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फैक्ट चेक: क्या बांग्लादेश की एक स्कूल प्रिंसिपल को हिंदू होने के कारण पहनाया गया जूतों का हार? जानें सच

Authors

Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.

Claim
बांग्लादेश के एक स्कूल की प्रिंसिपल को हिंदू होने के कारण गले में जूतों का हार पहनाया गया।
Fact
वीडियो में नजर आ रही रंगपुर कलेक्टोरेट स्कूल और कॉलेज की प्रिंसिपल मंजुआरा परवीन हिंदू नहीं बल्कि मुस्लिम हैं।

बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में 8 अगस्त को अंतरिम सरकार का गठन हुआ। शेख हसीना के इस्तीफे के बाद से बांग्लादेश में हो रही हिंसा में अल्पसंख्यकों और पुरानी सरकार के समर्थकों पर हमले की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। इस बीच एक महिला को जूतों की माला पहनाती भीड़ का एक वीडियो इस दावे के साथ शेयर किया जा रहा है कि बांग्लादेश के रंगपुर में स्कूल की प्रिंसिपल को हिंदू समुदाय से होने के कारण गले में जूतों का हार पहनाया गया है।

22 अगस्त 2024 को एक वेरिफाइड एक्स हैंडल ने 18 सेकंड के इस वीडियो को शेयर (आर्काइव) करते हुए कैप्शन में लिखा है कि “रंगपुर स्कूल की प्रधानाध्यापिका के गले में जूतों का हार पहनाया गया.. क्योंकि वह हिंदू समुदाय से हैं। शर्म करो यह नया पूर्वी पाकिस्तान #बांग्लादेश है। #AllEyesOnBangladeshihindus”

Courtesy: X/@ajaychauhan41

Fact Check/Verification

दावे की पड़ताल के लिए हमने वायरल वीडियो के की-फ्रेम्स को गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया। इस दौरान हमें 21 अगस्त 2024 को News Door यूट्यूब चैनल द्वारा अपलोड किए गए वीडियो में वायरल वीडियो वाला हिस्सा 4 मिनट 10 सेकंड पर नज़र आता है। अलग एंगल से शूट किये गए वीडियो में सिर पर लाल दुपट्टा रखे नौजवानों से घिरी महिला उनके द्वारा पहनाई गई जूतों की माला को वापस फेंकती नजर आती हैं। इस दृश्य का मिलान नीचे देखा जा सकता है। News Door यूट्यूब चैनल द्वारा पोस्ट किए गए वीडियो के कैप्शन में लिखा है, “छात्रों के विरोध के चलते रंगपुर कलेक्टोरेट स्कूल और कॉलेज के प्रिंसिपल का इस्तीफा।”

जांच में आगे हम रंगपुर कलेक्टोरेट स्कूल और कॉलेज का आधिकारिक फेसबुक पेज ढूंढते हैं। यहाँ पोस्ट किये गए सांस्कृतिक कार्यक्रम के एक पुराने वीडियो में नजर आ रहे बैनर पर बांग्ला में प्रिंसिपल का नाम लिखा मिलता है। अनुवाद करने पर पता चलता है कि उनका नाम मंजुआरा परवीन है। रंगपुर कलेक्टोरेट स्कूल और कॉलेज द्वारा पोस्ट किए गए अन्य वीडियो में प्रिंसिपल मंजुआरा परवीन हिजाब पहने नजर आती हैं, जिससे हमें संदेह होता है कि वे मुस्लिम हैं।

रंगपुर कलेक्टोरेट स्कूल और कॉलेज की आधिकारिक वेबसाइट पर दी गई जानकारी से यह स्पष्ट हो जाता है कि प्रिंसिपल का नाम मंजुआरा परवीन ही है।

जांच में आगे हम मंजुआरा परवीन के फेसबुक अकाउंट को खंगालते हैं। 17 जुलाई 2024 की पोस्ट में मंजुआरा परवीन वर्ष 2022 में की गई अपनी हज यात्रा की भी जानकारी देती हैं।

अब हमने रंगपुर कलेक्टोरेट स्कूल और कॉलेज के ऑफिस से संपर्क किया। फ़ोन पर हुई बातचीत में हमें जानकारी मिली कि मंजुआरा परवीन हिन्दू नहीं, बल्कि मुस्लिम समुदाय से हैं, जिन्हें उनकी पहचान नहीं बल्कि भ्रष्टाचार के आरोपों के कारण इस्तीफ़ा देने के लिए मजबूर किया गया था।

पड़ताल में आगे बढ़ते हुए हमने अब तक मिली जानकारी से संबंधित की-वर्ड्स को गूगल पर सर्च किया। इस दौरान हमें रंगपुर कलेक्टोरेट स्कूल की प्रिंसिपल के इस्तीफे से जुड़ी कई मीडिया रिपोर्ट्स मिलीं। Daily Navroj द्वारा 21 अगस्त 2024 को प्रकाशित रिपोर्ट में भी रंगपुर कलेक्टोरेट स्कूल और कॉलेज की प्रिंसिपल का नाम मंजुआरा परवीन बताते हुए लिखा है कि अनियमितताओं और भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए रंगपुर कलेक्टोरेट स्कूल और कॉलेज की प्रिंसिपल मंजुआरा परवीन को वर्तमान और पूर्व छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों ने इस्तीफा देने के लिए मजबूर कर दिया।

Somoy news tv द्वारा 22 अगस्त और Amarsangbad द्वारा 21 अगस्त 2024 को प्रकाशित रिपोर्ट में बताया गया है कि करीब साढ़े चार घंटे तक ब्लॉक रहने के बाद रंगपुर कलेक्टोरेट स्कूल और कॉलेज की प्रिंसिपल मंजुआरा परवीन ने गुस्से में आकर इस्तीफे पर हस्ताक्षर कर दिया (जैसा वायरल वीडियो के लंबे हिस्से में भी नजर आता है)। यह घटना बुधवार 21 अगस्त दोपहर की है। करीब 12 बजे रंगपुर कलेक्टोरेट स्कूल और कॉलेज के पूर्व व वर्तमान छात्र प्राचार्य कक्ष में गये और शिक्षकों की प्रोन्नति में भेदभाव, अवैध वेतन निकासी, शिक्षकों व कर्मचारियों की बर्खास्तगी, वित्तीय अनियमितता समेत भ्रष्टाचार के कई आरोप लगाने लगे। इस दौरान जब प्रिंसिपल मंजुआरा परवीन ने आरोपों के खिलाफ दस्तावेज दिखाने के लिए समय मांगा तो छात्रों ने समय देने से इनकार कर दिया। इस दौरान छात्राओं ने प्रिंसिपल के कार्यालय में घुसकर प्रिंसिपल के साथ मारपीट की और उनसे त्यागपत्र पर हस्ताक्षर करने के लिए दबाव बनाया।

Conclusion

जाँच से हम इस निष्कर्ष पर पहुँचते हैं कि बांग्लादेश में एक स्कूल प्रिंसिपल को हिंदू होने के कारण गले में जूतों का हार पहनाये जाने का दावा फर्जी है। वीडियो में नजर आ रही रंगपुर कलेक्टोरेट स्कूल और कॉलेज की प्रिंसिपल मंजुआरा परवीन हिंदू नहीं बल्कि मुस्लिम हैं।

Result: False

Sources
Youtube video by News Door.
Official website of Collectorate School & College, Rangpur.
Facebook page of Collectorate School & College, Rangpur.
Facebook page of Manjuara Parvin.
Phonic conversation with the office of Collectorate School & College, Rangpur.
News reports.

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