Authors
A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.
सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के माध्यम से दावा किया जा रहा है कि माचिस की तीली के मसाले से बिच्छू का जहर उतारा जा सकता है। पोस्ट शेयर करने वाले सोशल मीडिया यूज़र ने लिखा है “माचिस की पाँच-सात तीलियों का मसाला पानी में घिसकर बिच्छू के काटे हुए स्थान पर लगाएं। इसे लगाते ही सिर्फ 2 मिनट में बिच्छू का जहर उतर जाता है“।
वायरल दावे का आर्काइव लिंक यहाँ देखें।
Fact check / Verification
क्या माचिस की तीली के मसाले से बिच्छू का जहर उतारा जा सकता है? इसका सच जानने के लिए, हमने सबसे पहले गूगल पर कुछ कीवर्ड्स की मदद से खोजना शुरू किया। लेकिन इस प्रक्रिया में हमें वायरल दावे से संबंधित कोई जानकारी नहीं मिली, जहाँ से माचिस की तीली से जहर उतारने के दावे की पुष्टि हो सके।
इसके बाद हमने “बिच्छू के काटने के तुरंत बाद क्या करना चाहिए?” इसकी जानकारी प्राप्त करने के लिए गूगल पर खोजना शुरू किया। इस दौरान delhi.apollohospitals.com नामक वेबसाइट पर हमें बिच्छू के जहर से कैसे बचा जा सकता है, इसकी कुछ जानकारियां मिली। लेकिन यहाँ कहीं भी इस बात का जिक्र नहीं हुआ है कि माचिस की तीली के मसाले से बिच्छू का जहर उतारा जा सकता है।
वायरल दावे के बारे में ज्यादा जानकारी के लिए हमने अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के नेशनल प्वाइजन इन्फॉर्मेशन सेंटर (एनपीआईसी) से संपर्क किया। जहां उन्होंने बताया, “वैज्ञानिक रूप से ऐसा कोई भी प्रमाण नहीं है, जहां माचिस की तीली के मसाले से बिच्छू के जहर उतारे जाने की बात कही गयी हो, वायरल दावा फर्जी है।”
दावे पर अधिक जानकारी के लिए, हमने दिल्ली के एक टॉक्सिकोलॉजिस्ट डॉ बृजेश प्रजापति से भी संपर्क किया। उन्होंने बताया, “बिच्छू के काटने से बहुत तेज दर्द और जलन होती है। जिसमें पेनकिलर दिया जाता है और शरीर के जिस हिस्से में बिच्छू ने काटा है, उसे सुन्न करने के लिए एनेस्थीसिया दिया जाता है। इसी से पीड़ित को आराम मिल जाता है। माचिस की तीली के मसाले से जहर को उतारे जाने का दावा पूर्णतः फर्जी है।”
पड़ताल के दौरान हमें chem.washington.edu नामक वेबसाइट से पता चला कि माचिस की तीली में जो मसाला होता है, वह रेड फास्फोरस का बना होता है। लेकिन काफी खोजने के बाद भी यह जानकारी प्राप्त नहीं हो पाई कि रेड फास्फोरस से बिच्छू का जहर उतारा जा सकता है।
Conclusion
पड़ताल के दौरान उपरोक्त मिले तथ्यों से पता चला कि माचिस की तीली के मसाले से बिच्छू का जहर उतारे जाने वाला दावा फर्जी है।
Result- False
Our Sources
Phone call
https://chem.washington.edu/lecture-demos/match-head-reaction
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A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.