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Fact Check: कोल्हापुर के मदरसे में पढ़ने वाले बच्चों को रोहिंग्या बताकर वायरल हुआ भ्रामक दावा

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An enthusiastic journalist, researcher and fact-checker, Shubham believes in maintaining the sanctity of facts and wants to create awareness about misinformation and its perils. Shubham has studied Mathematics at the Banaras Hindu University and holds a diploma in Hindi Journalism from the Indian Institute of Mass Communication. He has worked in The Print, UNI and Inshorts before joining Newschecker.

Claim:
महाराष्ट्र के कोल्हापुर में एक ट्रक से 63 बच्चों को पकड़ा गया है और ये बच्चे रोहिंग्या हैं।
Fact:
महाराष्ट्र के कोल्हापुर में ट्रक से जिन बच्चों को पकड़ा गया है उस मामले में अभी जांच जारी है, ऐसे में हम उनकी पहचान को लेकर स्पष्ट रूप से पुष्टि नहीं कर सकते।

सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है, जिसमें एक ट्रक में कई बच्चे नज़र आ रहे हैं और उनको कुछ पुलिसवाले ट्रक से उतार रहे हैं। वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि इन बच्चों के पास से पश्चिम बंगाल का रेलवे टिकट पाया गया और ये रोहिंग्या हैं।

Courtesy:Twitter@Guddugargavaag

Fact Check/Verification

दावे की सत्यता जानने के लिए हमने कुछ कीवर्ड की मदद से गूगल सर्च किया। हमें ‘ABP Majha’ के यूट्यूब चैनल पर 17 मई 2023 को अपलोड हुआ एक वीडियो मिला। इसमें वायरल वीडियो का हिस्सा मौजूद है।

वीडियो के मुताबिक, मुस्लिम बच्चों को ले जा रहे ट्रक को कोल्हापुर पुलिस ने पकड़ लिया। इसके अलावा, बताया गया है कि ये बच्चे कोल्हापुर के अजरा स्थित एक मदरसे में पढ़ते थे और छुट्टी में गांव गए हुए थे।

पड़ताल के दौरान हमें ‘इंडिया टीवी’ की वेबसाइट पर 18 मई को छपी एक रिपोर्ट मिली, जिसके मुताबिक़ महाराष्ट्र के कोल्हापुर में एक ट्रक में 63 बच्चे मिले जो बिहार और पश्चिम बंगाल से ट्रेन के जरिए कोल्हापुर पहुंचे थे।

रिपोर्ट में पुलिस के हवाले से लिखा गया है कि यह सभी बच्चे इलाके के ही एक मदरसा में पढ़ते थे और गर्मी की छुट्टी के दौरान अपने घर गए हुए थे। पुलिस ने जब बच्चों की जांच की तो उन्हें सभी बच्चों के पास आधार कार्ड और पहचान पत्र मिला। इसके बाद मदरसा से मौलाना को बुलाया गया। इन बच्चों के नाम, परिवार का नाम और बाकी जानकारी मौलाना के पास थी। रिपोर्ट में दी गई जानकारी के अनुसार, पुलिस ने रेस्क्यू किए बच्चों की जानकारी एक एनजीओ को भी दी है और इस पूरे मामले में जांच जारी है।

खोजने पर हमें IANS TV के यूट्यूब चैनल पर 18 मई को अपलोड की गई एक वीडियो रिपोर्ट प्राप्त हुई। इसके अनुसार, पुलिस को पहले लगा कि ये चाइल्ड ट्रैफिकिंग का मामला है, क्योंकि ये बच्चे आस पास के इलाकों से नहीं बल्कि बिहार और बंगाल से आए थे। लेकिन जब पुलिस ने ट्रक को रोककर जांच की तो पता चला कि ये मामला चाइल्ड ट्रैफिकिंग का न होकर धार्मिक शिक्षा से जुड़ा है। रिपोर्ट के अनुसार, ये बच्चे बिहार और बंगाल से महाराष्ट्र में मदरसों में पढ़ने के लिए आए हैं। इस रिपोर्ट में कोल्हापुर के पुलिस उपाधीक्षक मंगेश चव्‍हाण का बयान भी मौजूद है।

इस मामले में अधिक जानकारी के लिए हमने कोल्हापुर के स्थानीय पत्रकार सचिन से भी बात की। उन्होंने बताया कि ये बच्चे कोल्हापुर के अजरा स्थित एक मदरसे में पढ़ने के लिए आए थे। इन बच्चों को एक एनजीओ को सौंप दिया गया है। इस मामले में पुलिस की जांच जारी है। 

यह भी पढ़ें: बागेश्वर धाम के धीरेन्द्र शास्त्री की पैरवी कर रहे वकील को जज ने लगाई फटकार? यहां जानें सच

हमने कोल्हापुर के अजरा मदरसे के मौलवी से संपर्क करने की कोशिश की है। उनका जवाब आने पर लेख को अपडेट किया जाएगा।

Conclusion

इस प्रकार हमारी पड़ताल में यह बात साफ हो जाती है कि महाराष्ट्र के कोल्हापुर में ट्रक से जिन बच्चों को पकड़ा गया है उस मामले में अभी जांच जारी है, ऐसे में हम उनकी पहचान को लेकर स्पष्ट रूप से पुष्टि नहीं कर सकते।

Result: Missing Context

Our Sources
Video Uploaded by ABP Majha Youtube Channel on May 17, 2023
Report Published at India TV on May 18, 2023
Video Uploaded by IANS Youtube Channel on May 18, 2023

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