Authors
A self-taught social media maverick, Saurabh realised the power of social media early on and began following and analysing false narratives and ‘fake news’ even before he entered the field of fact-checking professionally. He is fascinated with the visual medium, technology and politics, and at Newschecker, where he leads social media strategy, he is a jack of all trades. With a burning desire to uncover the truth behind events that capture people's minds and make sense of the facts in the noisy world of social media, he fact checks misinformation in Hindi and English at Newschecker.
Claim
सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर यह दावा किया जा रहा है कि अडानी समूह द्वारा NDTV में हिस्सेदारी खरीदने के बाद रवीश कुमार ने अपनी पीड़ा व्यक्त की.
Fact
अडानी समूह द्वारा हाल ही में NDTV में 29.18 प्रतिशत हिस्सेदारी ख़रीदे जाने के बाद सोशल मीडिया पर संस्था और उससे जुड़े पत्रकारों के भविष्य को लेकर तमाम तरह की चर्चाएं हो रही हैं. इन्हीं चर्चाओं के बीच वरिष्ठ पत्रकार रवीश कुमार के इस्तीफे का भी दावा किया गया, हालांकि यह दावा Newschecker की पड़ताल में गलत साबित हुआ था. इसी क्रम में सोशल मीडिया यूजर्स एक वीडियो शेयर कर यह दावा करने लगे कि अडानी समूह द्वारा NDTV में हिस्सेदारी खरीदने के बाद रवीश कुमार ने अपनी पीड़ा व्यक्त की है.
हाल फिलहाल का बताकर शेयर किए जा रहे इस वीडियो को देखने पर हमने पाया कि इसके बैकग्राउंड में ‘Dr. Reddy’s presents MANTHAN samvaad’ लिखा हुआ है.
इसके बाद हमने “Dr. Reddy’s presents MANTHAN samvaad Ravish Kumar” कीवर्ड को यूट्यूब पर ढूंढा. इस प्रक्रिया में हमें Manthan India द्वारा 8 अक्टूबर, 2017 को अपलोड किए गए एक वीडियो से यह जानकारी मिली कि रवीश कुमार ने Manthan Samvaad नामक एक कार्यक्रम के दौरान यह वक्तव्य दिया था.
बता दें कि रवीश कुमार ने ‘Gandhi & Dimensions of Truth & Alternate Truths’ विषय पर बोल रहे थे. इसी कार्यक्रम के वीडियो को कांट-छांटकर अडानी समूह द्वारा NDTV में हिस्सेदारी खरीदने के नाम पर शेयर किया जा रहा है. असल में वायरल वीडियो के शुरू के 2 मिनट 51 सेकंड, यूट्यूब वीडियो के 35 मिनट 48 सेकंड तथा 38 मिनट 37 सेकंड के बीच वाले हिस्से से लिए गए हैं. वीडियो के अगले 25 सेकंड, यूट्यूब वीडियो के 33 मिनट 23 सेकंड से लेकर 33 मिनट 48 सेकंड तक वाले हिस्से से लिया गया है. वायरल वीडियो का 3 मिनट 16 सेकंड से 4 मिनट 31 सेकंड के बीच वाला हिस्सा, यूट्यूब वीडियो के 34 मिनट 33 सेकंड से लेकर 35 मिनट 48 सेकंड तक वाले हिस्से से लिया गया है.
इस प्रकार हमारी पड़ताल में यह बात साफ हो जाती है कि अडानी समूह के NDTV में हिस्सेदारी खरीदने के बाद, रवीश कुमार द्वारा अपनी पीड़ा व्यक्त करने के नाम पर शेयर किया जा रहा यह वीडियो असल में 2 अक्टूबर, 2017 को आयोजित Manthan Samvaad का है. बता दें कि इस दौरान रवीश कुमार ने ‘Gandhi & Dimensions of Truth & Alternate Truths’ विषय पर अपना विचार व्यक्त किया था. इसी कार्यक्रम के वीडियो के अलग-अलग हिस्सों को जोड़कर सोशल मीडिया पर भ्रामक दावा शेयर किया जा रहा है.
Result: Missing Context
Our Sources
YouTube video published by Manthan India on 8 October, 2017
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A self-taught social media maverick, Saurabh realised the power of social media early on and began following and analysing false narratives and ‘fake news’ even before he entered the field of fact-checking professionally. He is fascinated with the visual medium, technology and politics, and at Newschecker, where he leads social media strategy, he is a jack of all trades. With a burning desire to uncover the truth behind events that capture people's minds and make sense of the facts in the noisy world of social media, he fact checks misinformation in Hindi and English at Newschecker.