Saturday, March 15, 2025
हिन्दी

Fact Check

श्रीनगर में अवैध कब्ज़ा हटाए जाने का वीडियो रोहिंग्या मुस्लिमों का घर बताकर सोशल मीडिया पर हुआ वायरल

Written By Neha Verma
Jun 15, 2021
banner_image

सोशल मीडिया पर 1 मिनट 38 सेकेंड की एक वीडियो वायरल हो रही है। वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि जेसीबी मशीन किस तरह से घरों को ध्वस्त कर रही है। वीडियो में दायीं ओर ऊपर की तरफ जम्मू लिंक्स न्यूज़ (JAMMU LINKS NEWS) के लोगो (LOGO) को देखा जा सकता है। वहीं, कुछ लोग हैलमेट पहनकर हाथों में हथोड़ा लिए घर की दीवारों को तोड़ रहे हैं। वीडियो को शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है, ‘ये वीडियो जम्मू कश्मीर का है, जहां रोहिंग्या मुस्लिम समुदाय के लोगों ने रोशनी एक्ट के तहत अवैध रूप से बस्ती का निर्माण कर लिया था, जिसे अब हटाया जा रहा है।’

वायरल वीडियो को ट्विटर पर अभी तक 1300 से ज्यादा यूजर्स द्वारा रिट्वीट किया गया है और 3900 से ज्यादा यूज़र्स ने इस वीडियो को लाइक किया है।

जम्मू कश्मीर की इस वीडियो को फेसबुक और ट्विटर पर कई यूज़र्स द्वारा शेयर किया जा रहा है।

https://twitter.com/ChoteMillu/status/1402888820522110977
https://twitter.com/jagat_darak/status/1402292203473358848

Crowd Tangle टूल पर किए गए विश्लेषण से पता चलता है कि वायरल दावे को सोशल मीडिया पर कई यूज़र्स द्वारा शेयर किया गया है।

जम्मू कश्मीर

हमारे आधिकारिक WhatsApp नंबर (9999499044) पर भी वायरल दावे की सत्यता जानने की अपील की गई थी।

वायरल पोस्ट के आर्काइव वर्ज़न को यहां और यहां देखा जा सकता है।

Fact Check/Verification

जम्मू कश्मीर में रोहिंग्याओं द्वारा अवैध रूप से बस्ती का निर्माण किए जाने वाले वीडियो की सत्यता जानने के लिए हमने पड़ताल शुरू की। कुछ कीवर्ड्स की मदद से गूगल खंगालने पर हमें वायरल दावे से संबंधित कोई रिपोर्ट नहीं मिली।

अलग-अलग कीवर्ड्स की मदद से खोजने पर हमें जम्मू लिंक्स न्यूज़ (Jammu Links News) की आधिकारिक वेबसाइट पर यह वीडियो मिली। इसके मुताबिक, यह वीडियो श्रीनगर के लश्करी मोहल्ला एनएफआर (NFR) और लाम ब्रेन इलाके का है। इस इलाके में अवैध कब्जे को हटाने के लिए लेक्स एंड वाटरवेज डिवलपमेंट अथॉरिटी (Lakes And Waterways Development Authority, LAWDA) द्वारा कई अवैध कब्जों को हटाया गया था। यह वीडियो लेक्स एंड वाटरवेज डिवलपमेंट अथॉरिटी की एनफोर्समेंट ईकाई की तरफ से चलाई गई मुहिम का है।

जम्मू कश्मीर

जम्मू लिंक्स न्यूज़ (Jammu Links News) के आधिकारिक YouTube चैनल पर इस वीडियो को 8 मई 2021 को अपलोड किया गया था। 2 मिनट 5 सेकेंड की वीडियो के कुछ हिस्से को सोशल मीडिया पर भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

वीडियो में दी गई जानकारी के मुताबिक, Lakes And Waterways Development Authority, LAWDA द्वारा निरंतर अतिक्रमण हटाने का अभियान शुरू किया गया था। इस प्रयास के दौरान पिछले एक हफ्ते में अवैध निर्माणों को ध्वस्त कर दिया गया था।

