लेख के मुताबिक, कुशीनगर के सुकरौली में बीइओ के निरीक्षण करने पर कई स्कूल बंद पाए गए। प्राप्त लेख में एक तस्वीर प्रकाशित की गई है, जिसे संबित पात्रा ने ट्विटर पर शेयर कर सपा शासनकाल का बताया है।
इसके बाद हमने तीसरी तस्वीर को क्रॉप कर गूगल रिवर्स की मदद से खोजना शुरू किया। इस दौरान हमें 7 जनवरी 2021 को अमर उजाला द्वारा प्रकाशित एक लेख मिला। लेख के मुताबिक, मुजफ्फरनगर में सरकारी स्कूल जर्जर हालत में है। प्राप्त लेख में एक तस्वीर प्रकाशित की गई है, जिसे संबित पात्रा ने ट्विटर पर शेयर कर सपा शासनकाल का बताया है।
पड़ताल के अगले चरण में भाजपा प्रवक्ता द्वारा शेयर की गई अन्य तस्वीरों का सच जानने के लिए हमने तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज की मदद से खोजना शुरू किया। इस दौरान हमें आर्यन मिश्र नाम के एक ट्विटर यूजर द्वारा 30 दिसंबर को किया गया ट्वीट मिला।
आर्यन मिश्र ने उन्हीं तस्वीरों को ट्वीट किया है, जिसे भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने योगी सरकार के शासनकाल में हुए विकास का बताकर ट्वीट किया है। आर्यन मिश्र ने इन तस्वीरों को ट्वीट करते हुए लिखा था कि यह उत्तर प्रदेश के बुलन्दशहर का एक सरकारी स्कूल है।
इसके बाद हमने आर्यन मिश्र से संपर्क किया। बात-चीत के दौरान आर्यन मिश्र ने हमें बताया कि “इन तस्वीरों को उन्होंने ही खींचा (click) है और यह तस्वीरें उत्तर प्रदेश के बुलन्दशहर जिले के बिबियाना ग्रामपंचायत के सरकारी स्कूल की हैं। मैं किसी राजनीतिक दल से नहीं जुड़ा हूं, लेकिन मेरा एक Spark Astronomy नाम का स्टार्टअप है जो इन प्रयोगशालाओं को बनाता है। हमने बुलंदशहर के जिला प्रशासन के साथ मिलकर काम किया, जिसके प्रमुख अभिषेक पाण्डेय, आईएएस, सीडीओ बुलंदशहर थे, जो लैब के पूरे काम का निरीक्षण करते थे। एक प्रयोगशाला बनाने के लिए 2.75 लाख खर्च किए गए हैं, जिसका भुगतान सीधे संबंधित ग्राम पंचायत द्वारा किया जाता है।”
Read More: Paytm ऐप द्वारा ऑनलाइन फ्रॉड के नाम पर स्क्रिप्टेड वीडियो हुआ वायरल
अपडेट– प्राथमिक विद्यालय सुकरौली, कुशीनगर और जफरपुर, मुजफ्फरनगर की तस्वीरों के बारे में लेख लिखे जाने के बाद, 11 जनवरी को लेख अपडेट किया गया है।
Conclusion
इस तरह हमारी पड़ताल में यह साफ़ हो गया कि संबित पात्रा द्वारा तस्वीरों के साथ किया गया दावा पूरी तरह से सच नहीं है। संबित पात्रा ने 2018, 2020 और 2021 की तस्वीरों को सपा सरकार के शासनकाल का बताकर शेयर किया है।
Result: Misleading
Our Sources
NDTV: https://ndtv.in/india-news/yogi-adityanath-to-take-oath-as-up-chief-minister-today-1671027
Direct Contact
किसी संदिग्ध ख़बर की पड़ताल, संशोधन या अन्य सुझावों के लिए हमें WhatsApp करें: 9999499044 या ई-मेल करें: checkthis@newschecker.in