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Claim
गुजरात में गरबा खेल रही महिलाओं पर मस्जिद से पथराव करने वाले युवकों की पुलिस ने खंभे से बांधकर की पिटाई।
Fact
यह दावा भ्रामक है। घटना दो वर्ष पुरानी है।
देश में नवरात्रि का त्यौहार मनाया जा रहा है। गौरतलब है कि देश के कई भागों और खासकर गुजरात में नवरात्रि के दौरान गरबा नृत्य किया जाता है। पिछले कुछ समय से कई जगहों पर गैर हिन्दुओं के गरबा कार्यक्रम में आने पर प्रतिबंध जैसे विवाद सामने आ रहे हैं।
इस बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो इस दावे के साथ वायरल हो रहा है कि गुजरात के खेड़ा में गरबा नृत्य कर रही महिलाओं पर मस्जिद से पथराव किया गया। इस घटना के बाद पुलिस ने दोषियों को खंभे से बांधकर पीटा।
10 अक्टूबर 2024 के एक्स पोस्ट (आर्काइव) में 1 मिनट 16 सेकंड का वीडियो शेयर किया गया है। वीडियो में पुलिस और भीड़ की मौजूदगी में कुछ युवकों की खंभे से बांधकर पिटाई हो रही है। पोस्ट के कैप्शन में लिखा है, “जियो गुजरात पुलिस। दे दना दन। ऐसे ही इन विधर्मियों के गांव पर लट्ठ बजना चाहिए गुजरात में खेड़ा में गरबा नृत्य कर रही महिलाओं पर शांतिदूतों द्वारा पथराव किया गया, जिसमें कुछ महिलाएं घायल हो गईं उसके बाद पुलिस ने अनका भरपूर स्वागत किया।”
एक अन्य एक्स पोस्ट (आर्काइव) में वायरल वीडियो को शेयर करते हुए लिखा गया है, “ये गुजरात में खेड़ा नाम की जगह है. गरबा नृत्य कर रही महिलाओं के एक समूह पर मस्जिद से पथराव किया गया, जिसमें कुछ महिलाएं घायल हो गईं। इस घटना पर प्रतिक्रिया करते हुए, पुलिस ने उपद्रवियों को *शरिया कानून के अनुसार* वही सलूक दिया जो सऊदी अरब में दिया जाता है। गुजरात, केरल आंध्र कर्नाटक तेलंगाना या बंगाल जैसा नहीं है कि आप जैसा चाहें वैसा व्यवहार करें! अब देखना यही है कि और कितनों के पिछवाड़े लाल होते हैं।”
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Fact Check/Verification
दावे की पड़ताल के लिए हमने वायरल क्लिप के की-फ्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च किया। इस दौरान वीडियो में नजर आ रहे दृश्य की तस्वीर 5 दिसंबर 2022 को एनडीटीवी द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट में नजर आई। रिपोर्ट में कहा गया है कि गुजरात के जिस गांव में पुलिस ने गरबा पर हुए पथराव के आरोप में सार्वजनिक तौर पर मुसलमानों को पीटा था, वहां मुसलमानों ने मतदान का बहिष्कार किया।
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संबंधित की-वर्ड्स को गूगल सर्च करने पर हमें ऐसी कई मीडिया रिपोर्ट्स मिलीं, जिनमे बताया गया है कि उक्त घटना अक्टूबर 2022 की है। यह मामला गुजरात के खेड़ा का है, जहाँ के उंधेला गांव में गरबा के दौरान पथराव करने के आरोप में पुलिस ने कुछ मुस्लिम युवकों की खंभे से बांधकर पिटाई की थी।
4 अक्टूबर 2022 को इंडिया टुडे द्वारा वायरल वीडियो के साथ प्रकाशित रिपोर्ट में बताया गया है कि गुजरात के खेड़ा में गरबा कार्यक्रम के दौरान सांप्रदायिक झड़प हो गई। जिसके बाद गुजरात पुलिस ने आरोपियों की पिटाई कर दी। रिपोर्ट में खेड़ा के पुलिस अधीक्षक राजेश गढ़िया के हवाले से बताया गया है कि “आरिफ और जहीर नाम के दो लोगों के नेतृत्व में लोगों का एक समूह नवरात्रि गरबा स्थल में घुस गया और उपद्रव मचाना शुरू कर दिया। उन्होंने पत्थरबाजी भी की।”
रिपोर्ट के अनुसार 3 अक्टूबर 2022 की रात खेड़ा के उंधेला गांव में नवरात्रि के दौरान गरबा समारोह में पथराव की घटना सामने आई। जिसके बाद पुलिस ने इस कार्यक्रम में कथित तौर पर पथराव करने के आरोप में नौ लोगों को हिरासत में लिया और मंगलवार 4 अक्टूबर 2024 को उन्हें ग्रामीणों के सामने पेश किया। इस दौरान पुलिस ने एक के बाद एक नौ लोगों को बुलाया और उन्हें सबके सामने खंभे से बांधकर पीटा। तब वहां मौजूद ग्रामीणों ने “गुजरात पुलिस जिंदाबाद” के नारे भी लगाये।
एनडीटीवी, द हिन्दू और वायर द्वारा अक्टूबर 2022 में इस घटना पर प्रकाशित रिपोर्ट से इस बात की पुष्टि होती है कि वायरल क्लिप दो वर्ष पुरानी है। द वायर द्वारा 10 अक्टूबर 2022 को प्रकाशित रिपोर्ट में बताया गया है कि, गुजरात पुलिस के आला अधिकारियों ने सार्वजनिक रूप से लोगों की पिटाई करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ जांच के आदेश भी दिये थे।
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Conclusion
जांच से हम इस निष्कर्ष पर पहुँचते हैं कि गुजरात में गरबा कार्यक्रम पर पथराव की घटना के बाद पुलिस द्वारा आरोपियों की पिटाई का दो साल पुराना वीडियो, हालिया बताकर शेयर किया जा रहा है।
Result: Missing Context
Sources
Report published by India Today on 4th October, 2022.
Report published by NDTV on 10th December, 2022.
Report published by Wire on 10th October, 2022.
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