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किसान नेता राकेश टिकैत केंद्र सरकार द्वारा लाए गए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं। राकेश टिकैट देश के अलग-अलग हिस्सों में जाकर कृषि बिल का विरोध कर रहे हैं। ऐसे में फेसबुक पर उनकी एक तस्वीर शेयर की जा रही है। वायरल तस्वीर में टिकैत कुछ लोगों के साथ नज़र आ रहे हैं और सभी के मुंह पर कालिख लगी हुई है। तस्वीर को शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि राजस्थान में किसान नेता राकेश टिकैत के मुंह पर कालिख पोती गई। भारत बंद करवा रहे टिकैत को राजस्थान के पपलाज में जनता ने बुरी तरह पीटा और मुंह पर कालिख पोत दी। दरअसल संयुक्त किसान मोर्चा ने 26 मार्च को भारत बंद का ऐलान किया था। जबकि 27 मार्च को टिकैत ने राजस्थान के पपलाज माता भवन में आयोजित किसान पंचायत में हिस्सा लिया था।
देखा जा सकता है कि इस दावे को फेसबुक पर अलग-अलग यूज़र्स द्वारा शेयर किया जा रहा है।
वायरल पोस्ट के आर्काइव वर्ज़न को यहां और यहां देखा जा सकता है।
Fact Check/Verification
राजस्थान में किसान नेता राकेश टिकैत के मुंह पर कालिख पोती गई, इस तस्वीर की सत्यता जानने के लिए हमने पड़ताल शुरू की। Google Reverse Image Search की मदद से खंगालने पर हमें न्यूज़ एजेंसी ANI के आधिकारिक YouTube चैनल पर 19 जनवरी 2021 को अपलोड की गई 1 मिनट 37 सेकेंड की वीडियो मिली। वीडियो को देखने के बाद हमने जाना कि वायरल तस्वीर को इस वीडियो से लिया गया है। वीडियो में से तस्वीर को निकालकर फोटोशॉप की मदद से एडिट करके शेयर किया जा रहा है। इस वीडियो को पूरा देखने के बाद हमने जाना कि यह वीडियो सिंघू बॉर्डर की है जब राकेश टिकैत ANI के पत्रकार से बातचीत कर रहे थे।
अधिक खोजने पर हमें Oneindia और Awazeuttarpradesh.com द्वारा प्रकाशित की गई रिपोर्ट्स मिली। इन रिपोर्ट्स में भी किसान नेता राकेश टिकैत की असली तस्वीर का इस्तेमाल किया गया है।
गूगल कीवर्ड सर्च करने पर हमें ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं मिली जिससे साबित होता हो कि राजस्थान में किसान नेता राकेश टिकैत के मुंह पर कालिख पोती गई हो। अगर ऐसा हुआ होता तो मेन स्ट्रीम मीडिया में इससे संबंधित खबर जरूर होती।
खोज के दौरान हमने किसान नेता राकेश टिकैत का आधिकारिक ट्विटर हैंडल भी खंगाला। पड़ताल के दौरान हमें वहां भी वायरल दावे से संबंधित कोई रिपोर्ट नहीं मिली। इस दौरान हमें 27 मार्च 2021 का एक ट्वीट मिला। ट्वीट के ज़रिए बताया गया है कि टिकैत राजस्थान के दौसा स्थित पपलाज माता भवन में आयोजित एक किसान पंचायत में शामिल हुए थे।
पड़ताल के दौरान हमें 3 अप्रैल 2021 को नवभारत टाइम्स और जनसत्ता द्वारा प्रकाशित की गई रिपोर्ट्स मिली। इन रिपोर्ट्स के मुताबिक अलवर में राकेश टिकैत के काफिले पर एक भीड़ द्वारा हमला किया गया था। हमले के दौरान किसान नेता की गाड़ी का शीशा टूट गया था और कुछ लोगों ने स्याही भी फेंकी थी। टिकैट ने अपने ऊपर हुए हमले का जिम्मेदार भाजपा को ठहराया है। इस मामले में राजस्थान पुलिस 14 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। लेकिन कहीं भी यह नहीं बताया गया है कि राजस्थान में किसान नेता राकेश टिकैत के मुंह पर कालिख पोती गई।
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नीचे दोनों तस्वीरों में देखा जा सकता है कि किसान नेता राकेश टिकैत की असली तस्वीर के साथ छेड़छाड़ करके भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।
Conclusion
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्वीर का बारीकी से अध्ययन करने पर हमने पाया कि किसान नेता राकेश टिकैत की फोटोशॉप्ड तस्वीर को भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। राजस्थान में टिकैत और उनके साथियों के चेहरे पर कालिख नहीं पोती गई थी।
Result: False
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