जम्मू कश्मीर

YouTube खंगालने पर हमें Jk update के आधिकारिक चैनल पर 5 जून 2021 को अपलोड किया गया एक वीडियो प्राप्त हुआ। इस खबर को कई लोकल चैनलों द्वारा चलाया गया है। इसके मुताबिक, लेक्स एंड वाटरवेज डिवलपमेंट अथॉरिटी द्वारा अवैध अतिक्रमण को हटाने के लिए एक अभियान चलाया गया था।

अधिक खोजने पर हमें पंजाब केसरी द्वारा प्रकाशित की गई एक रिपोर्ट मिली। इस रिपोर्ट में भी वायरल वीडियो को अपलोड करते हुए बताया गया है कि LAWDA ने कई अवैध निर्माण गिराए थे। कोरोना महामारी के चलते लगे लॉकडाउन में लोगों ने कई अवैध निर्माण कर लिए थे। इस कार्रवाई के दौरान वहां पर मौजूद लोगों ने टीम पर हमला भी कर दिया था।

जम्मू कश्मीर

वायरल दावे की तह तक जाने के लिए हमने श्रीनगर पुलिस मुख्यालय में तैनात डीएसपी अब्दुल अजीज कादरी से संपर्क किया। बातचीत में उन्होंने बताया कि श्रीनगर में लेक्स एंड वाटरवेज डिवलपमेंट अथॉरिटी (Lakes And Waterways Development Authority, LAWDA) की तरफ से अवैध अतिक्रमण को हटाने का अभियान चलाया गया था। उसी वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

Read More: क्या केंद्र सरकार ने सरकारी नियुक्तियों पर लगाई रोक?

Conclusion

सोशल मीडिया पर वायरल हो रही वीडियो का बारीकी से अध्ययन करने पर हमने पाया कि वीडियो के साथ किया जा रहा दावा गलत है। यह वीडियो उस दौरान की है जब श्रीनगर के कुछ इलाकों से अवैध अतिक्रमण को हटाया जा रहा था। इस वीडियो का रोहिंग्या या बांग्लादेशी शरणार्थियों से कोई लेना-देना नहीं है।


Result: False


Our Sources

जम्मू लिंक्स न्यूज़ (Jammu Links News)

YouTube

Jkupdate

पंजाब केसरी

Phone Verification


किसी संदिग्ध ख़बर की पड़ताल, संशोधन या अन्य सुझावों के लिए हमें WhatsApp करें: 9999499044  या ई-मेल करें: checkthis@newschecker.in

image
यदि आप किसी दावे का सच जानना चाहते हैं, किसी तरह की प्रतिक्रिया देना चाहते हैं या हमारे किसी फैक्ट चेक को लेकर शिकायत दर्ज करना चाहते हैं, तो हमें +91-9999499044 पर व्हाट्सएप या checkthis@newschecker.in​. पर ईमेल करें. आप हमारे Contact Us पेज पर जाकर वहाँ मौजूद फॉर्म भी भर सकते हैं.
Newchecker footer logo
Newchecker footer logo
Newchecker footer logo
Newchecker footer logo
About Us

Newchecker.in is an independent fact-checking initiative of NC Media Networks Pvt. Ltd. We welcome our readers to send us claims to fact check. If you believe a story or statement deserves a fact check, or an error has been made with a published fact check

Contact Us: checkthis@newschecker.in

17,450

Fact checks done

FOLLOW US
imageimageimageimageimageimageimage
cookie

हमारी वेबसाइट कुकीज़ का उपयोग करती है

हम कुकीज़ और समान प्रौद्योगिकियों का उपयोग करते हैं ताकि सामग्री को व्यक्तिगत बनाने में मदद मिल सके, विज्ञापनों को अनुकूलित और मापने में मदद मिल सके, और बेहतर अनुभव प्रदान कर सके। 'ठीक है' क्लिक करके या कुकी पसंद करने में एक विकल्प को चालू करके, आप इस से सहमत होते हैं, हमारे कुकी नीति में विस्तार से व्याख्या की गई रूप में।