Russia-Ukraine conflict के बीच ISKCON द्वारा राहत कार्य के नाम पर सोशल मीडिया पर कुछ तस्वीरें शेयर की जा रही हैं.
Russia और Ukraine के बीच बढ़ते तनाव की वजह से Ukraine में मानवीय संकट गहराता जा रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार हजारों की संख्या में देशवासी Ukraine छोड़कर पड़ोसी राष्ट्रों में पनाह के लिए सीमा पार कर रहें हैं. ऐसे में तमाम समाजसेवी एवं धार्मिक संस्थाओं द्वारा अपने-अपने स्तर पर मुसीबत की इस घड़ी में Ukraine में रह रहे लोगों की सहायता का काम जारी है. हालांकि Ukraine में युद्ध जैसी स्थिति उत्पन्न होने के कारण इन प्रयासों को ज्यादा बल नहीं मिल पा रहा है.
Russia-Ukraine conflict के दौरान सोशल मीडिया पर तमाम फेक दावे वायरल हुए. Newschecker पिछले कुछ दिनों से लगातार अपने पाठकों तक सही जानकारी जुटाने के लिए प्रयासरत है. Newschecker द्वारा Russia-Ukraine conflict से जुड़े भ्रामक दावों का सच यहां देखा जा सकता है. हाल ही में यूक्रेन में सिख समुदाय की पहल पर गुरु का लंगर आयोजित करने के नाम पर एक भ्रामक तस्वीर शेयर की गई, जिसे लेकर हमारी पड़ताल यहां पढ़ी जा सकती है.
इसी क्रम में Russia-Ukraine conflict के बीच ISKCON द्वारा राहत कार्य के नाम पर सोशल मीडिया पर कुछ तस्वीरें शेयर की गई.
सोशल मीडिया पर वायरल पहली तस्वीर की पड़ताल
Russia-Ukraine conflict के बीच ISKCON द्वारा राहत कार्य के नाम पर शेयर की जा रही पहली तस्वीर की पड़ताल के लिए हमने इसे गूगल पर ढूंढा. इस प्रक्रिया में हमें यह जानकारी मिली कि वायरल तस्वीर ISKCON के आधिकारिक वेबसाइट समेत कई अन्य वेबसाइट्स द्वारा प्रकाशित की गई है.

ISKCON की आधिकारिक वेबसाइट पर यह तस्वीर Chechnya में राहत कार्य की बताई गई है. हालांकि यह तस्वीर कब की है या इसे किस आशय में लिया गया था इसे लेकर वेबसाइट पर कोई जानकारी मौजूद नहीं है. चेचन्या रूस के दक्षिणी हिस्से में स्थित गणराज्य है जिसकी अधिकांश सीमा रूस से लगी हुई है तथा इसका कुछ हिस्सा जॉर्जिया से भी लगा हुआ है.

बता दें कि Applied Sentience द्वारा 3 अक्टूबर, 2014 को प्रकाशित एक लेख में भी वायरल तस्वीर मौजूद है. इसके अतिरिक्त हमें वायरल तस्वीर Wikipedia पर भी प्रकाशित मिली. वेबसाइट पर वायरल तस्वीर को लेकर मौजूद जानकारी के अनुसार यह तस्वीर 21 फरवरी, 2009 को वेबसाइट पर अपलोड की गई है.

Conclusion
इस प्रकार हमारी पड़ताल में यह बात साफ हो जाती है कि Russia-Ukraine conflict के बीच ISKCON द्वारा राहत कार्य के नाम पर शेयर की गई यह तस्वीर असल में पुरानी है तथा संस्था द्वारा Chechnya में राहत कार्य से संबंधित है.
Our Sources
Official website of ISKCON: https://www.iskcon.org/photos/food-for-life/olympus-digital-camera.php
File history on Wikipedia: https://commons.wikimedia.org/wiki/File:ISKCON_Food_for_life.jpg
सोशल मीडिया पर वायरल दूसरी तस्वीर की पड़ताल
Russia-Ukraine conflict के बीच ISKCON द्वारा राहत कार्य के नाम पर शेयर की जा रही दूसरी तस्वीर की पड़ताल के लिए हमने इस तस्वीर को भी गूगल पर ढूंढा. इस प्रक्रिया में हमें कई ऐसे लेख प्राप्त हुए जिनसे यह पता चलता है कि वायरल तस्वीर 2019 से ही इंटरनेट पर मौजूद है.

ISKCON Desire Tree नामक वेबसाइट द्वारा 3 जून, 2019 को प्रकाशित एक लेख में वायरल तस्वीर मौजूद है. हालांकि लेख में वायरल तस्वीर को लेकर कोई स्पष्ट जानकारी नहीं शेयर की गई है.

बता दें कि वायरल तस्वीर Florida के Alachua स्थित Hare Krishna (ISKCON) Temple का है. जिसे Jivana Wilhoit नामक फोटोग्राफर ने अपने कैमरे में कैद किया था.

Conclusion
इस प्रकार हमारी पड़ताल में यह बात साफ हो जाती है कि Russia-Ukraine conflict के बीच ISKCON द्वारा राहत कार्य के नाम पर शेयर की गई दूसरी तस्वीर भी पुरानी है तथा संस्था द्वारा Alachua स्थित Hare Krishna (ISKCON) Temple द्वारा भोजन वितरण कार्यक्रम से संबंधित है.
Our Sources
ISKCON Desire Tree: https://iskcondesiretree.com/profiles/blogs/everyone-lives-in-a-temple-a-realistic-way-to-see-our
Alacchua Hare Krishna (ISKCON) Temple: https://www.alachuatemple.com/food/
Iskcon द्वारा Russia-Ukraine conflict के मद्देनजर किये जा रहे राहत कार्य
International Society for Krishna Consciousness द्वारा Russia-Ukraine conflict के बीच राहत कार्य किया जा रहा है जिसकी कुछ तस्वीरें तथा वीडियो ISKCON, पत्रकार Aditya Raj Kaul तथा ISKCON भारत के कम्युनिकेशन डायरेक्टर और Prerana Forum के डायरेक्टर Yudhistir Govinda Das ने शेयर की हैं.
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