Authors
A self-taught social media maverick, Saurabh realised the power of social media early on and began following and analysing false narratives and ‘fake news’ even before he entered the field of fact-checking professionally. He is fascinated with the visual medium, technology and politics, and at Newschecker, where he leads social media strategy, he is a jack of all trades. With a burning desire to uncover the truth behind events that capture people's minds and make sense of the facts in the noisy world of social media, he fact checks misinformation in Hindi and English at Newschecker.
सोशल मीडिया पर एक तस्वीर शेयर कर यह दावा किया गया कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा जूते पहनकर भगवान परशुराम की मूर्ति की पूजा की गई.
2 जनवरी, 2022 को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लखनऊ के गोसाईंगंज स्थित हिन्दू भगवान परशुराम की पूजा-अर्चना तथा उनके फरसे का अनावरण किया था. अखिलेश यादव के इस कदम के बाद से ही सूबे में सियासी पारा चढ़ा हुआ. एक तरफ जहां भाजपा अखिलेश यादव पर धार्मिक तुष्टीकरण का आरोप लगाती रही है, तो वहीं दूसरी तरफ सपा प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर जातिगत भेदभाव के आरोप लगाकर हमलावर रही है.
सोशल मीडिया पर भी अखिलेश यादव के इस कदम को लेकर यूजर्स की अपनी-अपनी राय है. भाजपा समर्थक यूजर्स जहां इसे अखिलेश यादव की चुनावी मजबूरी बता रहे हैं तो वहीं विपक्ष समर्थक यूजर्स इसे अखिलेश यादव के पक्ष में समाज के हर वर्ग के समर्थन की बानगी बता रहे हैं.
इसी क्रम में, सोशल मीडिया पर एक तस्वीर शेयर कर यह दावा किया गया कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा जूते पहनकर भगवान परशुराम की मूर्ति की पूजा की गई.
Fact Check/Verification
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा जूते पहनकर भगवान परशुराम की मूर्ति की पूजा करने के नाम पर शेयर की जा रही इस तस्वीर की पड़ताल के लिए, हमने तस्वीर को गूगल पर ढूंढा. इस प्रक्रिया में हमें यह जानकारी मिली कि अखिलेश यादव ने स्वयं इस तस्वीर को अपने ट्विटर हैंडल से शेयर किया था.
2 जनवरी, 2022 को सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने एक ट्वीट में वायरल तस्वीर के साथ तीन अन्य तस्वीरें शेयर कर लिखा था, “जय-जय श्री परशुराम हो सर्व शुभम्-कल्याण हो!!!”
अखिलेश यादव द्वारा शेयर की गई इस तस्वीर को जूम करके देखने पर ऐसा प्रतीत होता है कि जिसे अखिलेश यादव का जूता बताया जा रहा है वह असल में उनका मोजा है. उक्त कार्यक्रम से संबंधित किसी तस्वीर या वीडियो की तलाश में हमने समाजवादी पार्टी का यूट्यूब चैनल खंगाला.
समाजवादी पार्टी द्वारा 2 जनवरी, 2022 को प्रकाशित इस वीडियो में अखिलेश यादव को 8 मिनट 20 सेकंड पर बिना जूतों के पूजा में बैठते देखा जा सकता है. इसके बाद 8 मिनट 36 सेकंड पर भी अखिलेश यादव को बिना जूतों के पूजा में बैठे देखा जा सकता है. 9 मिनट 26 सेकंड पर अखिलेश यादव के पांव में जूते की बजाय मोजे साफ साफ देखे जा सकते हैं.
इसके अतिरिक्त हमें सपा नेता संतोष पांडेय द्वारा शेयर किये गए कई फेसबुक पोस्ट्स में अखिलेश यादव बिना जूते के नजर आते हैं.
समाजवादी पार्टी द्वारा 2 जनवरी, 2022 को शेयर किये गए ट्वीट्स में भी अखिलेश यादव को बिना जूते के भगवान परशुराम की पूजा करते देखा जा सकता है.
Newschecker द्वारा सपा नेता संतोष पांडेय द्वारा शेयर की गई तस्वीरों के विश्लेषण के बाद यह बात साफ हो जाती है कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा जूते पहनकर भगवान परशुराम की मूर्ति की पूजा करने का यह दावा भ्रामक है. असल में सपा अध्यक्ष ने जूते उतार रखे थे एवं उक्त कार्यक्रम की तस्वीरों में अखिलेश यादव के मोजे साफ-साफ देखे जा सकते हैं.
Conclusion
इस प्रकार हमारी पड़ताल में यह बात साफ हो जाती है कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा जूते पहनकर भगवान परशुराम की मूर्ति की पूजा करने के दावे के साथ शेयर की जा रही इस तस्वीर में, जिसे अखिलेश यादव का जूता बताया जा रहा है वह दरअसल उनके मोजे हैं.
Result: Misleading
Our Sources
Tweet by SP Supremo Akhilesh Yadav: https://twitter.com/yadavakhilesh/status/1477637602241044481/photo/1
Tweet by Samajwadi Party: https://twitter.com/samajwadiparty/status/1477643998684598280/photo/3
Facebook post by SP Leader Santosh Pandey: https://www.facebook.com/santoshpandey.mla/posts/2095544543934465
Newschecker Analysis
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