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क्या तमिलनाडु में तोड़े गए हिन्दू मंदिर का है यह वायरल वीडियो?

Written By Pragya Shukla
Sep 15, 2021
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तमिलनाडु की एमके स्टालिन सरकार ने हाल ही में कोयंबटूर में 7 हिंदू मंदिरों पर बुलडोजर चलवा (Temple Demolition) दिया था। जिसके बाद सोशल मीडिया पर उनकी जमकर निंदा हुई थी। इसे से जुड़ा एक वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में एक बुलडोजर मंदिर को ढहाता हुआ नजर आ रहा है। दावा किया जा रहा है ये वीडियो तमिलनाडु का है, जहां की तालिबान सरकार ने हिंदू मंदिरों को तोड़ने का ऑर्डर दिया है। 

Crowdtangle की सहायता से किए गए विश्लेषण के मुताबिक, वायरल तस्वीर को तमिलनाडु सरकार द्वारा तोड़े गए मंदिर का बताते हुए सोशल मीडिया पर सैकड़ों लोगों ने शेयर किया है। फेसबुक पर Bhaswar Das की पोस्ट को सबसे ज्यादा व्यूज, शेयर और लाइक किया गया है। लेख लिखे जाने तक इस पोस्ट पर 4.5 K व्यूज 451 शेयर और 100 लाइक थे।

तमिलानडु की एमके. स्टालिन सरकार द्वारा तुड़वाया गए मंदिर का वायरल वीडियो
तमिलनाडु की एमके स्टालिन सरकार द्वारा तुड़वाये गए मंदिर का वायरल वीडियो
तमिलानडु की एमके. स्टालिन सरकार द्वारा तुड़वाया गए मंदिर का वायरल वीडियो
तमिलनाडु की एमके स्टालिन सरकार द्वारा तुड़वाये गए मंदिर का वायरल वीडियो

पोस्ट से जुड़े आर्काइव लिंक को यहां पर देखा जा सकता है।

Fact Check/Verification

मंदिर तोड़े जाने के वायरल वीडियो को InVID टूल की मदद से कीफ्रेम्स में बदलने के बाद, एक की-फ्रेम की सहायता से गूगल सर्च करने पर हमें वायरल वीडियो से जुड़ी एक न्यूज रिपोर्ट 10 सितंबर 2021 को कन्नड़ वेबसाइट Btvnewslive पर प्रकाशित मिला। रिपोर्ट में दी गई जानकारी के अनुसार, वायरल वीडियो तमिलनाडु का नहीं बल्कि कर्नाटक के मैसूर जिले का है।

तमिलानडु की एमके. स्टालिन सरकार द्वारा तुड़वाया गए मंदिर का वायरल वीडियो
कर्नाटक में तोड़ा गया मंदिर

प्राप्त जानकारी के आधार पर हमने गूगल पर कुछ कीवर्ड्स के जरिए सर्च किया। इस दौरान 12 सितंबर 2021 को Times Of India की वेबसाइट पर प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट के अनुसार, कर्नाटक के मैसूर जिले के उचगनी गांव में स्थित महादेवम मंदिर को सरकारी आदेश पर तोड़ा (Temple Demolition) गया था।

कर्नाटक में तोड़ा गया मंदिर

पड़ताल के दौरान हमें वायरल दावे से जुड़ी एक वीडियो रिपोर्ट 15 सितंबर 2021 को NDTV के यूट्यूब चैनल पर मिली। रिपोर्ट के अनुसार, सुप्रीम कोर्ट ने कर्नाटक सरकार को गैर-कानूनी ढंग से बने धार्मिक स्थलों पर कार्रवाई करने का आदेश दिया था। जिसके बाद, स्थानीय प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए मैसूर के उचगनी गांव में सड़क किनारे स्थित मंदिर को तोड़ दिया था। सरकार के इस कदम के बाद हिंदू संगठनों ने नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने सरकार के इस कदम का विरोध करते हुए सड़कों पर उतरकर नारे लगाए हैं।

तमिलनाडु की एमके स्टालिन सरकार द्वारा तुड़वाये गए मंदिर का नहीं है वायरल वीडियो-

पड़ताल के दौरान हमें वायरल वीडियो कर्नाटक के पूर्व सीएम मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर भी मिला। इस वीडियो को बीते 11 सितम्बर को पोस्ट किया गया है। वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “मैं बीजेपी सरकार द्वारा मैसूर के प्राचीन मंदिर को तोड़े जाने की निंदा करता हूं। मंदिर का ये विध्वंस (Temple Demolition) बिना किसी परामर्श के हुआ है, सरकार के इस कदम ने क्षेत्र की धार्मिक भावनाओं को आहत किया है।”

Conclusion

हमारी पड़ताल में मिले तथ्यों के मुताबिक, वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। वायरल वीडियो तमिलनाडु में तोड़े गए मंदिर का नहीं बल्कि कर्नाटक का है, जिसे सोशल मीडिया यूजर्स गलत दावे के साथ शेयर कर रहे हैं।

Result :- Misplaced Context

Claim Review: तमिलनाडु की एमके स्टालिन सरकार द्वारा तुड़वाये गए मंदिर का वायरल वीडियो।
Claimed By: Viral social media post
Fact Check: Misplaced Context

Read More: किसान आंदोलन से संबंधित नहीं है सोशल मीडिया पर वायरल हुई यह तस्वीर


Our Sources

Twitter-https://twitter.com/siddaramaiah/status/1436632504887173120

Btvnewslive-https://www.btvnewslive.com/over-night-nanjangud-temple-demolished-minister-pratap-simha-anger/

Times Of India –https://timesofindia.indiatimes.com/city/mysuru/demolishing-temples-is-against-hindu-sentiments-siddaramaiah/articleshow/86123407.cms


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